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NCERT Solutions for Class 10 Hindi (Sparsh) Chapter 8: Badhe Bhaayi Saahab

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NCERT Solutions for Class 10 Chapter 8 Badhe Bhaayi Saahab Hindi (Sparsh) - FREE PDF Download

Explore the NCERT Solutions for Class 10 Hindi (Sparsh) Chapter 8  Badhe Bhaayi Saahab. This resource helps students understand the chapter better. It includes clear explanations, summaries, and answers to NCERT questions according to the Latest CBSE Class 10 Hindi Syllabus. The chapter tells the story, making it relatable and enjoyable for students. By downloading this free PDF, students can get the help they need to study and prepare for their exams effectively.

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Table of Content
1. NCERT Solutions for Class 10 Chapter 8 Badhe Bhaayi Saahab Hindi (Sparsh) - FREE PDF Download
2. Glance on Class 10 Hindi (Sparsh) Chapter 8 -  Badhe Bhaayi Saahab
3. Access NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 8 - बड़े भाई साहब
4. Benefits of NCERT Solutions for Class 10 Hindi (Sparsh) Chapter 8 Badhe Bhaayi Saahab
5. Related Study Materials for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 8
6. NCERT Class 10 Hindi Sparsh Chapter-wise Solutions
7. NCERT Study Resources for Class 10 Hindi
FAQs


This guide provides easy-to-understand answers and key points that simplify learning. It is designed for students to grasp the main ideas of the chapter without difficulty. With these NCERT Solutions for Class 10 Hindi, students can practise and improve their skills in Hindi. Don't miss the chance to download this valuable resource for free and enhance your learning experience.


Glance on Class 10 Hindi (Sparsh) Chapter 8 -  Badhe Bhaayi Saahab

Chapter 8, "Badhe Bhaayi Saahab," written by Premchand is a narrative that explores themes of social issues, human relationships, and the impact of one's actions on others. Here’s a brief overview of the chapter:


  • Character Focus: The story centres around the character of Badhe Bhaayi Saahab, who is portrayed as a kind-hearted and generous person. His actions reflect his compassion and concern for the welfare of others.

  • Social Commentary: The chapter addresses social disparities and the challenges faced by the underprivileged. It provides a critique of societal norms and the importance of empathy and understanding.

  • Human Relationships: The narrative emphasises the significance of human connections and the bonds that develop through acts of kindness. It illustrates how one person's goodness can inspire others.

  • Emotional Depth: The story evokes a range of emotions, from compassion to introspection, encouraging readers to reflect on their own behaviours and attitudes toward others.

  • Moral Lessons: Through the experiences of Badhe Bhaayi Saahab, the chapter imparts valuable life lessons about generosity, humility, and the impact of small acts of kindness.

  • Relatable Context: The themes presented in the chapter resonate with readers, making it relatable and prompting them to think about their own roles in society.

Access NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 8 - बड़े भाई साहब

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए।

1. कथा नायक की रुचि किन कार्यों में थी?

उत्तर: कथा नायक को खेलकूद, गप्पबाजी, कागज की तितलियां बनाने, उड़ाने,उछल कूद करने, चारदीवारी पर चढ़कर नीचे कूदने ,फाटक पर सवार होकर उसे मोटर कार बनाकर मस्ती करने में थी।


2. बड़े भाई छोटे भाई से हर समय सवाल क्या पूछते थे?

उत्तर: वे उससे हमेशा यही सवाल पूछते "कहां थे?"।


3. दूसरी बार पास होने पर छोटे भाई के व्यवहार में क्या परिवर्तन आया?

उत्तर: दूसरी बार पास होने पर छोटे भाई को लगने लगा कि यदि अब वह पढ़ें या ना पढ़े वह आसानी से अच्छे नंबरों से पास हो सकता है। इसलिए उसने पढ़ना बंद कर दिया और अपनी मौज मस्ती बढ़ा दी।


4. बड़े भाई साहब छोटे भाई से उम्र में कितने बड़े थे और वह कौन सी कक्षा में पढ़ते थे?

उत्तर: बड़े भाई साहब छोटे भाई से उम्र में 5 साल बड़े थे और वे नवी कक्षा में पढ़ते थे।


5. बड़े भाई साहब दिमाग को आराम देने के लिए क्या करते थे?

