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NCERT Solutions for Class 6 Hindi Malhar Chapter 6 Meri Maa (मेरी माँ)

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NCERT Solutions for Class 6 Hindi (Malhar) Chapter 6 Meri Ma (रामप्रसाद 'बिस्मिल) - FREE PDF Download

Vedantu provides NCERT Solutions for Class 6 Hindi (Malhar) Chapter 6 Meri Maa. This chapter beautifully captures a child's emotions and feelings for their mother. The solutions offer a detailed explanation of the chapter, making it easier for students to understand the text and its meaning. By using Class 6 Hindi NCERT Solutions, students can effectively prepare for their exams, gain a deeper understanding of the chapter's message, and improve their Hindi language skills. Check out the revised CBSE Class 6 Hindi Syllabus and start practising Hindi (Malhar) Class 6 Chapter 6.

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Table of Content
1. NCERT Solutions for Class 6 Hindi (Malhar) Chapter 6 Meri Ma (रामप्रसाद 'बिस्मिल) - FREE PDF Download
2. Access NCERT Solutions for Class 6 Hindi (Malhar) Chapter 6 Meri Maa
    2.1पाठ से
    2.2पंक्तियों पर चर्चा
    2.3मिलकर करें मिलान
    2.4सोच-विचार के लिए
    2.5आत्मकथा की रचना
    2.6शब्द-प्रयोग तरह-तरह के
3. Benefits of NCERT Solutions for Class 6 Hindi (Malhar) Chapter 6 Meri Maa
4. Conclusion 
5. Important Study Material Links for Class 6 Hindi (Malhar) Chapter 6 - Meri Maa
6. Chapter-wise NCERT Solutions Class 6 Hindi (Malhar)
7. Related Important Study Material Links for Class 6 Hindi 
FAQs

Access NCERT Solutions for Class 6 Hindi (Malhar) Chapter 6 Meri Maa

पाठ से

(क) नीचे दिए गए प्रश्‍नों का सटीक उत्तर कौन-सा है?

प्रश्न 1. ‘किंतु यह इच्छा पूर्ण होती नहीं दिखाई देती।’ बिस्मिल को अपनी किस इच्छा के पूर्ण न होने की आशंका थी?

  • भारत माता के साथ रहने की

  • अपनी प्रतिज्ञा पर दृढ़ रहने की

  • अपनी माँ की जीवनपर्यंत सेवा करने की

  • भोग विलास तथा ऐश्वर्य भोगने की

उत्तर: अपनी माँ की पूरी जिंदगी सेवा करने की इच्छा।


प्रश्न 2. रामप्रसाद बिस्मिल की माँ का सबसे बड़ा आदेश क्या था?

  • देश की सेवा करें

  • कभी किसी के प्राण न लेना

  • कभी किसी से छल न करना

  • सदा सच बोलना

उत्तर: कभी किसी की जान न लेना।


(ख) अब अपने मित्रों के साथ तर्कपूर्ण चर्चा कीजिए कि आपने ये ही उत्तर क्यों चुने?

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करें।


पंक्तियों पर चर्चा

पाठ में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं। इन्हें पढ़कर समझिए और इन पर विचार कीजिए । आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? कक्षा में अपने विचार साझा कीजिए और लिखिए।

(क) “यदि मुझे ऐसी माता न मिलतीं, तो मैं भी अति साधारण मनुष्यों की भाँति संसार-चक्र में फँसकर जीवन निर्वाह करता।”

उत्तर: बिस्मिल की माँ के प्रति उनकी गहरी श्रद्धा थी। क्रांतिकारी जीवन की प्रेरणा और सहयोग बिस्मिल को अपनी माँ से मिला। उन्होंने खुद को पूरी तरह से देश की स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दिया।


(ख) “उनके इस आदेश की पूर्ति करने के लिए मुझे मज़बूरन दो-एक बार अपनी प्रतिज्ञा भंग भी करनी पड़ी थी।”

