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NCERT Solutions For Class 7 Hindi (Malhar) Chapter 9 Chidiya 2025-26

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How to Write Full Marks Answers for NCERT Chapter 9 Chidiya?

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How to Write Full Marks Answers for NCERT Chapter 9 Chidiya?

पाठ से


मेरी समझ से


(क) नीचे दिए गए प्रश्नों का सटीक उत्तर कौन – सा है ? उसके सामने तारा (★) बनाइए। कुछ प्रश्नों के एक से अधिक उत्तर भी हो सकते हैं।


प्रश्न 1.
कविता के आधार पर बताइए कि इनमें से कौन-सा गुण पक्षियों के जीवन में नहीं पाया जाता है ?


कविता के आधार पर बताइए कि इनमें से कौन-सा गुण पक्षियों के जीवन में नहीं पाया जाता है ?


  • प्रेम-प्रीति

  • लोभ और पाप

  • मिल-जुलकर रहना

  • निर्भय विचरण


उत्तर:

  • लोभ और पाप


प्रश्न 2.
“सब मिल-जुलकर रहते हैं वे, सब मिल-जुलकर खाते हैं ” कविता की यह पंक्ति किन भावों की ओर संकेत करती है?


“सब मिल-जुलकर रहते हैं वे, सब मिल-जुलकर खाते हैं ” कविता की यह पंक्ति किन भावों की ओर संकेत करती है?


  • असमानता और विभाजन

  • प्रतिस्पर्धा और संघर्ष

  • समानता और एकता

  • स्वार्थ और ईर्ष्या


उत्तर:

  • समानता और एकता


प्रश्न 3.
“वे कहते हैं, मानव! सीखो, तुम हमसे जीना जग में” कविता में पक्षी मनुष्य से कैसा जीवन जीने के लिए कहते हैं?


वे कहते हैं, मानव! सीखो, तुम हमसे जीना जग में” कविता में पक्षी मनुष्य से कैसा जीवन जीने के लिए कहते हैं?


  • आकाश में उड़ते रहना

  • बंधन में रहना

  • संचय करना

  • स्वच्छंद रहना


उत्तर:

  • स्वच्छंद रहना


(ख) अब अपने मित्रों के साथ मिलकर चर्चा कीजिए और कारण बताइए कि आपने ये उत्तर ही क्यों चुने?

उत्तर:

मेरे विचार से पक्षियों के जीवन में लोभ और पाप जैसे गुण नहीं पाए जाते, क्योंकि कविता में यह साफ़ कहा गया है कि उनके मन में न लालच होता है और न ही कोई बुरा भाव।

कविता की पंक्ति ‘सब मिल-जुलकर रहते हैं वे, सब मिल-जुलकर खाते हैं’ मुझे समानता और एकता का संदेश देती है, क्योंकि साथ रहना और साथ भोजन करना आपसी सहयोग, समानता और सद्भाव का प्रतीक है।

मेरे अनुसार कविता में पक्षी मनुष्य को स्वच्छंद रहने की सलाह देते हैं, क्योंकि जीवन की सुंदरता स्वतंत्र और मुक्त होकर जीने में है, न कि किसी प्रकार के बंधन में बंध जाने में।


मिलकर करें मिलान


• कविता में से चुनकर कुछ संदर्भ नीचे दिए गए हैं। अपने समूह में इन पर बातचीत कीजिए और इन्हें इनके सही भावों से मिलाइए। इनके लिए आप शब्दकोश, इंटरनेट या अपने परिजनों और शिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।


संरचना

भाव

1. चिड़ियों की बोली

1. जीवन और उल्लास

2. सेने की ममता

2. प्रेम और स्नेह

3. निर्भय विचरण

3. भय से मुक्ति

4. मुक्ति-जीवन

4. स्वतंत्रता और निर्बंध जीवन

5. दिवस का काम

5. प्रेम और मानवता का संदेश


कविता में से चुनकर कुछ संदर्भ नीचे दिए गए हैं। अपने समूह में इन पर बातचीत कीजिए और इन्हें इनके सही भावों से मिलाइए। इनके लिए आप शब्दकोश, इंटरनेट या अपने परिजनों और शिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।