उत्तर: बड़े भाई साहब अपने दिमाग को आराम देने के लिए विभिन्न कलात्मक कार्य करते थे।जिनमें वे अपने पुस्तकों के हाशिए पर चिड़ियों कुत्ता बिल्ली आदि की तस्वीर बनाते कई बार एक ही शेर को बार-बार लिखते और कभी तो ऐसी तुकबंदी करते जिसका कोई अर्थ नहीं निकलता।


निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर ( 20 से 30 शब्दों में) दीजिए।

1. छोटे भाई ने अपनी पढ़ाई का टाइम टेबल बनाते समय क्या क्या सोचा और फिर उसका पालन क्यों नहीं कर पाया?

उत्तर: छोटे भाई ने अपने पढ़ाई का टाइम टेबल बनाते समय सोचा कि वह अब बिल्कुल भी समय व्यर्थ नहीं करेगा।अपने बड़े भाई को उसे डांटने का मौका नहीं देगा ।यही सोचकर उसने टाइम टेबल को रात 11:00 बजे तक बनाया।परंतु जब वह उसका पालन करने बैठा तो उसका ध्यान वही अपने खेलों में लगा था उसे मैदान की याद आ रही थी। वह सोच रहा था कि वहां वह कैसे ठंडी हवाओं का आनंद लेता था। इस कारण वह इसका का पालन नहीं कर पाया।


2. एक दिन जब गुल्ली डंडा खेलने के बाद छोटे भाई बड़े भाई साहब के सामने पहुंचा तो उनकी क्या प्रतिक्रिया हुई?

उत्तर: एक दिन जब गुल्ली डंडा खेलने के बाद छोटा भाई बड़े भाई साहब के पास पहुंचा तो वह बहुत क्रोधित थे।उन्होंने उसे बहुत डांटा उसे समझाया कि वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें गुल्ली डंडा खेलना कोई अच्छी बात नहीं है। यह भविष्य के लिए बहुत हानिकारक है, इससे कुछ भी हासिल नहीं होने वाला। उन्होंने यह भी कहा कि तुझे अव्वल आने पर घमंड हो गया है, घमंड तो रावण का भी नहीं रहा था अतः वह अपने घमंड को छोड़े और पढ़ाई करें।


3. बड़े भाई को अपने मन की इच्छाएँ क्यों दबानी पड़ती थी?

उत्तर: बड़े भाई छोटे भाई से उम्र में 5 साल बड़े थे,यदि सही नियमों का पालन नहीं करते तो उन का छोटा भाई भी उनके दिखाए रास्ते पर चलता और वह भी उन्हीं की तरह नियमों का उल्लंघन करता। उन्हें भी पतंग उड़ाने ,तमाशा देखने का शौक था परंतु इसका उल्टा प्रभाव उनके भाई पर ना पड़े इस कारण उन्हें अपनी मन की इच्छा दबानी पड़ती थीं।


4. बड़े भाई साहब छोटे भाई को क्या सलाह देते थे और क्यों?

उत्तर: बड़े भाई साहब छोटे भाई को यह सलाह देते थे कि वह मन लगाकर अच्छे से पढ़े ज्यादा समय व्यर्थ में ना गंवाएं। अंग्रेजी पढ़ने के लिए बहुत मेहनत करनी होती है अगर वह मेहनत नहीं करेगा तो वह उसी दर्जे में पढ़ा रहेगा।


5. छोटे भाई ने बड़े भाई साहब के नरम व्यवहार का क्या फायदा उठाया?

उत्तर: छोटे भाई ने बड़े भाई साहब के नरम व्यवहार का यह फायदा उठाया कि वह अब अपनी मनमर्जी के अनुसार खेलने जाने लगा।उसने यह मान लिया कि वह पढ़ें या ना पढ़ें वह पास हो ही जाएगा।


निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर ( 50 से 60 शब्दों में) दीजिए।

1. बड़े भाई की डांट-फटकार अगर न मिलते तो क्या छोटा भाई कक्षा में अव्वल आता?अपने विचार प्रकट कीजिए।

उत्तर: अगर छोटे भाई को बड़े भाई की डांट फटकार ना मिली होती तो वह कक्षा में अव्वल नहीं आ पाता, क्योंकि वह अनुभवहीन था। उसे नहीं पता था कि उसका भला बुरा किस चीज में छुपा है। बड़े भाई के डर से जितना पड़ता वह उतना भी नहीं पढ़ पाता अपना सारा समय व खेलकूद में ही बिता देता और कक्षा में अव्वल नहीं आ पाता।

बड़े भाई से मिली डांट के कारण ही उसे यह समझ आया कि शिक्षा का क्या महत्व है और अनुशासित होकर शिक्षा कैसे ग्रहण करनी चाहिए?