उत्तर: बिस्मिल की माता जी ने उन्हें सबसे महत्वपूर्ण आदेश दिया था कि कभी किसी की जान न जाए। उन्होंने सिखाया था कि दुश्मन को भी मौत की सजा न मिले। बिस्मिल ने कुछ लोगों को मौत की सजा देने की प्रतिज्ञा ली थी, लेकिन उनकी माँ ने उनसे वादा लिया कि वे बदले में किसी की जान नहीं लेंगे।


मिलकर करें मिलान

पाठ में से चुनकर कुछ शब्द नीचे दिए गए हैं। अपने समूह में इन पर चर्चा कीजिए और इन्हें इनके सही अर्थ या संदर्भों से मिलाइए। इसके लिए आप शब्दकोश, इंटरनेट, पुस्तकालय या अपने शिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।


शब्द

अर्थ या संदर्भ

1. देवनागरी

1. सिखों के दसवें और अंतिम गुरु थे। उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की।

2. आर्यसमाज

2. इटली के गुप्त राष्ट्रवादी दल का सेनापति इटली का मसीहा था जिसने लोगों को एक सूत्र में बाँधा ।

3. मेजिनी

3. महर्षि दयानंद द्वारा स्थापित एक संस्था ।

4. गोबिंद सिंह

4. भारत की एक भाषा लिपि जिसमें हिंदी, संस्कृत, मराठी आदि भाषाएँ लिखी जाती हैं।



उत्तर:


शब्द

अर्थ या संदर्भ

1. देवनागरी

4. भारत की एक भाषा लिपि जिसमें हिंदी, संस्कृत, मराठी आदि भाषाएँ लिखी जाती हैं।

2. आर्यसमाज

3. महर्षि दयानंद द्वारा स्थापित एक संस्था ।

3. मेजिनी

2. इटली के गुप्त राष्ट्रवादी दल का सेनापति इटली का मसीहा था जिसने लोगों को एक सूत्र में बाँधा ।

4. गोबिंद सिंह

1. सिखों के दसवें और अंतिम गुरु थे। उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की।



सोच-विचार के लिए

पाठ को एक बार फिर से पढ़िए और दिए गए प्रश्नों के बारे में पता लगाकर अपनी लेखन पुस्तिका में लिखिए।

प्रश्न 1. बिस्मिल की माता जी जब ब्याह कर आईं तो उनकी ‘आयु काफ़ी कम थी।
(क) फिर भी उन्होंने स्वयं को अपने परिवार के अनुकूल कैसे ढाला?
(ख) उन्होंने अपनी इच्छाशक्ति के बल पर स्वयं को कैसे शिक्षित किया?

उत्तर:

(क) बिस्मिल की माँ का विवाह ग्यारह वर्ष की आयु में हुआ था, और ससुराल आते ही उन्होंने लगन से गृहकार्य सीख लिया और परिवार के काम-काज को कुशलतापूर्वक संभालने लगीं। बिस्मिल के जन्म के कुछ वर्षों बाद उन्होंने हिंदी पढ़ना सीखा और फिर बिस्मिल और उनकी बहनों को भी पढ़ाना शुरू कर दिया।


(ख) बिस्मिल की माँ की इच्छाशक्ति बहुत दृढ़ थी। विवाह के कुछ वर्षों बाद, उन्होंने घर पर ही शिक्षित सहेलियों के संपर्क में आकर देवनागरी की किताबें पढ़ना सीख लिया। माताजी बहुत परिश्रमी थीं और गृहकार्य के बाद बचे समय में पढ़ाई करती थीं। इस प्रकार उन्होंने प्रबल इच्छाशक्ति का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया।


प्रश्न 2. बिस्मिल को साहसी बनाने में उनकी माता जी ने कैसे सहयोग दिया?

उत्तर: बिस्मिल के व्यक्तित्व को आकार देने में उनकी माँ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी। जीवन के हर मोड़ पर उन्होंने अपने पुत्र बिस्मिल को प्रेरित किया। कम उम्र में ही बिस्मिल ने अपनी माँ से प्रेरणा लेकर साहस, वीरता और देश सेवा का मार्ग चुना। अपनी जन्मभूमि के लिए समर्पित बेटे पर उनकी माँ को गर्व था। उन्होंने संकट के समय भी बिस्मिल को धैर्य बनाए रखने की सीख दी।


प्रश्न 3. आज से कई दशक पहले बिस्मिल की माँ शिक्षा के महत्व को समझती थीं, बताइए कैसे? 

