CBSE Important Questions for Class 8 Hindi Nayi Samasyaen - 2025-26
FAQs on CBSE Important Questions for Class 8 Hindi Nayi Samasyaen - 2025-26
1. कक्षा 8 हिंदी की 2025-26 की परीक्षा के लिए 'नई समस्याएँ' अध्याय से कौन-से प्रश्न सबसे महत्वपूर्ण हैं?
CBSE 2025-26 परीक्षा के दृष्टिकोण से, 'नई समस्याएँ' अध्याय में निम्नलिखित विषयों से प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं:
- ब्रिटिश औपनिवेशिक नीतियों का भारत पर आर्थिक और सामाजिक प्रभाव।
- 19वीं सदी के समाज सुधार आंदोलन और राजा राममोहन राय जैसे प्रमुख सुधारकों की भूमिका।
- अंग्रेजी शिक्षा के प्रसार का भारतीय समाज पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव।
- भारतीयों में बढ़ती राष्ट्रीय चेतना का उदय और इसके मुख्य कारण।
इन विषयों से लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न आने की प्रबल संभावना होती है।
2. 'नई समस्याएँ' अध्याय में किन नई समस्याओं का उल्लेख किया गया है जो ब्रिटिश शासन के कारण उत्पन्न हुईं?
इस अध्याय में पंडित नेहरू ने ब्रिटिश शासन के कारण उत्पन्न हुई कई नई समस्याओं पर प्रकाश डाला है। परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण कुछ प्रमुख समस्याएँ हैं:
- आर्थिक पतन: भारत के पारंपरिक उद्योगों का विनाश और कृषि पर बढ़ता बोझ, जिससे व्यापक गरीबी फैली।
- बौद्धिक और सांस्कृतिक द्वंद्व: पश्चिमी शिक्षा और विचारों के आगमन से भारतीय समाज में पहचान का संकट।
- सामाजिक जड़ता: अंग्रेजों की 'फूट डालो और राज करो' की नीति से बढ़ी सामाजिक और धार्मिक दरारें।
- राष्ट्रीयता का अभाव: एक संगठित राजनीतिक चेतना की कमी, जो बाद में धीरे-धीरे विकसित हुई।
3. इस अध्याय से 5 अंकों के प्रश्न का उत्तर कैसे लिखें ताकि पूरे अंक मिल सकें?
एक 5-अंकीय प्रश्न का प्रभावी उत्तर लिखने के लिए, इन चरणों का पालन करें:
- भूमिका: एक या दो वाक्यों में प्रश्न के मुख्य विषय का परिचय दें।
- मुख्य भाग: उत्तर को 3-4 बिंदुओं में विभाजित करें। प्रत्येक बिंदु में एक प्रमुख तर्क और उससे संबंधित तथ्य या उदाहरण दें। उदाहरण के लिए, ब्रिटिश नीतियों के प्रभाव पर प्रश्न में, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभावों पर अलग-अलग बिंदु बनाएँ।
- महत्वपूर्ण शब्दों का प्रयोग: उत्तर में 'औपनिवेशिक शोषण', 'राष्ट्रीय चेतना', 'समाज सुधार' जैसे अध्याय के महत्वपूर्ण शब्दों का प्रयोग करें।
- निष्कर्ष: अंत में एक या दो वाक्यों में अपने उत्तर का सार प्रस्तुत करें।
4. 'नई समस्याएँ' अध्याय में वर्णित समाज सुधार आंदोलनों का मुख्य उद्देश्य क्या था और यह परीक्षा के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
इस अध्याय में वर्णित समाज सुधार आंदोलनों का मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे सती प्रथा, बाल विवाह, और जातिगत भेदभाव को समाप्त करना था। इसका एक अन्य उद्देश्य महिलाओं और दलितों के लिए शिक्षा और समानता को बढ़ावा देना था। यह विषय परीक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दर्शाता है कि कैसे भारतीय समाज ने आंतरिक कमजोरियों को पहचानकर खुद को आधुनिक बनाने का प्रयास किया, जो स्वतंत्रता संग्राम की नींव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना।
