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NCERT Solutions For Class 9 Hindi Sparsh Chapter 2 Everestmeri Shikhar Yatra - 2025-26

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Everestmeri Shikhar Yatra Class 9 Questions and Answers - Free PDF Download

Explore the NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Sparsh) Chapter 2 Everest: Meri Shikhar Yatra. This resource helps students understand the chapter better. It includes clear explanations, summaries, and answers to NCERT questions according to the Latest CBSE Class 9 Hindi Syllabus. The chapter tells the story of a bus journey, making it relatable and enjoyable for students. By downloading this FREE PDF, students can get the help they need to study and prepare for their exams effectively.

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This guide provides easy-to-understand answers and key points that simplify learning. It is designed for students to grasp the main ideas of the chapter without difficulty. With these NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh, students can practise and improve their skills in Hindi. Don't miss the chance to download this valuable resource for FREE and enhance your learning experience.

Access NCERT Solutions for Class 9 Hindi पाठ 2 - Everest: Meri Shikhar Yatra

मौखिक

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-

प्रश्न 1. अग्रिम दल का नेतृत्व कौन कर रहा था?
उत्तर- अग्रिम दल का नेतृत्व प्रेमचंद कर रहे थे।


प्रश्न 2. लेखिका को सागरमाथा क्यों अच्छा लगा?
उत्तर- लेखिका को ‘सागरमाथा’ नाम इसलिए अच्छा लगा क्योंकि सागरमाथा का अर्थ है- सागर का माथा और एवरेस्ट संसार की सबसे ऊँची चोटी है।


प्रश्न 3. लेखिका को ध्वज जैसा क्या लगा?
उत्तर- लेखिका को तेज हवाओं के कारण उठी हुई चक्करदार बर्फीली आकृति ध्वज जैसी प्रतीत हुई।


प्रश्न 4. हिमस्खलन से कितने लोगों की मृत्यु हुई और कितने घायल हुए?
उत्तर- हिमस्खलन से दो व्यक्तियों की मृत्यु हुई और नौ लोग घायल हुए।


प्रश्न 5. मृत्यु के अवसाद को देखकर कर्नल खुल्लर ने क्या कहा?
उत्तर- मृत्यु के अवसाद को देखकर कर्नल खुल्लर ने कहा कि ऐसे साहसिक अभियानों में होने वाली मृत्यु को सहज भाव से स्वीकार करना चाहिए।


प्रश्न 6. रसोई सहायक की मृत्यु कैसे हुई?
उत्तर- रसोई सहायक की मृत्यु स्वास्थ्य के प्रतिकूल जलवायु में काम करने के कारण हुई।


प्रश्न 7. कैंप-चार कहाँ और कब लगाया गया?
उत्तर- कैंप-चार 7900 मीटर ऊँची ‘साउथ कोल’ नामक जगह पर 29 अप्रैल को लगाया गया था।


प्रश्न 8. लेखिका ने तेनजिंग को अपना परिचय किस तरह दिया?
उत्तर- लेखिका ने तेनजिंग को अपना परिचय देते हुए कहा कि वह नौसिखिया है और एवरेस्ट उसका पहला अभियान है।


प्रश्न 9. लेखिका की सफलता पर कर्नल खुल्लर ने उसे किन शब्दों में बधाई दी?
उत्तर- लेखिका की सफलता पर कर्नल खुल्लर ने कहा- मैं तुम्हारी इस अनूठी उपलब्धि के लिए तुम्हारे माता-पिता को बधाई देना चाहूँगा। देश को तुम पर गर्व है और अब तुम ऐसे संसार में वापस जाओगी, जो तुम्हारे अपने पीछे छोड़े हुए संसार से एकदम भिन्न होगा।


लिखित

(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-

प्रश्न 1. नज़दीक से एवरेस्ट को देखकर लेखिका को कैसा लगा?
उत्तर- नजदीक से एवरेस्ट को देखने पर लेखिका भौंचक्की रह गई। उसे टेढ़ी-मेढ़ी चोटियाँ ऐसी लग रही थीं मानो कोई बरफ़ीली नदी बह रही हो।