उत्तर: बिस्मिल की माँ ने बचपन से ही उनमें प्रेम, साहस और दृढ़ता के गुण विकसित किए। अपने कम उम्र में विवाह के बावजूद, उन्होंने अपनी मजबूत इच्छाशक्ति के साथ खुद को शिक्षित किया। बाद में, उन्होंने बिस्मिल और उनकी बहनों को भी पढ़ाया-लिखाया। अपनी शिक्षा और वाणी से उन्होंने बिस्मिल के जीवन में सकारात्मक मूल्यों का विकास किया। माँ के इस प्रोत्साहन के कारण ही रामप्रसाद धर्म के मार्ग पर चलकर अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सके।


प्रश्न 4. हम कैसे कह सकते हैं कि बिस्मिल की माँ स्वतंत्र और उदार विचारों वाली थीं? 

उत्तर: रामप्रसाद बिस्मिल की माँ स्वतंत्र और उदार विचारों वाली सशक्त महिला थीं। वे बिस्मिल को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती थीं। शिक्षा के अलावा, वे उन्हें देशसेवा के लिए विभिन्न सम्मेलनों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करती थीं। बिस्मिल की बहनों को भी उन्होंने छोटी उम्र में ही शिक्षा दी। अपनी माँ के स्वतंत्र और उदार विचारों के कारण ही बिस्मिल स्वाधीनता संग्राम की क्रांतिकारी गतिविधियों में हिस्सा ले सके और देश की आज़ादी के लिए संकल्पित हुए।


आत्मकथा की रचना

यह पाठ रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ की आत्मकथा का एक अंश है। आत्मकथा यानी अपनी कथा। दुनिया में अनेक लोग अपनी आत्मकथा लिखते हैं, कभी अपने लिए, तो कभी दूसरों के पढ़ने के लिए।

(क) इस पाठ को एक बार फिर से पढ़िए और अपने-अपने समूह में मिलकर इस पाठ की ऐसी पंक्तियों की सूची बनाइए जिनसे पता लगे कि लेखक अपने बारे में कह रहा है।
(ख) अपने समूह की सूची को कक्षा में सबके साथ साझा कीजिए।

उत्तर: विद्यार्थी अध्यापक की सहायता से इस गतिविधि को पूरा करेंगे।


शब्द-प्रयोग तरह-तरह के

(क) “माता जी उनसे अक्षर-बोध करतीं।” इस वाक्य में अक्षर-बोध का अर्थ है- अक्षर का बोध या ज्ञान।
एक अन्य वाक्य देखिए— “जो कुछ समय मिल जाता, उसमें पढ़ना-लिखना करतीं।” इस वाक्य में पढ़ना-लिखना अर्थात पढ़ना और लिखना।

प्रश्न. हम लेखन में शब्दों को मिलाकर छोटा बना लेते हैं जिससे समय, स्याही, कागज़ आदि की बचत होती है। संक्षेपीकरण मानव का स्वभाव भी हैं। इस पाठ से ऐसे शब्द खोजकर सूची बनाइए।

उत्तर:

  1. डाँट-फटकार

  2. काम-काज

  3. उठना-बैठना

  4. अंदर-बाहर

  5. देश सेवा

  6. पालन-पोषण


Benefits of NCERT Solutions for Class 6 Hindi (Malhar) Chapter 6 Meri Maa

  • The solutions provide a detailed explanation of the chapter, helping students grasp the emotions and themes conveyed in the text.

  • By practising these solutions, students can effectively prepare for their exams, ensuring they are well-versed in the chapter’s content.

  • The solutions guide students in understanding the use of language and poetic expressions, enhancing their Hindi language skills.

  • With the help of these solutions, students can confidently answer questions related to the chapter in their exams.

  • The solutions help students save time during revision by providing accurate and concise answers, allowing them to focus on other subjects as well.