उत्तर:
1. – 5
2. – 1
3. – 4
4. – 3
5. – 2


पंक्तियों पर चर्चा


कविता में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचें दी गई हैं, इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार कक्षा में अपने समूह में साझा कीजिए और लिखिए-


कविता में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचें दी गई हैं, इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार कक्षा में अपने समूह में साझा कीजिए और लिखिए-


(क) “चिड़िया बैठी प्रेम-प्रीति की,

रीति हमें सिखलाती है ! ”


उत्तर: इन पंक्तियों का आशय यह है कि चिड़िया पीपल की डाल पर बैठकर मधुर स्वर में गान करती है। अपने गीतों के माध्यम से वह मनुष्य को प्रेम, सद्भाव और अच्छे व्यवहार से जीवन जीने की सीख देती है। साथ ही वह वैर-विरोध और द्वेष जैसी नकारात्मक भावनाओं को त्यागने की प्रेरणा भी देती है।


(ख) “उनके मन में लोभ नहीं है, पाप नहीं, परवाह नहीं।”


उत्तर: इन पंक्तियों का भाव यह है कि पक्षियों के मन में न लालच होता है, न कोई बुरा विचार और न ही किसी वस्तु को लेकर अनावश्यक चिंता।

अर्थात्, वे बिना लोभ के, सहज और निर्मल जीवन जीते हैं।


(ग) “सीमा- हीन गगन में उड़ते,

निर्भय विचरण करते हैं।’


उत्तर: इन पंक्तियों का आशय यह है कि पक्षी असीमित आकाश में बिना किसी बंधन के स्वतंत्र रूप से उड़ते हैं और निर्भीक होकर वहाँ घूमते-फिरते हैं।

भाव यह है कि पक्षी खुली हवा में पूरी स्वच्छंदता और निडरता के साथ उड़ान भरते हैं।


सोच-विचार के लिए


नीचे कविता की कुछ पंक्तियाँ और उनसे संबंधित प्रश्न दिए गए हैं। कविता पढ़ने के बाद अपनी समझ के आधार पर प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

(क) “सब मिल-जुलकर रहते हैं वे, सब मिल- -जुलकर खाते हैं” पक्षियों के आपसी सहयोग की यह भावना हमारे लिए किस प्रकार उपयोगी है? स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर: पक्षियों के बीच दिखाई देने वाला आपसी सहयोग हमारे (मनुष्यों) के लिए भी महत्वपूर्ण सीख है। पक्षी बिना किसी भेदभाव या मतभेद के साथ रहते हैं और एक-दूसरे का सहयोग करते हैं। यदि हम भी इसी भावना को अपनाएँ और मिलकर कार्य करें, तो समाज में तनाव, टकराव और स्वार्थ जैसी समस्याएँ कम हो सकती हैं।


एकता से समाज में समानता, भाईचारा और प्रेम की भावना बढ़ती है। जब हम ‘मैं’ के स्थान पर ‘हम’ को महत्व देने लगते हैं, तभी सच्ची मानवता विकसित होती है। इसलिए हमें भी पक्षियों की तरह मिलजुलकर रहना, खाना और जीवन बिताना सीखना चाहिए।


(ख) “जो मिलता है, अपने श्रम से उतना भर ले लेते हैं” पक्षी अपनी आवश्यकता भर ही संचय करते हैं। मनुष्य का स्वभाव इससे भिन्न कैसे है?


उत्तर: पक्षी केवल उतना ही संग्रह करते हैं, जितनी उन्हें आवश्यकता होती है। इसके विपरीत, मनुष्य का स्वभाव अलग है—वह भविष्य की चिंता या स्वार्थ के कारण अक्सर अपनी ज़रूरत से कहीं अधिक चीज़ें जमा कर लेता है। अधिक संचय करने की इसी प्रवृत्ति में वह कभी-कभी दूसरों के हिस्से पर भी अधिकार कर लेता है। परिणामस्वरूप उसके अंदर लालच, डर और असंतोष जैसी भावनाएँ बढ़ने लगती हैं।


(ग) “हम स्वच्छंद और क्यों तुमने, डाली है बेड़ी पग में ? ” पक्षी को स्वच्छंद और मनुष्य को बेड़ियों में क्यों बताया गया है?