प्रश्न 2. डॉ. मीनू मेहता ने क्या जानकारियाँ दीं?
उत्तर- डॉ. मीनू मेहता ने लेखिका को अल्युमिनियम की सीढ़ियों से अस्थायी पुलों का निर्माण करने, लट्टों और रस्सियों का उपयोग करने, बर्फ़ की आड़ी-तिरछी दीवारों पर रस्सियों को बाँधने तथा अग्रिम दल के अभियांत्रिकीकार्यों की विस्तृत जानकारी दी।


प्रश्न 3. तेनजिंग ने लेखिका की तारीफ में क्या कहा?
उत्तर- तेनजिंग ने लेखिका की तारीफ में कहा, “तुम पक्की पर्वतीय लड़की लगती हो। तुम्हें तो पहले ही प्रयास में शिखर पर पहुँच जाना चाहिए।


प्रश्न 4. लेखिका को किनके साथ चढ़ाई करनी थी?
उत्तर- लेखिका के अभियान-दल में यों तो लोपसांग, तशारिंग, एन.डी. शेरपा आदि अनेक सदस्य थे। किंतु उन्हें जिन साथियों के संग यात्रा करनी थी, वे थे-की, जय और मीनू।


प्रश्न 5. लोपसंगा ने तंबू का रास्ता कैसे साफ़ किया?
उत्तर- लोपसांग ने तंबू का रास्ता साफ़ करने के लिए अपनी स्विस छुरी निकाली। उन्होंने लेखिका के आसपास जमे बड़े-बड़े हिमपिंडों को हटाया और लेखिका के चारों ओर जमी कड़ी बरफ़ की खुदाई किया। उन्होंने बड़ी मेहनत से लेखिका को बरफ़ की कब्र से खींच निकाला।


प्रश्न 6. साउथ कोल कैंप पहुँचकर लेखिका ने अगले दिन की महत्त्वपूर्ण चढ़ाई की तैयारी कैसे शूरू की?
उत्तर- ‘साउथ कोल’ कैंप पहुँचकर लेखिका ने अगले दिन की चढ़ाई की तैयारी शुरू की। उसने खाना, कुकिंग गैस तथा ऑक्सीजन सिलेंडर इकट्टे किए। उसके बाद वह चाय बनाने की तैयारी करने लगी।


(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-

प्रश्न 1. उपनेता प्रेमचंद ने किन स्थितियों से अवगत कराया?
उत्तर- उपनेता प्रेमचंद ने अभियान दल को खंभु हिमपात की स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि उनके दल ने कैंप-एक जो हिमपात के ठीक ऊपर है, वहाँ तक का रास्ता साफ़ कर दिया है और फल बनाकर, रस्सियाँ बाँधकर तथा इंडियों से रास्ता चिन्हित कर, सभी बड़ी कठिनाइयों का जायजा ले लिया गया है। उन्होंने इस पर भी ध्यान दिलाया कि ग्लेशियर बरफ़ की नदी है और बरफ़ का गिरना अभी जारी है। हिमपात में अनियमित और अनिश्चित बदलाव के कारण अभी तक के किए गए सभी काम व्यर्थ हो सकते हैं और हमें रास्ता खोलने का काम दोबारा करना पड़ सकता है।


प्रश्न 2. हिमपात किस तरह होता है और उससे क्या-क्या परिवर्तन आते हैं?
उत्तर- बर्फ़ के खंडों का अव्यवस्थित ढंग से गिरना ही हिमपात कहलाता है। ग्लेशियर के बहने से बर्फ में हलचल मच जाती है। इस कारण बर्फ़ की बड़ी-बड़ी चट्टानें तत्काल गिर जाती हैं। इस अवसर पर स्थिति ऐसी खतरनाक हो जाती है कि धरातल पर दरार पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। अकसर बर्फ़ में गहरी-चौड़ी दरारें बन जाती हैं। हिमपात से पर्वतारोहियों की कठिनाइयाँ बहुत अधिक बढ़ जाती हैं।


