Important Questions Class 7 Hindi Durva Chapter 3
FAQs on Important Questions Class 7 Hindi Durva Chapter 3
1. 'मैं हूँ रोबोट' पाठ के आधार पर, रोबोट कौन-कौन से काम कर सकता है जो इंसानों के लिए मुश्किल या खतरनाक होते हैं?
पाठ 'मैं हूँ रोबोट' के अनुसार, रोबोट कई ऐसे काम कर सकता है जो मनुष्यों के लिए कठिन या खतरनाक होते हैं। यह गर्म भट्ठियों के पास काम कर सकता है, जहरीले और बर्फीले वातावरण में बिना किसी नुकसान के कार्य कर सकता है, और समुद्र की गहराइयों में भी उतर सकता है। यह बिना थके घंटों तक काम करने में सक्षम है, जो इसे औद्योगिक उत्पादन के लिए अत्यंत उपयोगी बनाता है।
2. कक्षा 7 की हिंदी परीक्षा के लिए 'मैं हूँ रोबोट' अध्याय से कौन से प्रश्न 3 अंकों के लिए महत्वपूर्ण हैं?
CBSE 2025-26 सत्र के लिए, 'मैं हूँ रोबोट' अध्याय से 3 अंकों के लिए कुछ अपेक्षित प्रश्न इस प्रकार हैं:
रोबोट की बनावट और कार्यप्रणाली का वर्णन करें।
रोबोट को 'मशीन-मानव' क्यों कहा गया है? स्पष्ट कीजिए।
पाठ में वर्णित विभिन्न प्रकार के रोबोट और उनके उपयोगों की सूची बनाएँ।
इन प्रश्नों से आपकी विश्लेषणात्मक क्षमता और पाठ की समझ का परीक्षण किया जाता है।
3. पाठ 'मैं हूँ रोबोट' के अनुसार, रोबोट का शरीर और मस्तिष्क किससे बना होता है?
पाठ के अनुसार, रोबोट का शरीर लोहा, इस्पात और प्लास्टिक से बना होता है। इसके शरीर में तारों का जाल होता है जो इसे कार्य करने का निर्देश देता है। रोबोट का मस्तिष्क कंप्यूटर होता है, जो सभी सूचनाओं को संग्रहीत करता है और दिए गए आदेशों का पालन करता है।
4. रोबोट को 'मशीन-मानव' क्यों कहा जाता है? इसके क्या निहितार्थ हैं?
रोबोट को 'मशीन-मानव' इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह मनुष्यों की तरह ही काम करता है, जैसे चलना, बोलना, और कार्य करना, लेकिन उसका शरीर और भावनाएं इंसानों जैसी नहीं होतीं। यह एक मशीन है जिसमें मानवीय कार्यों की नकल करने की क्षमता है। इसका निहितार्थ यह है कि भविष्य में रोबोट इंसानी कामों में मदद तो करेंगे, लेकिन वे इंसानी संवेदना और विवेक का स्थान नहीं ले सकते।
5. क्या रोबोट मनुष्य से बेहतर है? 'मैं हूँ रोबोट' पाठ के संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
यह एक उच्च स्तरीय चिंतन (HOTS) प्रश्न है। पाठ के अनुसार, रोबोट कुछ मामलों में मनुष्य से बेहतर है, जैसे कि वह बिना थके, बिना गलती किए और खतरनाक परिस्थितियों में काम कर सकता है। उसकी याददाश्त बहुत तेज होती है। हालाँकि, रोबोट में सोचने-समझने और महसूस करने की क्षमता नहीं होती है। वह केवल दिए गए निर्देशों का पालन करता है। इसलिए, कार्यक्षमता में बेहतर होते हुए भी, संवेदना और रचनात्मकता में वह मनुष्य से बेहतर नहीं है।
6. मनुष्य की याददाश्त और रोबोट की मेमोरी में क्या मुख्य अंतर हैं?
'मैं हूँ रोबोट' पाठ के आधार पर, मनुष्य की याददाश्त और रोबोट की मेमोरी में मुख्य अंतर यह है कि:
रोबोट की मेमोरी: यह कंप्यूटर आधारित होती है और इसमें दर्ज की गई जानकारी को यह कभी नहीं भूलता। यह पूरी तरह से तथ्यात्मक होती है।
मनुष्य की याददाश्त: यह जैविक होती है और भावनाओं से जुड़ी होती है। मनुष्य समय के साथ कुछ बातें भूल सकता है, लेकिन उसकी याददाश्त में रचनात्मकता और अनुभव का समावेश होता है।
7. क्या रोबोट अपनी मर्जी से कोई भी काम कर सकता है? पाठ के आधार पर इस आम धारणा को स्पष्ट करें।
नहीं, यह एक आम धारणा है जो गलत है। पाठ 'मैं हूँ रोबोट' स्पष्ट करता है कि रोबोट अपनी मर्जी से कोई काम नहीं कर सकता। वह पूरी तरह से अपने मानव नियंत्रक द्वारा दिए गए आदेशों पर निर्भर है। उसका मस्तिष्क (कंप्यूटर) केवल उन्हीं निर्देशों का पालन करता है जो उसमें प्रोग्राम किए गए हैं। उसमें स्वयं निर्णय लेने की क्षमता नहीं होती।
8. CBSE 2025-26 सत्र के लिए, 'मैं हूँ रोबोट' पाठ का मुख्य संदेश क्या है जो परीक्षा में पूछा जा सकता है?
इस पाठ का मुख्य संदेश यह है कि प्रौद्योगिकी और स्वचालन मानव जीवन को आसान बना सकते हैं, लेकिन वे मानवीय बुद्धिमत्ता, संवेदना और रचनात्मकता का विकल्प नहीं हैं। यह हमें सिखाता है कि हमें प्रौद्योगिकी का उपयोग एक सहायक के रूप में करना चाहिए, न कि उस पर पूरी तरह निर्भर हो जाना चाहिए। यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है जो परीक्षा में नैतिक मूल्यों के संदर्भ में पूछा जा सकता है।

















