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NCERT Solutions for Class 12 Hindi Antra Chapter 13 Gandhi, Nehru Aur Yasser Arafat

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NCERT Solutions for Class 12 Chapter 13 Hindi - FREE PDF Download

Class 12 Hindi Chapter 13 Gandhi, Nehru Aur Yasser Arafat is an insightful chapter that presents various experiences of the author with notable leaders like Mahatma Gandhi, Jawaharlal Nehru, and Yasser Arafat. Through these interactions, the author highlights the simplicity, humility, and hospitality of these influential personalities. The chapter also gives insights into Gandhi’s compassion, Nehru’s gracious nature, and Arafat’s warm hospitality, showing how their leadership transcended borders. The solutions provide a clear path to comprehend the text and are beneficial for exam preparations.

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Our solutions for Class 12 Hindi Antra NCERT Solutions break the lesson into easy-to-understand explanations, making learning fun and interactive. Students will develop essential language skills with engaging activities and exercises. Check out the revised CBSE Class 12 Hindi Syllabus and start practising Hindi Class 12 Chapter 13. 


Glance on Class 12 Hindi Chapter 13 Gandhi, Nehru Aur Yasser Arafat (Antra)

  • Author's Visit to Sevagram in 1938: The author visited Sevagram to meet Mahatma Gandhi, eager to interact with him.

  • First Encounter with Gandhi Ji: The author was surprised to see Gandhi Ji look exactly like his pictures, making a memorable first impression.

  • Notable Visitors at Sevagram: Important figures like Nehru, Khan Abdul Ghaffar Khan, and Kasturba Gandhi were frequent visitors to Sevagram.

  • Gandhi Ji’s Compassion: Gandhi Ji tenderly cared for a sick child, comforting him and ensuring his quick recovery.

  • Nehru Ji’s Humility: Nehru Ji's calm and polite request for the newspaper demonstrated his humility and graciousness.

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Access NCERT Solutions Class 12 Hindi Chapter 13 Gandhi, Nehru Aur Yasser Arafat

प्रश्न 1. लेखक सेवाग्राम कब और क्यों गया था? 

उत्तर: सन् 1938 में लेखक सेवाग्राम गया था। लेखक सेवाग्राम गाँधी जी से मिलने के लिए गया था। वह गाँधी जी से मिलने के लिए अत्यंत इच्छुक था।


प्रश्न 2. लेखक का गाँधी जी के साथ चलने का पहला अनुभव किस प्रकार का रहा?

उत्तर: लेखक के भाई पहले से ही गाँधी जी को देखने के लिए एक निश्चित स्थान पर आते थे। उन्होंने लेखक से कहा था कि गाँधी जी से मिलने के लिए उन्हें सुबह 7 बजे ही वहाँ आना होगा क्योंकि गाँधी जी हमेशा वहीं से गुजरते थे। सुबह सात बजते ही दोनों भाई गाँधी जी से मिलने के लिए भागते हुए वहाँ पहुँचे। लेखक उन्हें देखकर आश्चर्यचकित हो गए और उन्होंने बोला की गाँधी जी जैसे चित्र में दिखते हैं वैसे ही असल जीवन में भी दिखते हैं। गाँधी जी ने जब यह बात सुनी तो उनके चेहरे पर मुस्कान आयी और फिर वह आगे चले गए। लेखक का गाँधी जी से मिलने का यही अनुभव रहा।


प्रश्न 3. लेखक ने सेवाग्राम में किन लोगों के आने का जिक्र किया है?

उत्तर: जवाहरलाल नेहरू, गाँधी जी, यास्सेर अराफात, पृथ्वीसिंह आजाद, मीरा बेन, खान अब्दुल गफ्फार खान, राजेन्द्र बाबू, कस्तूरबा गाँधी, ये सभी लोग सेवाग्राम में आए थे।


प्रश्न 4. रोगी बालक के प्रति गाँधी जी का व्यवहार किस प्रकार का था?