प्रश्न 3. लेखिका ने तंबू में गिरे बरफ़ पिंड का वर्णन किस तरह किया है?
उत्तर- लेखिका ने तंबू में गिरे बरफ़ के पिंड का वर्णन करते हुए कहा है कि वह ल्होत्से की बरफ़ीली सीधी ढलान पर लगाए गए नाइलान के तंबू के कैंप-तीन में थी। उसके तंबू में लोपसांग और तशारिंग उसके तंबू में थे। अचानक रात साढ़े बारह बजे उसके सिर में कोई सख्त चीज़ टकराई और उसकी नींद खुल गई। तभी एक जोरदार धमाका हुआ और उसे लगा कि एक ठंडी बहुत भारी चीज़ इसके शरीर को कुचलती चल रही थी। इससे उसे साँस लेने में कठिनाई होने लगी।


प्रश्न 4. लेखिका को देखकर ‘की’ हक्का-बक्का क्यों रह गया?
उत्तर- जय बचेंद्री पाल का पर्वतारोही साथी था। उसे भी बचेंद्री के साथ पर्वत-शिखर पर जाना था। शिखर कैंप पर पहुँचने में उसे देर हो गई थी। वह सामान ढोने के कारण पीछे रह गया था। अतः बचेंद्री उसके लिए चाय-जूस आदि लेकर उसे रास्ते में लिवाने के लिए पहुँची। जय को यह कल्पना नहीं थी कि बचेंद्री उसकी चिंता करेंगी और उसे लिवी लाने के लिए आएँगी। इसलिए जब उसने बचेंद्री पाल को चाय-जूस लिए आया देखा तो वह हक्का-बक्का रह गया।


प्रश्न 5. एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए कुल कितने कैंप बनाए गए? उनका वर्णन कीजिए।
उत्तर- पाठ से ज्ञात होता है कि एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए कुल पाँच कैंप बनाए गए। उनके दल का पहला कैंप 6000 मीटर की ऊँचाई पर था जो हिमपात से ठीक ऊपर था। दूसरा कैंप-चार 7900 मीटर की ऊँचाई पर बनाया गया था। कैंप-तीन ल्होत्से की बरफ़ीली सीधी ढलान पर बनाया गया था। यहाँ नाइलोन के तंबू लगाए गए थे। एक कैंप साउथकोल पर बनाया गया था। यहीं से अभियान दल को एवरेस्ट पर चढ़ाई करनी थी। इसके अलावा एक बेस कैंप भी बनाया गया था।


प्रश्न 6. चढ़ाई के समय एवरेस्ट की चोटी की स्थिति कैसी थी?
उतर- जब बचेंद्री पाल एवरेस्ट की चोटी पर पहुँची तो वहाँ चारों ओर तेज़ हवा के कारण बर्फ़ उड़ रही थी। बर्फ़ इतनी अधिक थी कि सामने कुछ नहीं दिखाई दे रहा था। पर्वत की शंकु चोटी इतनी तंग थी कि दो आदमी वहाँ एक साथ खड़े नहीं हो सकते थे। नीचे हजारों मीटर तक ढलान ही ढलान थी। अतः वहाँ अपने आपको स्थिर खड़ा करना बहुत कठिन था। उन्होंने बर्फ के फावड़े से बर्फ़ तोड़कर अपने टिकने योग्य स्थान बनाया।


प्रश्न 7. सम्मिलित अभियान में सहयोग एवं सहायता की भावना का परिचय बचेंद्री के किस कार्य से मिलता है?
उतर- एवरेस्ट पर विजय पाने के अभियान के दौरान लेखिको बचेंद्री पाल अपने साथियो ‘जय’, की ‘मीनू’ के साथ चढाई कर रही थी, परंतु वह इनसे पहले साउथ कोल कैंप पर जा पहुँची क्योंकि वे बिना ऑक्सीजन के भारी बोझ लादे चढ़ाई कर रहे थे। लेखिका ने दोपहर बाद इन सदस्यों की मदद करने के लिए एक थरमस को जूस से और दूसरे को गरम चाय से भर लिया और बरफ़ीली हवा में कैंप से बाहर निकल कर उन सदस्यों की ओर नीचे उतरने लगी। उसके इस कार्य से सहयोग एवं सहायता की भावना का परिचय मिलता है।