5. क्या अंग्रेजी शिक्षा ने भारत को लाभ पहुँचाया या हानि? 'नई समस्याएँ' अध्याय के आधार पर विश्लेषण करें।
यह एक उच्च स्तरीय चिंतन (HOTS) प्रश्न है। अध्याय के अनुसार, अंग्रेजी शिक्षा का प्रभाव दोहरा था:
- लाभ: इसने भारतीयों को विज्ञान, लोकतंत्र और तर्कवाद जैसे पश्चिमी विचारों से परिचित कराया। इससे एक नया बौद्धिक वर्ग उभरा जिसने बाद में स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया।
- हानि: इसने भारतीय भाषाओं और पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों को हाशिये पर धकेल दिया। इससे शिक्षित भारतीयों और आम जनता के बीच एक सांस्कृतिक खाई पैदा हो गई, जिसे 'पहचान का संकट' भी कहा गया।
परीक्षा में उत्तर देते समय इन दोनों पहलुओं का उल्लेख करना महत्वपूर्ण है।
6. 'राष्ट्रीय चेतना का उदय' इस अध्याय का एक महत्वपूर्ण विषय क्यों माना जाता है?
राष्ट्रीय चेतना का उदय इस अध्याय का एक महत्वपूर्ण विषय है क्योंकि यह उस मोड़ को दर्शाता है जहाँ भारतीय पहली बार साझा समस्याओं के आधार पर एक अखिल भारतीय पहचान के रूप में एकजुट होना शुरू हुए। यह केवल ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक प्रतिक्रिया नहीं थी, बल्कि अपने गौरवशाली अतीत को फिर से खोजने और एक बेहतर भविष्य बनाने की सामूहिक इच्छा भी थी। इसी चेतना ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस जैसी संस्थाओं को जन्म दिया और स्वतंत्रता संग्राम के लिए वैचारिक आधार तैयार किया।
7. इस अध्याय में राजा राममोहन राय के योगदान को क्यों महत्वपूर्ण बताया गया है?
राजा राममोहन राय को भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत माना जाता है। अध्याय में उनके योगदान को इसलिए महत्वपूर्ण बताया गया है क्योंकि उन्होंने पारंपरिक भारतीय मूल्यों और आधुनिक पश्चिमी विचारों के बीच एक संतुलन बनाने का प्रयास किया। उन्होंने सती प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों का कड़ा विरोध किया और साथ ही आधुनिक शिक्षा और प्रेस की स्वतंत्रता का समर्थन किया। उनका काम यह दर्शाता है कि कैसे भारत अपनी जड़ों को छोड़े बिना भी प्रगति कर सकता था।
8. 'नई समस्याएँ' अध्याय के महत्वपूर्ण प्रश्नों की तैयारी करते समय छात्र आमतौर पर क्या गलतियाँ करते हैं?
छात्र अक्सर निम्नलिखित गलतियाँ करते हैं:
- केवल सतही जानकारी: वे केवल घटनाओं को याद करते हैं, उनके पीछे के 'क्यों' और 'कैसे' को नहीं समझते।
- संतुलित उत्तर न देना: अंग्रेजी शिक्षा जैसे विषयों पर, वे केवल सकारात्मक या नकारात्मक पक्ष लिखते हैं, जबकि उत्तर संतुलित होना चाहिए।
- उदाहरणों का अभाव: समाज सुधारकों या ब्रिटिश नीतियों पर उत्तर लिखते समय वे विशिष्ट उदाहरण (जैसे, किसी सुधारक का नाम या किसी नीति का उल्लेख) देना भूल जाते हैं।
- रटना: उत्तरों को समझने के बजाय रटने की कोशिश करते हैं, जिससे वे प्रश्न को थोड़ा घुमाकर पूछे जाने पर उत्तर नहीं दे पाते।