उत्तर: पक्षियों को स्वच्छंद और मनुष्य को बंधनों में जकड़ा हुआ इसलिए कहा गया है क्योंकि पक्षी पूरी तरह मुक्त होते हैं। वे अपनी इच्छाओं, स्वार्थ और संग्रह करने की प्रवृत्ति पर नियंत्रण रखते हैं, इसलिए बिना किसी बंधन के खुले आकाश में स्वतंत्र रूप से उड़ते हैं।


इसके विपरीत, मनुष्य अनेक प्रकार की बेड़ियों में बँधा रहता है। वह अपनी इच्छाओं, स्वार्थ, लालसा, समाज की अपेक्षाओं और निर्धारित सीमाओं में उलझा रहता है। बाहर से भले ही वह स्वतंत्र दिखाई देता है, पर भीतर से वह अपने ही विचारों, इच्छाओं और सामाजिक बंधनों से बंधा होता है।


अनुमान और कल्पना से


अपने समूह में मिलकर संवाद कीजिए-


प्रश्न 1.
चिड़िया मनुष्य को स्वतंत्रता का संदेश देती है, आपके अनुसार मनुष्य के पास किन कार्यों को करने की स्वतंत्रता है और किन कार्यों को करने की स्वतंत्रता नहीं है?

उत्तर:

मनुष्य को जिन कार्यों की स्वतंत्रता प्राप्त है—

  • अपने निर्णय स्वयं लेने की स्वतंत्रता

  • परिश्रम और काम करने की स्वतंत्रता

  • सही और गलत के बीच चुनाव करने की स्वतंत्रता

  • सोचने तथा अपनी बात व्यक्त करने की स्वतंत्रता

  • अपनी रुचियों और कौशल को अपनाने तथा विकसित करने की स्वतंत्रता

मनुष्य को जिन कार्यों की स्वतंत्रता नहीं है—

  • किसी भी रूप में दूसरों को नुकसान पहुँचाने की

  • प्रकृति को हानि पहुँचाकर उसे नष्ट करने की

  • समाज में नफ़रत फैलाने की

  • अनुशासनहीनता और अव्यवस्था पैदा करने की

प्रश्न 2.

चिड़िया और मनुष्य का जीवन एक-दूसरे से कैसे भिन्न है?


उत्तर: चिड़िया और मनुष्य का जीवन एक-दूसरे से बिल्कुल अलग है। चिड़िया स्वच्छंद और स्वतंत्र रहती है। उसकी आवश्यकताएँ सीमित होती हैं, इसलिए वह संग्रह नहीं करती। उसका जीवन लालच, ईर्ष्या और द्वेष से दूर, बिल्कुल सहज और सरल होता है।


इसके विपरीत, मनुष्य का जीवन कई तरह के बंधनों से घिरा है—समाज, रिश्तों, नियमों और ज़िम्मेदारियों के बंधन। उसकी इच्छाएँ अनंत होती हैं। वह भविष्य की चिंता में लगातार योजना बनाता रहता है और आवश्यक से अधिक संचय करता रहता है। उसके जीवन में लालच, ईर्ष्या और द्वेष जैसी भावनाएँ अक्सर दिखाई देती हैं।


हमें चिड़िया से यह सीख लेनी चाहिए कि कम में भी खुश कैसे रहा जाए और स्वतंत्र होकर भी अपनी सीमाओं का सम्मान कैसे किया जाए।


प्रश्न 3.

चिड़िया कहीं भी अपना घर बना सकती है, यदि आपके पास चिड़िया जैसी सुविधा हो तो आप अपना घर कहाँ बनाना चाहेंगे और क्यों?