(ग) निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए-

प्रश्न 1. एवरेस्ट जैसे महान अभियान में खतरों को और कभी-कभी तो मृत्यु भी आदमी को सहज भाव से स्वीकार करनी चाहिए।
उतर- एवरेस्ट की सर्वोच्च चोटी पर चढ़ना एक महान अभियान है। इसमें पग-पग पर जान जाने का खतरा होता है। अतः यदि ऐसा कठिन कार्य करते हुए मृत्यु भी हो जाए, तो उसे सहज घटना के रूप में लेना चाहिए। बहुत हाय-तौबा नहीं मचानी चाहिए।


प्रश्न 2. सीधे धरातल पर दरार पड़ने का विचार और इस दरार का गहरे-चौड़े हिम-विदर में बदल जाने का मात्र खयाल ही बहुत डरावना था। इससे भी ज्यादा भयानक इस बात की जानकारी थी कि हमारे संपूर्ण प्रयास के दौरान हिमपात लगभग एक दर्जन आरोहियों और कुलियों को प्रतिदिन छूता रहेगा।
उत्तर- आशय यह है कि ग्लेशियरों के बहने से बरफ़ में हलचल होने से बरफ़ की बड़ी-बड़ी चट्टानें अचानक गिर जाती हैं। इससे धरातल पर दरार पड़ जाती है। यही दरारें हिम-विदर में बदल जाती हैं जो पर्वतारोहियों की मृत्यु का कारण बन जाती है। इसका ख्याल ही मन में भय पैदा कर देता है। दुर्भाग्य से यह भी जानकारी मिल गई थी कि इस अभियान दल को अपने अभियान के दौरान ऐसे हिमपात का सामना करना ही पड़ेगा।


प्रश्न 3. बिना उठे ही मैंने अपने थैले से दुर्गा माँ का चित्र और हनुमान चालीसा निकाला। मैंने इनको अपने साथ लाए लाल कपड़े में लपेटा, छोटी-सी पूजा-अर्चना की और इनको बरफ़ में दबा दिया। आनंद के इस क्षण में मुझे अपने माता पिता का ध्यान आया।
उत्तर- जब बचेंद्री पाल हिमालय की चोटी पर सफलतापूर्वक पहुँच गई तो उसने घुटने के बल बैठकर बर्फ़ को माथे से छुआ। बिना सिर नीचे झुकाए हुए ही अपने थैले से दुर्गा माँ का चित्र और हनुमान चालीसा निकाला। उसँने इन्हें एक लाल कपड़े में लपेटा। थोड़ी सी पूजा की। फिर इस चित्र तथा हनुमान चालीसा को बर्फ में दबा दिया। उस समय उसे बहुत आनंद मिला। उसने प्रसन्नतापूर्वक अपने माता-पिता को याद किया।


भाषा अध्ययन

प्रश्न 1. इस पाठ में प्रयुक्त निम्नलिखित शब्दों की व्याख्या पाठ का संदर्भ देकर कीजिए-
निहारा है, धसकना, खिसकना, सागरमाथा, जायजा लेना, नौसिखिया
उत्तर-
निहारा है- बहुत ध्यान से विस्मय के साथ देखना।
लेखिका ने नमचे बाजार पहुँचकर एवरेस्ट पर चढ़ाई करने से पूर्व उसे निहारा।

धसकना- नीचे धंस या दब जाना।
बरफ़ की भारी चट्टानें जब बरफ़ीले धरातल पर गिरती है तो धरातल धसक जाता है।
इसका खयाल पर्वतारोहियों को भयभीत करने वाला होता है।