उत्तर: गाँधी जी ने जब रोगी बालक को देखा तो उन्होंने उसके पेट पर हाथ फेरा और उसको उल्टी करने को कहा। जब वह उल्टी कर रहा था तो गाँधी जी उसके पीठ को हाथ फेर कर सहला रहे थे। थोड़ी ही देर में बालक की तबीयत ठीक हो गई और फिर गाँधी जी ने बालक को कहा कि ‘तू भी पागल है’। रोगी बालक के प्रति गाँधी जी का ऐसा ही व्यवहार था।


प्रश्न 5. कश्मीर के लोगों ने नेहरू जी का स्वागत किस प्रकार किया था?

उत्तर: कश्मीर के लोगों ने अलग-अलग फूलों की मालाओं के साथ नेहरू जी का स्वागत किया था।


प्रश्न 6. अख़बार वाली घटना से नेहरू जी के व्यक्तित्व की कौन सी विशेषता स्पष्ट होती है?

उत्तर: अख़बार वाली घटना के माध्यम से हमें नेहरू जी के व्यक्तित्व में सहनशीलता, मितभाषी और शालीनता के होने का पता चलता है। अख़बार वाली घटना यह है कि लेखक नेहरू जी के पढ़े हुए अख़बार को पढ़ रहा था। लेखक ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसको लगा कि नेहरू जी उससे अख़बार वापस मांगेंगे तो वह उनसे बात करेगा। जब नेहरू जी वापस आए तो उन्होंने देखा कि लेखक अख़बार पढ़ रहे थे। उन्होंने बड़ी विनम्रतापूर्वक लेखक से पूछा कि आपने अख़बार पढ़ लिया हो तो मुझे दे दीजिए मै भी पढ़ लूंगा। यह सुनकर लेखक को बहुत खुशी हुई।


प्रश्न 7. फिलिस्तीन के प्रति भारत का रवैया बहुत सहानभूतिपूर्ण एवं समर्थन भरा क्यों था?

उत्तर: भारत ने फिलिस्तीन को हमेशा सहानभूति और समर्थन दिखाया है क्योंकि कोई अन्य देश उसके विकास के समर्थन में नहीं था। फिलिस्तीन के लोग बहुत ही अच्छे स्वभाव के थे और सभी के साथ विनम्रतापूर्वक बात करते थे। इसलिए भारत का रवैया फिलिस्तीन के प्रति अच्छा था।


प्रश्न 8. अराफात के आतिथ्य प्रेम से संबन्धित किन्हीं दो घटनाओं का वर्णन कीजिए। 

उत्तर: अराफात के आतिथ्य प्रेम से संबन्धित दो घटनाएँ इसप्रकार हैं:-

1. अराफात बड़े ही प्रेम के साथ सभी से शहद का शरबत पीने को कह रहे थे।

2. उनका आतिथ्य प्रेम इतना था कि वह सभी को अनूठा फल खिला रहे थे और शहद की चटनी के बारे में भी बता रहे थे।


प्रश्न 9. अराफात ने ऐसा क्यों बोला की ‘वे आपके ही नहीं हमारे भी नेता हैं उतने ही आदरणीय जितने आपके लिए।’ इस कथन के आधार पर गाँधी जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिए।

उत्तर: अराफात ने बोला कि गाँधी जी बस आपके नेता नहीं हैं, वह हम सभी के नेता हैं। अराफात ने यह कहकर गाँधी जी के व्यक्तित्व को दर्शाया है। गाँधी जी से प्रभावित होकर अन्य लोगों ने भी उनकी शिक्षा को अपनाया और उनसे ही कई नेताओं ने अहिंसावाद के बारे में जाना।


भाषा-शिल्प–

1. पाठ से क्रिया-विशेषण छाँटिए और उनका अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए :
सात बजे (कालवाचक)
तुम्हें सात बजे आना चाहिए।