उत्तर: यदि मुझे चिड़िया जैसी स्वतंत्रता और सुविधाएँ मिलें, तो मैं अपना निवास ऐसे स्थान पर बनाना चाहूँगा जहाँ प्राकृतिक सुंदरता, शांति और मन को सुख देने वाली वातावरण की अनुभूति हो। हिमालय की शांत और हरी-भरी वादियों में रहने का विचार मुझे बहुत आनंद देता है।


पहाड़ों की ठंडी हवा, सुरम्य वातावरण, हरियाली से घिरे पेड़–पौधे और झरनों की मधुर ध्वनि के बीच जीवन बिताना मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी। वहाँ रहते हुए मुझे गहरी आत्मिक शांति और संतोष प्राप्त होगा।

(विद्यार्थी अपनी रुचि और कल्पना के अनुसार उत्तर लिख सकते हैं।)


प्रश्न 4.

यदि आप चिड़िया की भाषा समझ सकते तो आप चिड़िया से क्या बातें करते?


उत्तर: यदि मुझे चिड़िया की भाषा समझने का मौका मिलता, तो मैं उससे ये बातें पूछता—

  • आकाश में ऊँचा उड़ने का अनुभव कैसा होता है?

  • पेड़ की डाल पर अपना घर बनाना तुम्हें कितना अच्छा लगता है?

  • जब तुम अन्य चिड़ियों के साथ रहती हो, तो क्या तुम सब एक-दूसरे की मदद करती हो?

  • क्या तुम्हें महसूस होता है कि तुम वास्तव में स्वतंत्र हो?

मैं ये प्रश्न इसलिए पूछता ताकि उसकी स्वतंत्रता, स्वच्छंदता और खुली दुनिया में जीने के अनुभव को समझ सकूँ।


कविता की रचना


“सब मिल-जुलकर रहते हैं वे, सब मिल-जुलकर खाते हैं”


“सब मिल-जुलकर रहते हैं वे,
सब मिल-जुलकर खाते हैं”

• रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए। ये शब्द लिखने-बोलने में एक जैसे हैं। इस तरह की शैली प्राय: कविता में आती है। अब आप सब मिल-जुलकर नीचे दी गई कविता को आगे बढ़ाइए-
संकेत– सब मिल-जुलकर हँसते हैं वे
सब मिल-जुलकर गाते हैं …….
…………………………….
…………………………….

उत्तर:

जीवन साझा जीते हैं
वे सुख-दुःख साझा करते हैं।

भाषा की बात

“पीपल की ऊँची डाली पर
बैठी चिड़िया गाती है!
तुम्हें ज्ञात क्या अपनी
बोली में संदेश सुनाती है ?”


• रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए। ‘गाती’ और सुनाती’ रेखांकित शब्दों से चिड़िया के गाने और सुनाने के कार्य का बोध होता है। वे शब्द जिनसे कार्य करने या होने का बोध होता है, उन्हें क्रिया कहते हैं । कविता में ऐसे क्रिया शब्दों को ढूँढकर लिखिए और उनसे नए वाक्य बनाइए ।

उत्तर:

कविता में प्रयुक्त क्रिया शब्द और उनके उदाहरण वाक्य इस प्रकार हैं—


  • सिखलाती (सिखाती) – मेरी माँ मुझे हमेशा अच्छी बातें सिखलाती हैं।

  • बतलाती (बताती) – दोनों सहेलियाँ उस घटना के बारे में विस्तार से बतलाती हैं।

  • खाते हैं – हम सभी परिवार के लोग मिलकर भोजन खाते हैं।

  • सो जाते – रात होते ही बच्चे जल्दी सो जाते हैं।

  • भरते हैं – साइकिल की ट्यूब में हवा भरते हैं।

  • उड़ जाती है – तेज़ हवा चलने पर हल्की चीज़ें उड़ जाती हैं।


पाठ से आगे


भावों की बात


(क) जब आप नीचे दिए गए दृश्य देखते हैं तो आपको कैसा महसूस होता है? अपने उत्तर के कारण भी सोचिए और बताइए। आप नीचे दिए गए भावों में से शब्द चुन सकते हैं। आप किसी भी दृश्य के लिए एक से अधिक शब्द भी चुन सकते हैं।