2. बड़े भाई साहब पाठ में लेखक ने समुचित शिक्षा के किन तौर-तरीकों पर व्यंग्य किया है? क्या आप उनके विचार से सहमत हैं?

उत्तर: बड़े भाई साहब पाठ में लेखक ने शिक्षा प्रणाली पर व्यंग करते हुए कहा है कि यहां पर अंग्रेजी भाषा पर अधिक बल दिया जाता है।बच्चा सीखे या न सीखे उसे रखकर या किसी भी तरीके से उत्तीर्ण होना ही होता है। अपने देश के इतिहास के साथ-साथ दूसरे देश का भी इतिहास से पढ़ना होता है जो जरूरी नहीं है। प्रणाली बच्चों पर एक बोझ की तरह है और लाभदायक कम है। विचार से सहमत हैं।


3. बड़े भाई साहब के अनुसार जीवन की समझ कैसे आती है?

उत्तर: बड़े भाई साहब के अनुसार जीवन की समझ केवल किताबें पढ़ने से नहीं आती। उसके लिए अनुभव आवश्यक है अपने इस तर्क की पुष्टि के लिए वे दादी मां, हेड मास्टर ,अम्मा आदि के उदाहरण देते हैं।


4. छोटे भाई के मन में बड़े भाई के प्रति श्रद्धा क्यों उत्पन्न हुई?

उत्तर: छोटा भाई खेलकूद में बहुत रुचि रखता था क्लास में अव्वल आने पर वह यह सोचने लगा था कि वह पढ़े या न पढ़े वह अच्छे अंको से पास हो ही जाएगा। इस कारण वह पूरा दिन खेलता रहता उसके अंदर से बड़े भाई का डर भी जाता रहा। उसके बड़े भाई ने उसे पतंग उड़ाते समय पकड़ लिया उसे समझाया कि आगे कक्षा में किन-किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। उसे मन लगाकर पढ़ना चाहिए।उन्होंने उसे बताया कि कैसे उसके भविष्य के कारण वे अपने बचपन का गला घोट रहे हैं। अतः इस बात को सुनकर उसे आभास हो गया कि उसकी सफलता के पीछे उसके बड़े भाई की प्रेरणा है,और उसके मन में उनके प्रति श्रद्धा भाव जागृत हुआ।


5. बड़े भाई की स्वभावगत विशेषताएँ बताइए।

उत्तर: बड़े भाई हमेशा अध्ययन में व्यस्त रहते और परिश्रमी विद्यार्थी थे।चाहे उन्हें कुछ समझ में आए ना आए वह परिश्रम अवश्य करते थे। वह बहुत ही अनुभव शील थे,इसलिए जानते थे कि जीवन में अनुभव कितना आवश्यक है, और समय-समय पर अपने छोटे भाई को उचित मार्गदर्शन दे देते थे।


6. बड़े भाई साहब ने जिंदगी के अनुभव और किताबी ज्ञान में किस और क्यों महत्वपूर्ण का है?

उत्तर: बड़े भाई साहब ने जिंदगी के अनुभव को किताबी ज्ञान से अधिक महत्वपूर्ण कहा है क्योंकि जिंदगी का अनुभव जिंदगी में कई संघर्षों से हासिल होता है। इसे किताबें पढ़कर हासिल नहीं किया जा सकता।पुस्तकें व्यवहारिक शिक्षा नहीं देती और जीवन में सही गलत का निर्णय करने के लिए व्यावहारिक ज्ञान बहुत आवश्यक है।


7. बताइए पाठ के किन किन अंग से पता चलता है।

1. कि छोटा भाई अपने भाई साहब का आदर करता है।

उत्तर: पतंगबाजी के समय बड़े भाई ने समझाया कि वह बड़े हैं यह उनका दायित्व है कि वह उसे समझाएं और इसके लिए वे अपने बचपन का भी गला घोट रहे हैं यह सुनकर छोटे भाई में बड़े भाई के प्रति आदर भर आया।


2. भाई साहब को जिंदगी का अच्छा अनुभव है।

उत्तर: बड़े भाई को बहुत अच्छा अनुभव है।वे जानते हैं कि अपनी इच्छाओं पर काबू कर कर किस तरह छोटे भाई को ठीक रख सकते हैं, और वे यह भी जानते हैं कि किस तरह उनके दादा ने अपने अनुभव से परिवार का पालन किया है।