धीमी (रीतिवाचक)
वह धीमी गति से चल रही थी।

चुपचाप (रीतिवाचक)
उसने चुपचाप कमरे से बाहर कदम रखा।

हँसते हुए (रीतिवाचक)
वह हँसते हुए कमरे में प्रवेश किया।

एक ओर (स्थानवाचक)
तुम एक ओर खड़े रहो।


2. “मैं सेवाग्राम” “माँ जैसी लगती” गद्यांश में क्रिया पर ध्यान दीजिए।

लेखक सेवाग्राम में तीन हफ्ते रुके थे। वे प्रातःकाल टोली के साथ जाते और शाम की प्रार्थना सभा में शामिल होते। वहाँ, कस्तूरबा एक ओर बैठी होतीं, और उनके शांत बैठने का दृश्य लेखक को अपनी माँ की याद दिलाता।


3. नेहरूजी द्वारा सुनाई गई कहानी को अपने शब्दों में लिखिए।

कहानी

पेरिस का एक बाजीगर, जो करतब दिखाकर अपना गुजारा करता था, क्रिसमस के अवसर पर गिरजे के बाहर उदास खड़ा था क्योंकि उसके पास माता मरियम के लिए कोई उपहार नहीं था। वह अपनी कला से माता मरियम को प्रसन्न करना चाहता था, इसलिए गिरजा खाली होने पर अंदर जाकर करतब दिखाने लगा। इस कोशिश में वह बहुत थक गया। तभी पादरी ने उसे देखकर नाराजगी दिखाई, लेकिन उसी समय माता मरियम ने चमत्कारिक रूप से बाजीगर के माथे का पसीना पोंछा और उसे दुलार दिया।


योग्यता विस्तार–

1. भीष्म साहनी की अन्य रचनाएँं ‘तमस’ तथा ‘मेरा भाई बलराज’ पढ़िए।
विद्यार्थी 'तमस' और 'मेरा भाई बलराज' पढ़ सकते हैं। 'तमस' पर आधारित धारावाहिक देखकर भी इसकी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।


2. गाँधी तथा नेहरूजी से संबंधित अन्य संस्मरण भी पढ़िए और उन पर टिप्पणी लिखिए।
विद्यार्थी गाँधी और नेहरूजी के अन्य संस्मरण पढ़कर उन पर टिप्पणी लिख सकते हैं।


3. यास्सेर अराफात के आतिथ्य से क्या प्रेरणा मिलती है और अपने अतिथि का सत्कार आप किस प्रकार करना चाहेंगे ?
यास्सेर अराफात के आतिथ्य से यह सीख मिलती है कि अतिथि को सम्मान और आदर देना चाहिए। मैं अपने अतिथि का स्वागत पूरे आदर और गर्मजोशी से करूंगा, और उनकी हर आवश्यकता का ध्यान रखूंगा, जिससे वे सहज महसूस करें।


Learnings of NCERT Solutions for Class 12 Hindi Antra Chapter 13

  • Understand the personal interactions between the author and great leaders like Gandhi and Nehru.

  • Learn about Gandhi’s deep compassion for people, as seen in his care for the sick child.

  • Explore Nehru’s humility and grace, which stand out even in minor incidents.

  • Get insights into the close relations between India and Palestine through Arafat's interactions.

  • Learn how leaders’ personalities influenced not only their nations but the world.


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Conclusion 

'Chapter Gandhi, Nehru Aur Yasser Arafat' gives a glimpse into the lives of three globally respected leaders. The author shares his experiences, reflecting on the deep compassion of Gandhi, the simplicity and grace of Nehru, and the warm hospitality of Arafat. These NCERT Solutions provide a thorough breakdown of the chapter, helping students connect with the themes and understand the significance of the leaders' actions and personalities.


Chapter-wise NCERT Solutions Class 12 Hindi - (Antra) 

After familiarising yourself with the Class 12 Hindi 13 Chapter Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions from all Hindi Class 12 Antra textbook chapters.