क्रमांक

शब्द

1

प्रेम

2

वीरता

3

दया

4

करुणा

5

क्रोध

6

ईर्ष्या

7

आनंद

8

दुख

9

घृणा

10

आश्चर्य

11

सम्मान

12

शांति

13

सुख

14

दुःख

15

ईर्ष्या

16

गर्व

17

निराशा

18

आभार

19

उल्लास

20

चिंता

21

आत्मविश्वास

22

सहभागिता

23

उदारता

24

शंका


क्रमांक

क्रियाएँ / स्थितियाँ

भाव

1

आसमान ऊँचा होने पर किसी पत्ती के हिलने से आवाज़ सुनाई देती है।

__________

2

शाम के समय किसी पेड़ पर अनगिनत पत्तियाँ एक साथ झरझराहट कर रही हैं।

__________

3

कोई गाय अपने बछड़े को दूध पिला रही है।

__________

4

कोई व्यक्ति अपने वाहन की खिड़की से कचरा बाहर फेंक रहा है।

__________

5

कोई बच्चा किसी कुत्ते को कार में बंद करके चला गया है।

__________

6

कोई व्यक्ति बिना हेलमेट पहने बहुत तेज़ बाइक चला रहा है।

__________

7

दो पक्षी आपस में झगड़ रहे हैं।

__________

8

किसी व्यक्ति विमर्श कर न सके, यह विरोध रूप में बनाई गई निराशा गाथा गा रहा है।

__________

9

किसी बच्चा परिश्रमी व्यक्ति के लिए भारतीय (देश) तिरंगे में सम्मान देने के भाव व्यक्त हो रहे हैं।

__________

10

कोई व्यक्ति किसी को अपमान कर रहा है।

__________

11

कोई बच्चा अपने माता-पिता की बातें नहीं मान रहा है।

__________

12

कोई व्यक्ति स्वादिष्ट भोजन बनाकर दूसरों को खिला रहा है।

__________


उत्तर: (विद्यार्थी अपने सहपाठियों के साथ चर्चा करके उपर्युक्त उत्तरों के कारण कक्षा में एक-दूसरे से साझा करेंगे।)


(ख) उपर्युक्त भावों में से आप कौन-से भाव कब-कब अनुभव करते हैं? भावों के नाम लिखकर उन स्थितियों के लिए एक-एक वाक्य लिखिए।

(संकेत-आत्मविश्वास – जब मैं अकेले पड़ोस की दुकान से कुछ खरीदकर ले आता हूँ।)


उत्तर: वीरता – जब सड़क पर किसी व्यक्ति को घायल देखता हूँ और सभी केवल तमाशा देखते रहते हैं, तब मैं आगे बढ़कर उसकी मदद करता हूँ।

करुणा – जब किसी गरीब, असहाय या बीमार व्यक्ति को परेशान देखता हूँ, तो मेरे मन में करुणा जागती है।

आनंद – किसी जरूरतमंद की सहायता करने पर मुझे गहरा आनंद मिलता है।

आश्चर्य – जब मैं किसी ऐतिहासिक भवन को देखता हूँ, तो उसकी बनावट और कला देखकर मुझे आश्चर्य होता है।

प्रेम – अपनी माता जी के साथ बातें करते समय मुझे प्रेम और अपनापन महसूस होता है।

शांति – जब मैं अपनी पसंद का कोई काम करता हूँ, जैसे चित्र बनाना, तब मुझे मन की शांति मिलती है।

डर – भूत-प्रेत वाली कोई फ़िल्म देखने पर मुझे डर लगता है।

चिंता – परीक्षा नज़दीक आने पर उसके परिणाम और तैयारी को लेकर मुझे चिंता होने लगती है।

(विद्यार्थी स्वयं भावों के नाम लिखकर उनके अनुसार वाक्य तैयार करेंगे।)


आज की पहेली


कविता में आपने कई पक्षियों के नाम पढ़े। अब आपके सामने पक्षियों से जुड़ी कुछ पहेलियाँ दी गई हैं । पक्षियों को पहचानकर सही चित्रों के साथ रेखा खींचकर जोड़िए-