3. भाई साहब के भीतर भी एक बच्चा है|  

उत्तर: बड़े भाई छोटे भाई को समझा रहे थे तभी दूर से एक पतंग उड़ती हुई आती है। बड़े भाई बड़े थे तो उन्होंने उसे लूट लिया और वे उसे लेकर हॉस्टल की तरफ दौड़े। इससे साबित होता है कि उनके भीतर भी एक बच्चा है।


4. भाई साहब छोटे भाई का भला चाहते हैं।

उत्तर: बड़े भाई साहब छोटे भाई को अधिक उधम करने के लिए डांटते, उसे ज्यादा खेलने के लिए मना करते और उसे कहते कि वह पढ़ाई में अच्छा करने के लिए मन लगाकर पढ़े। इससे पता चलता है कि वह उसका भला चाहते थे।


निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए-

1. इम्तिहान पास कर लेना कोई चीज नहीं है असल चीज है बुद्धि का विकास।

उत्तर: बड़े भाई साहब का मानना है कि जीवन का अनुभव ही एक असल चीज है और उसी से बुद्धि का विकास होता है जो किताबों से हासिल नहीं की जा सकती है। अतः इम्तिहान पास करना कोई बड़ी बात नहीं है।


2. फिर भी जैसे मौत और विपत्ति के बीच भी आदमी मोह और माया के बंधन में जकडा रहता है मैं फटकार खाकर भी खेलकूद का तिरस्कार न कर सकता था।

उत्तर: इसमें लेखक कहते हैं कि उनके बड़े भाई की डांट फटकार के बाद भी वे अपनी खेलने की इच्छा को काबू में ना रख सके। वह पढ़ने में  मन न लगा सके,और जब भीपढ़ने बैठे थे उनके हृदय में केवल खेलने का ही विचार आता ।


3. बुनियादी ही पुख्ता न हो तो मकान कैसे पायेदार बने?

उत्तर: भाई का मानना है कि अगर शुरू से अच्छे से मेहनत ना की जाए और अनुभव ना हासिल किया जाए तो आदमी पढ़ाई में उत्तीर्ण होकर भी कुछ हासिल नहीं कर सकता।


4. आंखें आसमान की ओर थी और मन उस आकाशगामी पथिक की  ओर जो मंद गति से झूमता पतन की ओर चला जा रहा था मानो कोई आत्मा स्वर्ग से निकलकर विरक्त मन से नए संस्कार ग्रहण करने जा रही हो।

उत्तर: लेखक ने जब कटी हुई पतंग को देखा तो उसकी आंखें आसमान में थी और मन पतंग रुपी आदमी‌ की तरह। उसे पतंग एक दिव्य आत्मा लग रही थी जो धीरे-धीरे नीचे आ रही थी और वह उसे पाने के लिए दौड़ रहा था।


भाषा अध्ययन

1. निम्नलिखित शब्दों के दो- दो पर्यायवाची शब्द लिखिए।

नसीहत,रोज,आज़ादी, राजा,ताज्जुब

उत्तर:

1. नसीहत-सुझाव, शिक्षा

2. रोज- प्रतिदिन,प्रति दिवस 

3. आज़ादी-स्वतंत्रता,स्वच्छंदता

4. राजा-नृप, भूपति

5. ताज्जुब-हैरान, आश्चर्य


2. निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए

सिर पर नंगी तलवार लटकना, आड़े हाथों लेना, अंधे के हाथ बटेर लगना, लोहे के चने चबाना, दाँतों पसीना आना, ऐरा-गैरा नत्थू खैरा ।

उत्तर-:

1. सिर पर नंगी तलवार लटकना- सी.बी.आई ने जाँच शुरू करके सबके सिर पर नंगी तलवार लटका दी।

2. आड़े हाथों लेना- पुलिस ने चोर को आड़े हाथों ले लिया। 

3. अंधे के हाथ बटेर लगना- कर्मचारी को जब रुपयों से भरा थैला मिला तो मानों अंधे के हाथ बटेर लग गई।

4. लोहे के चने चबाना – मज़दूर दिन रात मेहनत करते हैं, पैसों के लिए वह लोहे के चने चबाते हैं। 