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FAQs on NCERT Solutions for Class 12 Hindi Antra Chapter 13 Gandhi, Nehru Aur Yasser Arafat

1. NCERT समाधान के अनुसार, लेखक सेवाग्राम क्यों गए थे और वहाँ गाँधी जी से उनकी पहली मुलाकात कैसी रही?

NCERT समाधान के अनुसार, लेखक 1938 में महात्मा गाँधी से व्यक्तिगत रूप से मिलने की तीव्र इच्छा के कारण सेवाग्राम गए थे। गाँधी जी से उनकी पहली मुलाकात तब हुई जब वे सुबह की सैर पर निकले थे। लेखक उन्हें देखकर चकित रह गए क्योंकि गाँधी जी बिल्कुल वैसे ही दिखते थे जैसे तस्वीरों में। जब लेखक ने यह बात ज़ोर से कही, तो गाँधी जी मुस्कुरा दिए और आगे बढ़ गए। यह अनुभव लेखक के लिए अविस्मरणीय था।

2. रोगी बालक के प्रति गाँधी जी के व्यवहार से उनके व्यक्तित्व की कौन-सी विशेषता उजागर होती है?

इस घटना से गाँधी जी के व्यक्तित्व की गहरी करुणा और सेवा-भाव की विशेषता उजागर होती है। उन्होंने न केवल रोगी बालक के पेट पर हाथ फेरकर उसे उल्टी करने में मदद की, बल्कि उल्टी करते समय उसकी पीठ भी सहलाई। उनका यह कार्य दिखाता है कि वे केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति थे जो दूसरों के दर्द को समझते थे और तुरंत सहायता के लिए आगे आते थे।

3. अख़बार वाली घटना के आधार पर नेहरू जी के चरित्र की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख करें।

अख़बार वाली घटना से नेहरू जी के व्यक्तित्व की निम्नलिखित विशेषताएँ स्पष्ट होती हैं:

  • विनम्रता और शालीनता: उन्होंने लेखक से अख़बार वापस मांगते समय बहुत ही विनम्र और शांत स्वर में बात की।
  • सहनशीलता: यह जानते हुए भी कि लेखक ने उनसे बात करने के लिए अख़बार उठाया है, उन्होंने कोई नाराज़गी नहीं दिखाई।
  • मितभाषिता: उन्होंने अनावश्यक बातें न करके सीधे और सरल तरीके से अपनी बात रखी।

यह घटना दर्शाती है कि वे पद में बड़े होते हुए भी स्वभाव से कितने सरल और सहृदय थे।

4. कश्मीर के लोगों ने नेहरू जी का स्वागत किस प्रकार किया था?

NCERT समाधान के अनुसार, जब नेहरू जी कश्मीर पहुँचे, तो वहाँ के लोगों ने उनका स्वागत विभिन्न प्रकार के फूलों की मालाओं से किया। यह उनके प्रति कश्मीर की जनता के गहरे प्रेम, सम्मान और स्नेह का प्रतीक था।

5. यास्सेर अराफात के आतिथ्य-प्रेम को दर्शाने वाली घटनाओं का वर्णन करें।

पाठ में अराफात के आतिथ्य-प्रेम को दर्शाने वाली दो प्रमुख घटनाएँ हैं:

  • जब लेखक और अन्य अतिथि उनसे मिले, तो अराफात ने सभी को बड़े प्रेम से शहद का शरबत पीने का आग्रह किया।
  • उन्होंने सभी मेहमानों को एक अनोखा फल खिलाया और शहद से बनी एक विशेष चटनी के बारे में भी उत्साहपूर्वक बताया।

ये घटनाएँ दिखाती हैं कि वे अपने मेहमानों का सत्कार पूरे दिल और गर्मजोशी से करते थे।

6. अराफात के कथन, “वे आपके ही नहीं, हमारे भी नेता हैं,” से गाँधी जी के वैश्विक प्रभाव के बारे में क्या पता चलता है?