कविता में आपने कई पक्षियों के नाम पढ़े। अब आपके सामने पक्षियों से जुड़ी कुछ पहेलियाँ दी गई हैं । पक्षियों को पहचानकर सही चित्रों के साथ रेखा खींचकर जोड़िए-


उत्तर:


कविता में आपने कई पक्षियों के नाम पढ़े। अब आपके सामने पक्षियों से जुड़ी कुछ पहेलियाँ दी गई हैं । पक्षियों को पहचानकर सही चित्रों के साथ रेखा खींचकर जोड़िए-


चित्र की बात


दिए गए चित्रों को ध्यान से देखिए (पाठ्यपुस्तक की पृष्ठ संख्या – 123 देखें) और बताइए।  • आप पक्षियों को इनमें से कहाँ देखना पंसद करेंगे और क्यों?


दिए गए चित्रों को ध्यान से देखिए (पाठ्यपुस्तक की पृष्ठ संख्या – 123 देखें) और बताइए।

• आप पक्षियों को इनमें से कहाँ देखना पंसद करेंगे और क्यों?


उत्तर: मैं पक्षियों को तीसरे चित्र में देखना पसंद करूँगा, क्योंकि पक्षियों को खुला और प्राकृतिक वातावरण सबसे अधिक प्रिय होता है। वहाँ वे बिना किसी भय के स्वतंत्र रूप से रह सकते हैं। वे अपनी इच्छा से उड़ सकते हैं, गा सकते हैं और जहाँ चाहें वहाँ आ-जा सकते हैं।

पक्षियों की वास्तविक खुशी उनके खुले पंखों में है—पिंजरों या ऊँची इमारतों के बीच नहीं। इसलिए बाग-बगीचे या उपवन जैसे प्राकृतिक स्थान ही उनके रहने के लिए सबसे उपयुक्त हैं।


निर्भय विचरण


“सीमा-हीन गगन में उड़ते, निर्भय विचरण करते हैं” ”  • कविता की इन पंक्तियों को पढ़िए और दिए गए चित्रों को देखिए (पाठ्यपुस्तक की पृष्ठ संख्या – 123 देखकर) । इन चित्रों को देखकर आपके मन में क्या विचार आ रहे हैं? (संकेत – जैसे इन चित्रों में कौन निर्भय विचरण कर रहा है?)


“सीमा-हीन गगन में उड़ते,
निर्भय विचरण करते हैं” ”

• कविता की इन पंक्तियों को पढ़िए और दिए गए चित्रों को देखिए (पाठ्यपुस्तक की पृष्ठ संख्या – 123 देखकर) । इन चित्रों को देखकर आपके मन में क्या विचार आ रहे हैं?
(संकेत – जैसे इन चित्रों में कौन निर्भय विचरण कर रहा है?)

उत्तर:

चित्रों को देखकर मन में कई विचार आते हैं।
पहले चित्र में पशु-पक्षी जंगल में स्वतंत्र रूप से घूमते दिखाई दे रहे हैं, जबकि मनुष्य गाड़ी में बैठकर उन्हें देख रहे हैं। इसके विपरीत, दूसरे चित्र में पशु-पक्षी पिंजरों में कैद हैं और मनुष्य खुले तौर पर घूमकर उन्हें देख रहे हैं।

पहला चित्र पशु-पक्षियों की स्वतंत्रता को दर्शाता है, जबकि दूसरा चित्र उनकी कैद और पराधीनता को दिखाता है। इसे देखकर मन में दुख और आक्रोश की भावना पैदा होती है।

पशु-पक्षी स्वाभाविक रूप से खुला और स्वतंत्र जीवन पसंद करते हैं, लेकिन उन्हें पिंजरों में बंद कर देना उनकी स्वतंत्रता को छीनना है, जो किसी भी प्रकार से उचित नहीं है।


साथ-साथ


वन में जितने पंछी हैं, खंजन, कपोत, चातक, कोकिल; काक, हंस, शुक आदि वास करते सब आपस में हिलमिल!”  प्रश्न 1. वन में सारे पक्षी एक साथ रह रहे हैं, हमारे परिवेश में भी पशु-पक्षी साथ रहते हैं । आप विचार कीजिए कि हमारे परिवेश में उनका रहना क्यों आवश्यक है?