खिसकना- धीरे-धीरे सरकना।
ग्लेशियरों के बहने से बरफ़ में हलचल मच जाती है और बड़ी-बड़ी चट्टानें खिसकने लगती हैं।

सागरमाथा- सागर का माथा अर्थात् एवरेस्ट।
लेखिका को एवरेस्ट का दूसरा नाम सागरमाथा, जो नेपालियों में पसंद है, पसंद आया।

जायजा लेना- अनुमान लगाना।
एवरेस्ट अभियान के समय अग्रिम दल ने पुल बनाकर, रस्सियाँ बाँधकर सभी बड़ी कठिनाइयों का जायजा ले लिया था।

नौसिखिया- नया सीखने वाला।
एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ने वाले प्रथम व्यक्ति का गौरव पाने वाले तेनजिंग से लेखिका ने खुद को नौसिखिया कहा।

प्रश्न 2. निम्नलिखित पंक्तियों में उचित विराम-चिह्नों का प्रयोग कीजिए-

  1. उन्होंने कहा तुम एक पक्की पर्वतीय लड़की लगती हो तुम्हें तो शिखर पर पहले ही प्रयास में पहुँच जाना चाहिए

  2. क्या तुम भयभीत थीं

  3. तुमने इतनी बड़ी जोखिम क्यों ली बचेंद्री

उत्तर-

  1. उन्होंने कहा, “तुम एक पक्की पर्वतीय लड़की लगती हो। तुम्हें तो शिखर पर पहले ही प्रयास में पहुँच जाना चाहिए।’

  2. “क्या तुम भयभीत थीं?”

  3. “तुमने इतनी बड़ी जोखिम क्यों ली बचेंद्री ?”


प्रश्न 3. नीचे दिए उदाहरण के अनुसार निम्नलिखित शब्द-युग्मों का वाक्य में प्रयोग कीजिए-
उदाहरण- हमारे पास एक वॉकी-टॉकी थी।

टेढ़ी-मेढ़ी                          हक्का-बक्का

गहर-चौड़े                         इधर-उधर   

आस-पास                         लंबे-चौड़े
उत्तर-

  • टेढ़ी-मेढ़ी- एवरेस्ट की बरफ़ीली चोटियाँ बरफ़ की टेढ़ी-मेढ़ी नदी-सी लग रही थीं।

  • गहर-चौड़े- पहाड़ी रास्ते में पड़ने वाले गहरे-चौड़े नाले देखकर मन भयभीत हो रहा था।

  • आसपास- रेगिस्तान में आसपास कोई भी पेड़ नहीं दिखाई दे रहा था।

  • हक्का-बक्का- अचानक सेना द्वारा घेरे जाने से आतंकवादी हक्के-बक्के रह गए थे।

  • इधर-उधर- जंगली रास्ते पर इधर-उधर देखकर चलना।

  • लंबे-चौड़े- चुनाव के समय नेतागण बड़े लंबे-चौड़े वादे करके जनता को बहलाते हैं।


प्रश्न 4. उदाहरण के अनुसार विलोम शब्द बनाइए-
उदाहरण- अनुकूल-प्रतिकूल

  1. नियमित – अनियमित

  2. विख्यात – कुख्यात

  3. आरोही – अवरोही

  4. निश्चित – अनिश्चित

  5. सुंदर – असुंदर, खराब

उत्तर-

  1. नियमित – अनियमित

  2. आरोही – अवरोही

  3. सुंदर – असुंदर, खराब

  4. विख्यातं – कुख्यात

  5. निश्चित – अनिश्चित


प्रश्न 5. निम्नलिखित शब्दों में उपयुक्त उपसर्ग लगाइए-
जैसे- पुत्र – सुपुत्र
वास व्यवस्थित
कूल गति
रोहण रक्षित
उत्तर-
आ + वास = आवास
अ + व्यवस्थित = अव्यवस्थित
प्रति + कूल = प्रतिकूल
दुर् + गति = दुर्गति
अव + रोहण = अवरोहण
सु + रक्षित = सुरक्षित