यह कथन स्पष्ट करता है कि महात्मा गाँधी का प्रभाव केवल भारत तक सीमित नहीं था, बल्कि वे एक वैश्विक नेता के रूप में देखे जाते थे। अराफात का यह मानना कि गाँधी जी उतने ही आदरणीय उनके लिए भी हैं, यह दर्शाता है कि गाँधी जी के अहिंसा, सत्य और मानवता के सिद्धांत ने दुनिया भर के नेताओं और लोगों को प्रेरित किया था। उनकी विचारधारा किसी देश की सीमाओं में बंधी नहीं थी।

7. पाठ में वर्णित नेहरू जी की विनम्रता और गाँधी जी की करुणा जैसे गुण एक सफल नेतृत्व के लिए क्यों आवश्यक हैं?

यह गुण एक सफल नेतृत्व के लिए अत्यंत आवश्यक हैं क्योंकि:

  • विनम्रता: यह नेता को जनता से जोड़ती है और उसे अभिमानी होने से रोकती है। विनम्र नेता लोगों की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझ और सुलझा सकता है।
  • करुणा: यह नेता को प्रजा के दुःख-दर्द के प्रति संवेदनशील बनाती है। एक करुणामयी नेता केवल नीतियाँ नहीं बनाता, बल्कि लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देता है, जिससे जनता का विश्वास बढ़ता है।

ये मानवीय मूल्य नेतृत्व को अधिक प्रभावी और स्थायी बनाते हैं।

8. इस पाठ के आधार पर एक आम धारणा क्या हो सकती है, और उसे वास्तविक घटनाओं के माध्यम से कैसे चुनौती दी गई है?

एक आम धारणा यह हो सकती है कि गाँधी और नेहरू जैसे बड़े नेता आम लोगों से दूर और गंभीर स्वभाव के होते होंगे। यह पाठ इस धारणा को चुनौती देता है। गाँधी जी का एक बीमार बच्चे की देखभाल करना और नेहरू जी का अख़बार के लिए विनम्रतापूर्वक अनुरोध करना जैसी घटनाएँ दिखाती हैं कि वे असाधारण रूप से सरल, सुलभ और मानवीय गुणों से भरपूर थे।

9. कक्षा 12 हिंदी अध्याय 13 के प्रश्नों का उत्तर लिखते समय, केवल घटना का वर्णन करने और उसके महत्व का विश्लेषण करने में क्या अंतर है?

इन दोनों में एक महत्वपूर्ण अंतर है जिसे CBSE परीक्षाओं में अच्छे अंक लाने के लिए समझना ज़रूरी है:

  • घटना का वर्णन: इसका अर्थ है केवल यह बताना कि क्या हुआ। उदाहरण के लिए, 'गाँधी जी ने बच्चे की पीठ सहलाई।'
  • महत्व का विश्लेषण: इसका अर्थ है यह समझाना कि उस घटना का क्या मतलब है और उससे क्या निष्कर्ष निकलता है। उदाहरण के लिए, 'गाँधी जी का बच्चे की पीठ सहलाना उनकी गहरी करुणा और सेवा-भाव को दर्शाता है, जो उनके नेतृत्व का मूल आधार था।'

बेहतर अंक प्राप्त करने के लिए, वर्णन के साथ-साथ विश्लेषण करना भी अनिवार्य है।

10. Vedantu के NCERT समाधान कक्षा 12 हिंदी अध्याय 13 के लिए नवीनतम CBSE 2025-26 पाठ्यक्रम के अनुसार कैसे सहायक हैं?

Vedantu के NCERT समाधान नवीनतम CBSE 2025-26 पाठ्यक्रम के आधार पर तैयार किए गए हैं। ये समाधान छात्रों को अध्याय 'गाँधी, नेहरू और यास्सेर अराफात' के हर प्रश्न का चरण-दर-चरण और सटीक उत्तर प्रदान करते हैं। इनमें न केवल तथ्यात्मक जानकारी होती है, बल्कि पात्रों के चरित्र-चित्रण और पाठ के गहरे अर्थों का विश्लेषण भी शामिल होता है, जो छात्रों को परीक्षा में उच्च-स्तरीय प्रश्नों का उत्तर देने के लिए तैयार करता है।