वन में जितने पंछी हैं, खंजन,
कपोत, चातक, कोकिल;
काक, हंस, शुक आदि वास
करते सब आपस में हिलमिल!”

प्रश्न 1.
वन में सारे पक्षी एक साथ रह रहे हैं, हमारे परिवेश में भी पशु-पक्षी साथ रहते हैं । आप विचार कीजिए कि हमारे परिवेश में उनका रहना क्यों आवश्यक है?

उत्तर:

हमारे वातावरण में पशु-पक्षियों का होना अत्यंत जरूरी है, क्योंकि वे प्रकृति के रक्षक, पर्यावरण के संतुलनकर्ता और हमारे परिवेश की सुंदरता बढ़ाने वाले साथी हैं। यदि पशु-पक्षी न हों, तो न पर्यावरण स्वस्थ रह सकेगा, न धरती का संतुलन बना रहेगा और न ही मानव जीवन सुरक्षित रह पाएगा।

इसलिए पशु-पक्षियों की सुरक्षा, देखभाल और सम्मान करना हम सभी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।


प्रश्न 2.

हम अपने आस-पास रहने वाले पशु-पक्षियों की सहायता कैसे कर सकते हैं?


उत्तर:  हम अपने आसपास रहने वाले पशु-पक्षियों की मदद इन तरीकों से कर सकते हैं—


  • पक्षियों के लिए एक बर्तन में साफ पानी और कुछ दाना रखकर।

  • पेड़-पौधे लगाकर और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखकर।

  • बेसहारा जानवरों को भोजन और पानी उपलब्ध कराकर।

  • घायल पशु-पक्षियों को उपचार दिलवाकर या पशु-चिकित्सक तक पहुँचाकर।

  • लोगों में पशु-पक्षियों के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता फैलाकर।

  • किसी भी पशु-पक्षी को चोट पहुँचाने, डराने या परेशान करने से बचकर।

(विद्यार्थी अपने विचार भी साझा कर सकते हैं।)


शब्द एक अर्थ अनेक


(पाठ्यपुस्तक की पृष्ठ संख्या – 124 पर देखें।)


• दिए गए शब्दों का अलग-अलग अर्थों या संदर्भों में प्रयोग कीजिए-

उत्तर:

(क) कर

  • हाथ – नेता जी ने अपने कर-कमलों से इमारत का उद्घाटन किया।

  • शुल्क – ज़मींदार ने किसान का कर माफ कर दिया।

(ख) जल

  • पानी – पक्षियों के लिए कटोरी में जल भरकर रख दो।

  • जलना – सोनिया द्वारा बनाई गई रोटी जल गई।

(ग) अर्थ

  • मतलब – ‘साधना’ शब्द का अर्थ बताइए।

  • धन – साहिल ने अपने जीवन में बहुत अर्थ (धन) कमाया।

(घ) फल

  • खाने की चीज़ – डॉक्टर कहते हैं कि रोज़ एक फल अवश्य खाना चाहिए।

  • परिणाम – मेहनत का फल हमेशा मिलता है।

(ङ) आम

  • साधारण – आम जनता के लिए कई योजनाएँ चलाई गई हैं।

  • एक फल – पेड़ पर बहुत सारे आम लगे हुए हैं।


रचनात्मकता


(क) खुले आसमान में, पेड़ों की टहनियों, छतों और भवनों आदि पर बैठे या उड़ते पक्षी बहुत मनमोहक लगते हैं। अपनी पसंद के ऐसे कुछ दृश्यों का कोलाज बनाकर कक्षा में प्रदर्शित कीजिए।

(ख) “स्वतंत्रता और प्रेम” का संदेश देने वाला एक पोस्टर बनाइए। इसमें इस कविता की कोई पंक्ति या संदेश भी सम्मिलित कीजिए ।