5. दाँतों पसीना आना - राम की जिद्द के आगे उनके पिताजी के दाँतों पसीना आ गया। 

6. ऐरा-गैरा नत्थू खैरा - उस पार्टी में ऐरा-गैरा नत्थू खैरा भी आ गया।


3. निम्नलिखित तत्सम, तद्भव, देशी, आगत शब्दों को दिए गए उदाहरणों के आधार पर छाँटकर लिखिए।

जन्मसिद्ध,आँख दाल-भात,पोज़ीशन, फ़जीहत

तालीम, जल्दबाज़ी, पुख्ता, हाशिया, चेष्टा, जमात, हर्फ़, सूक्तिबाण, जानलेवा, आँख फोड़, घुड़कियाँ, आधिपत्य, पन्ना, मेला-तमाशा, मसलन, स्पेशल, स्कीम, फटकार, प्रात:काल, विद्वान, निपुण, भाई साहब, अवहेलना, टाइम-टेबल


उत्तर:

तत्सम 

  तद्भव   

देशज 

आगत 

अरबी-फारसी

जन्मसिद्ध 

  आँख  

दाल-भात 

पोज़ीशन  

फ़जीहत

चेष्टा

  निपुण   

  घुड़कियाँ     

जानलेवा

जल्दबाजी

सूक्तिबाण 

विद्वान    

पन्ना      

स्पेशल स्कीम 

तमाशा 

आधिपत्य 

प्रात:काल     

मेला    

टाइम टेबल  

जमात  



आँखफोड़    


हर्फ़





मसलन   

                                                                                                                    

4. नीचे दिए वाक्यों में कौन-सी क्रिया है - सकर्मक या अकर्मक? लिखिए -

(क) उन्होंने वहीं हाथ पकड़ लिया।

उत्तर: उन्होंने वहीं हाथ पकड़ लिया। सकर्मक


(ख) फिर चोरों-सा जीवन कटने लगा।_____________

उत्तर: फिर चोरों-सा जीवन कटने लगा। अकर्मक

(ग) शैतान का हाल भी पढ़ा ही होगा।_________________

उत्तर: शैतान का हाल भी पढ़ा ही होगा। सकर्मक    

(घ) मैं यह लताड़ सुनकर आँसू बहाने लगता ।______________

उत्तर: मैं यह लताड़ सुनकर आँसू बहाने लगता।  सकर्मक

(ङ) समय की पाबंदी पर एक निबंध लिखो।_____________

उत्तर: समय की पाबंदी पर एक निबंध लिखो। सकर्मक

(च) मैं पीछे-पीछे दौड़ रहा था।_________________________

उत्तर: मैं पीछे-पीछे दौड़ रहा था। अकर्मक


5. 'इक' प्रत्यय लगाकर शब्द बनाइए -

विचार, इतिहास, संसार, दिन, नीति, प्रयोग, अधिकार

उत्तर:

1.विचार - वैचारिक

2.इतिहास - ऐतिहासिक

3.संसार सांसारिक

4.दिन- दैनिक

5.नीति-नैतिक

6.प्रयोग प्रायोगिक

7.अधिकार आधिकारिक


Benefits of NCERT Solutions for Class 10 Hindi (Sparsh) Chapter 8 Badhe Bhaayi Saahab

  • Comprehensive Understanding: The notes provide a clear breakdown of the chapter's themes, characters, and moral lessons, enabling students to grasp the key concepts effectively.

  • Structured Format: The solutions are organised in a structured manner, making it easy for students to follow and retain important information. This helps in revising key points quickly.

  • Exam Preparation: With detailed answers to important questions, the notes prepare students thoroughly for exams, enhancing their confidence and performance.

  • Character Analysis: The notes include insights into the character of Badhe Bhaayi Saahab, helping students understand his motivations and actions, which enriches their interpretation of the narrative.

  • Moral Insights: The solutions emphasise the moral lessons of kindness, empathy, and social responsibility, encouraging students to reflect on their own values and behaviours.

  • Accessibility: These notes are readily available online for free, providing easy access for students to study and revise at their convenience.

  • Encouragement of Critical Thinking: By discussing the social issues presented in the chapter, the notes encourage students to think critically about the world around them and their role in it.

  • Language Skills Improvement: Engaging with the notes helps enhance students' language and comprehension skills as they learn to express their thoughts on complex themes clearly.


NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 8: Badhe Bhaayi Saahab serve as an essential resource for students striving to deepen their understanding of the chapter's rich themes and moral lessons. These solutions provide a comprehensive analysis of the narrative, enhancing students' comprehension of key concepts such as kindness, empathy, and social responsibility. The structured format and detailed explanations equip students for effective exam preparation, while the emphasis on character analysis encourages critical thinking and personal reflection. The accessibility of these notes ensures that students can easily engage with the material, reinforcing their learning experience. 