Conclusion 

Chapter 6 Meri Maa in the Class 6 Hindi (Malhar) textbook is a touching portrayal of the bond between a mother and her child. This chapter not only highlights the various roles a mother plays in a child’s life but also deepens students' appreciation for their mothers. By studying this chapter with the help of NCERT Solutions, students can gain a better understanding of the emotions expressed and prepare effectively for their exams. These solutions also support students in enhancing their Hindi language skills, making their learning experience more meaningful and rewarding.


Important Study Material Links for Class 6 Hindi (Malhar) Chapter 6 - Meri Maa

S.No.

Important Study Material Links for Chapter 6

1.

Class 6 Meri Maa Important Questions

2.

Class 6 Meri Maa Notes



Chapter-wise NCERT Solutions Class 6 Hindi (Malhar)

After familiarising yourself with the Class 6 Hindi (Malhar) Chapter 6 Solutions, you can access comprehensive NCERT Solutions for all Chapters in Class 6 Hindi (Malhar).




Related Important Study Material Links for Class 6 Hindi 

You can also download additional study materials provided by Vedantu for Class 6  Hindi.


FAQs on NCERT Solutions for Class 6 Hindi Malhar Chapter 6 Meri Maa (मेरी माँ)

1. What is the main theme of Chapter 6 मेरी माँ in Class 6 Hindi?

मेरी माँ का मुख्य विषय माँ के प्रति बच्चे के गहरे प्रेम, सम्मान और कृतज्ञता को व्यक्त करना है। इस कविता में कवि ने माँ के त्याग, ममता और निःस्वार्थ प्रेम का सुंदर चित्रण किया है। माँ की महिमा को दर्शाते हुए, कवि ने यह बताया है कि माँ हर कठिनाई में बच्चे का सहारा बनती है। माँ का प्रेम और देखभाल जीवन के हर क्षण में प्रेरणा और सुरक्षा का स्रोत होते हैं। यह अध्याय माँ के प्रति भावनात्मक जुड़ाव को उजागर करता है।

2. How does the chapter Meri Maa reflect a child's feelings towards their mother?

The chapter Meri Maa beautifully expresses a child's heartfelt emotions and appreciation for their mother, showcasing the nurturing and comforting role a mother plays.

3. What literary style is used in Meri Maa from the Class 6 Hindi (Malhar) textbook?

Meri Maa is written in an autobiographical style, allowing the author to express personal memories and emotions related to their mother.

4. Why is Meri Maa considered an important chapter in Class 6 Hindi?

This chapter is significant because it helps students understand and appreciate the pivotal role mothers play in their lives, fostering a sense of gratitude and respect.

5. How can NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter Meri Maa help students in their exams?

NCERT Solutions for Meri Maa provides detailed explanations and answers that help students prepare effectively for exams by clarifying key concepts and themes.

6. What lessons can students learn from Chapter 6 Meri Maa in Class 6 Hindi?

Students can learn the value of a mother's love, the importance of respecting and caring for their parents, and the impact of a mother’s guidance in shaping their lives.

7. How does the chapter Meri Maa enhance language skills in Class 6 Hindi?

By studying Meri Maa, students improve their Hindi language skills through exposure to rich vocabulary, poetic expressions, and the autobiographical narrative style.

8. What emotions are depicted in Meri Maa from Class 6 Hindi?

Meri Maa depicts a wide range of emotions, including love, gratitude, admiration, and the deep connection a child feels with their mother.

9. How does मेरी माँ in Class 6 Hindi (Malhar) contribute to character development in students?

कविता "मेरी माँ" छात्रों के चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह कविता माँ के प्रति प्रेम, आदर और त्याग की भावना को उजागर करती है। छात्रों में करुणा, संवेदनशीलता और दूसरों के प्रति कर्तव्य निभाने की प्रेरणा जगाती है। कविता माता-पिता की मेहनत और बलिदान को समझने और उनका सम्मान करने की सीख देती है। यह बच्चों को नैतिक मूल्यों और परिवार के महत्व को समझने में मदद करती है।

10. What are the key takeaways from the chapter Meri Maa in Class 6 Hindi?

The key takeaways include the importance of a mother's role in a child's life, the emotional depth of maternal love, and the significance of expressing gratitude towards one's parents.