प्रश्न 6. निम्नलिखित क्रिया विशेषणों का उचित प्रयोग करते हुए रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
अगले दिन, कम समय में, कुछ देर बाद, सुबह तक

  1. मैं ……………….. यह कार्य कर लूंगा।

  2. ……………. घिरने के …………… ही वर्षा हो गई।

  3. ……………….. बहुत …………………. इतनी तरक्की कर ली।

  4. नाडकसा को ………………….. गाँव जाना था।

उत्तर-

  1. मैं अगले दिन यह कार्य कर लूंगा।

  2. बादल घिरने के कुछ देर बाद ही वर्षा हो गई।

  3. उसने बहुत कम समय में इतनी तरक्की कर ली।

  4. नाडकसा को सुबह तक गाँव जाना था।


योग्यता विस्तार

प्रश्न 1. इस पाठ में आए दस अंग्रेजी शब्दों का चयन कर उनके अर्थ लिखिए-
उत्तर-

  1. बेस कैंप – आधारभूत या मुख्य पड़ाव

  2. ग्लेशियर – हिमनद, बरफ़ीली नदी

  3. स्ट्रेचर – मरीजों को लाने-ले जाने का उपकरण

  4. साउथ – दक्षिण

  5. कुकिंग गैस – खाना पकाने वाली गैस

  6. आक्सीजन – प्राणवायु, जीवनदायिनी गैस

  7. कुली – बोझा उठाने वाले

  8. वॉकी-टॉकी – बात करने का एक उपकरण

  9. सिलिंडर – बेलनाकार बर्तन

  10. थरमस – ठंडा या गरम रखने वाला बर्तन


प्रश्न 2. पर्वतारोहण से संबंधित दस चीजों के नाम लिखिए।
उत्तर- पर्वतारोहण से जुड़ी चीजें-
रस्सी, फावड़ा, आक्सीजन टैंट, बँटा, वॉकी-टॉकी, थरमस चाय, एल्यूमिनियम की सीढ़ी, बिस्तर, चाकू, हथौड़ा, कील, स्ट्रेचर आदि।


प्रश्न 3. तेनजिंग शेरपा की पहली चढ़ाई के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए।
उत्तर- तेनजिंग शेरपा ने 29 मई 1953 को अपने साथी सर एडमंड हिलेरी के साथ माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी। यह चढ़ाई विश्व के सबसे ऊँचे पर्वत पर पहुँचने का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर थी। तेनजिंग शेरपा एक नेपाली शेरपा थे और उनकी चढ़ाई ने उन्हें विश्वभर में प्रसिद्धि दिलाई। उनकी तैयारी, साहस, और कठिनाइयों का सामना करने की क्षमता ने उन्हें इस कठिन शिखर पर पहुँचने में मदद की। यह चढ़ाई केवल शारीरिक क्षमता का ही नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता का भी उदाहरण थी।

प्रश्न 4. इस पर्वत का नाम ‘एवरेस्ट’ क्यों पड़ा? जानकारी प्राप्त कीजिए।
उत्तर- माउंट एवरेस्ट का नाम सर जॉर्ज एवरेस्ट के नाम पर रखा गया है, जो भारतीय सर्वेक्षण के प्रमुख थे। 1865 में इस पर्वत को एवरेस्ट नाम दिया गया था। इससे पहले, इसे 'पार्बत' और 'सागरमाथा' जैसे नामों से जाना जाता था। सर जॉर्ज एवरेस्ट ने इस पर्वत का सर्वेक्षण किया और इसकी ऊँचाई को मापने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसलिए, उनकी उपलब्धियों के सम्मान में इस पर्वत का नाम 'एवरेस्ट' रखा गया।