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Class 10 Hindi Badhe Bhaayi Saahab Revision Notes

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Class 10 Hindi Badhe Bhaayi Saahab Important Questions



NCERT Class 10 Hindi Sparsh Chapter-wise Solutions




NCERT Study Resources for Class 10 Hindi

For complete preparation of Hindi for CBSE Class 10 board exams, check out the following links for different study materials available at Vedantu.


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CBSE Class 10 Hindi Books

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CBSE Class 10 Hindi Sample Paper

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CBSE Class 10 Hindi Revision Notes

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CBSE Class 10 Hindi Important Questions

FAQs on NCERT Solutions for Class 10 Hindi (Sparsh) Chapter 8: Badhe Bhaayi Saahab

1. What is Chapter 8 of Class 10 Hindi Sparsh all About?

Chapter 8 of Class 10 Hindi Sparsh is “Bade Bhai Sahab” which is written by ‘Premchand’. Premchand through a story tries to showcase how in our society an elder brother is by default supposed to set benchmarks for the younger one even after being just a few years older than his younger sibling.

2. Do you Need NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 8 for Your Exam Preparations?

NCERT Solutions Class 10 Hindi Sparsh Chapter 8 provides you with exact 100% accurate answers to the questions given in the exercises of the Chapters in the textbook. When you refer to these answers to practise and prepare the lessons, you develop excellent writing skills in Hindi. It will empower you to secure maximum marks in literature subjects also.

3. Why does Referring to a Hindi Solution Guide Make you Better?

Referring to a Hindi solution guide you learn all quality answers in plain language. You improve your writing skills by leaps and bounds, which you can use to create impressive answers. The answers you follow also adhere to all the guidelines from CBSE which makes securing maximum marks possible a cake-walk.

4. How are NCERT Solutions for Chapter 8 of Class 10 Hindi Sparsh helpful for board exam preparation?

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5. Why is NCERT Hindi Sparsh the best book for Chapter 8 of Class 10 Hindi?

Students tend to waste time selecting which material to study. So, we are here to advise the students that NCERT Hindi Sparsh is the best book to prepare for Chapter 8 of the Class 10 Hindi exam. It is because NCERT Hindi Sparsh books follow the CBSE curriculum strictly. Most of the questions asked in the board exams are derived from the NCERT books. So, students are recommended to study the entire textbook thoroughly to answer any question in the exam.

6. Is Vedantu providing answers for all questions present in NCERT Solutions for Chapter 8 of Class 10 Hindi Sparsh?

Yes, NCERT Solutions for Chapter 8 of Class 10 Hindi Sparsh are very beneficial for the students. Vedantu provides solutions to all the questions present in Chapter 8 of Class 10 Hindi Sparsh. It helps the students score high marks in the exams and complete the homework effortlessly. Vedantu provides detailed chapter-wise solutions making the students understand the concepts easily. All the solutions are framed according to the latest CBSE Syllabus and exam pattern. These solutions are available free of cost on the Vedantu website.

7. How can I effectively use the NCERT Solutions for Chapter 8 of Class 10 Hindi Sparsh?

Students can use the NCERT Solutions of Chapter 8 of the Class 10 Hindi Sparsh by learning the accurate and detailed answers provided by the Vedantu study portal. The solutions are available in PDF format making the students access it either online or offline by downloading. Our experts have framed precise and elaborate solutions to the questions given in Chapter 8. Students are recommended to practise writing these solutions in their own words, which will help them remember for a long time. This is the best study material for exam preparation and quick revision.

8. What are the advantages of using Vedantu’s NCERT Solutions for Chapter 8 of Class 10 Hindi Sparsh?

Students have great advantages for using the NCERT Solutions for Chapter 8 of Class 10 Hindi Sparsh provided by Vedantu are:

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9. How can I use the NCERT Solutions for effective exam preparation?

Students can utilise the NCERT Solutions to review key themes, analyse characters, and practice answering questions related to the chapter. This thorough preparation helps boost confidence and performance in exams.

10. What moral lessons does the chapter convey?

The chapter conveys important moral lessons about the significance of kindness, empathy, and the responsibility individuals have to contribute positively to society. It encourages readers to reflect on their own behaviours and attitudes towards others.