परियोजना कार्य

प्रश्न 1. आगे बढ़ती भारतीय महिलाओं की पुस्तक पढ़कर उनसे संबंधित चित्रों का संग्रह कीजिए एवं संक्षिप्त जानकारी प्राप्त करके लिखिए-
(क) पी. टी. उषा
(ख) आरती साहा
(ग) किरण बेदी
उत्तर-
(क) पी. टी. उषा भारतीय एथलीट हैं, जिन्हें "नाइटींग गेज़" के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने 1984 के लॉस एंजेलेस ओलंपिक्स में 400 मीटर दौड़ में चौथा स्थान प्राप्त किया। उषा ने एशियाई खेलों में कई पदक जीते हैं और वे भारतीय athletics की एक प्रेरणादायक हस्ती हैं।

(ख) आरती साहा भारत की पहली महिला हैं, जिन्होंने 1959 में इंग्लिश चैनल पार किया। उन्होंने तैराकी में अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया और कई पुरस्कार जीते। उनका साहस और मेहनत आज भी युवा तैराकों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

(ग) किरण बेदी भारत की पहली महिला आई.पी.एस. अधिकारी हैं। उन्होंने पुलिस सेवा में कई महत्वपूर्ण कार्य किए और महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज उठाई। किरण बेदी ने समाज में बदलाव लाने के लिए कई कार्यक्रमों का संचालन किया और वे एक प्रमुख समाजसेवी भी हैं।


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FAQs on NCERT Solutions For Class 9 Hindi Sparsh Chapter 2 Everestmeri Shikhar Yatra - 2025-26

1. What is the central idea of Everest Meri Shikhar Yatra?

The central idea of 'Everest Meri Shikhar Yatra' is to showcase the immense courage, leadership, and teamwork required to overcome extreme challenges, rather than just narrating a mountain climb. Many students mistake it for a simple travel diary.




2. What is 'himpat' in Everest Meri Shikhar Yatra?

In 'Everest Meri Shikhar Yatra', 'himpat' (हिमपात) correctly refers to a dangerous avalanche or the sudden, forceful collapse of a large mass of ice and snow. This is often confused with simple, gentle snowfall (हिमवर्षा). The chapter describes a 'himpat' as a terrifying event that buried the author's camp.


3. Do the solutions for 'Everest Meri Shikhar Yatra' just give a chapter summary?

No, the solutions provide structured, point-wise answers that analyze specific events and themes, going far beyond a simple summary. The common misconception is that solution guides are just shortcuts that rephrase the chapter's plot.




4. Who wrote Everest Meri Shikhar Yatra?

This chapter was written by Bachendri Pal herself, the first Indian woman to climb Mount Everest.


5. Is the Free PDF of question answers just for checking my work?

The Free PDF is a comprehensive learning tool for understanding and practice, not just a final checklist for answers.




6. Do NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 2 only have answers for the final exercises?

NCERT Solutions provide answers for both the in-text questions found within the chapter and the main exercises at the end. Students often overlook the in-text questions, thinking that solutions only cover the 'Abhyas' section. This ensures students understand concepts as they appear in the narrative.


7. Was the expedition an easy journey for Bachendri Pal?

No, the expedition was extremely difficult and life-threatening for Bachendri Pal and her team. The chapter provides numerous examples of the severe challenges she faced. The most dramatic one was the 'himpat' (avalanche) that struck their camp at Camp III, burying her under the snow and injuring several climbers. She also faced extreme cold, treacherous ice falls, and the physical toll of climbing at high altitudes with limited oxygen.




8. Was Bachendri Pal alone during her final climb to the summit?

No, Bachendri Pal reached the summit with her climbing partner, Ang Dorjee.

9. What is the significance of 'Sagarmatha' in the chapter?

In the chapter, 'Sagarmatha' is the Nepali name for Mount Everest, and its significance lies in the reverence and respect the local people have for the peak. It is not just another name; it carries cultural and spiritual weight. Students often treat it as a simple geographical term.



10. Are the question answers in the PDF too complex for Class 9 students?

No, the everest meri shikhar yatra question answers pdf is specifically written in simple, clear language suitable for Class 9 students. The language is kept straightforward to ensure every student can grasp the core concepts easily.


11. Do I need extra books if I use the NCERT Solutions from Vedantu?

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