उत्तर: (विद्यार्थी स्वयं करें।)


हमारा पर्यावरण


• मनुष्य बिना सोचे-समझे जंगलों की लगातार कटाई कर रहा है, जिससे पशु-पक्षियों का जीवन प्रभावित हो रहा है। मनुष्य द्वारा किए जा रहे ऐसे कार्यों की एक सूची बनाइए, जिनसे पर्यावरण व हमारे परिवेश के पशु-पक्षियों के लिए संकट की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इस संकट की स्थिति से बचने के लिए क्या-क्या उपाय किए जा सकते हैं? लिखिए। आप इस कार्य में शिक्षक, इंटरनेट और पुस्तकालय की सहायता भी ले सकते हैं।


उत्तर:

पर्यावरण और पशु-पक्षियों के लिए संकट पैदा करने वाले मानव-कार्य

मनुष्य के कुछ कार्य ऐसे हैं जो पर्यावरण और हमारे आसपास रहने वाले पशु-पक्षियों के लिए गंभीर खतरा बन रहे हैं, जैसे—


  • वनों की कटाई – जंगल काटकर खेत, इमारतें और उद्योग बनाए जा रहे हैं, जिससे जानवरों का प्राकृतिक घर नष्ट हो रहा है।

  • प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग – प्लास्टिक पर्यावरण और जीव-जंतुओं दोनों के लिए हानिकारक और जानलेवा सिद्ध हो रहा है।

  • कीटनाशक और रासायनिक पदार्थों का प्रयोग – इनके उपयोग से भोजन, मिट्टी और नदियाँ दूषित हो रही हैं।

  • प्रदूषण में बढ़ोतरी – हवा, पानी और ध्वनि प्रदूषण से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है।

इस संकट से बचने के उपाय

इन समस्याओं से निपटने के लिए हम ये कदम उठा सकते हैं—


  • वनों को बचाएँ, अधिक से अधिक पेड़ लगाएँ और अवैध कटाई रोकें।

  • प्लास्टिक का उपयोग कम करें और इसके विकल्पों का प्रयोग बढ़ाएँ।

  • रिसाइक्लिंग और पुन: उपयोग को बढ़ावा दें।

  • प्रदूषण कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन, साइकिल या पैदल चलने का उपयोग करें।

  • पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाएँ।

(विद्यार्थी अपने विचार भी जोड़ सकते हैं।)


परियोजना कार्य


(क) पर्यावरण संरक्षण के लिए हम अपने स्तर पर कुछ प्रयास कर सकते हैं। आप अपने विद्यालय, आस-पास और घरों में देखिए कि किन-किन कार्यों में प्लास्टिक के थैले का प्रयोग किया जाता है? उन कार्यों की सूची बनाइए। अब इनमें प्रयोग किए जा रहे प्लास्टिक के थैलों के विकल्पों पर विचार कीजिए और लिखिए।
(संकेत — जैसे- हम प्लास्टिक के थैले की जगह कागज या कपड़े के थैले का प्रयोग किन – किन कार्यों में कर सकते हैं।)

उत्तर:

हमारे विद्यालय, घर और आसपास प्लास्टिक के थैलों का उपयोग इन कार्यों में होता है—


  • कागज़ात और किताबें रखने के लिए प्लास्टिक के थैले उपयोग किए जाते हैं।

  • दुकानदार सब्ज़ियाँ और फल प्लास्टिक की थैली में देते हैं।

  • चावल, दाल, शक्कर जैसे सूखे सामान को प्लास्टिक की पैकिंग में बेचा जाता है।

  • दवाइयों की बोतलें और दवा के पत्ते प्लास्टिक की थैली में दिए जाते हैं।

  • कचरा फेंकने के लिए प्लास्टिक के कचरा बैग उपयोग किए जाते हैं।

  • दैनिक उपयोग की वस्तुओं की डिलीवरी या टेकअवे में भी प्लास्टिक के थैलों का प्रयोग होता है।

प्लास्टिक के थैलों के विकल्प—


  • कपड़े का थैला

  • जूट का थैला

  • कागज़ का बैग (पेपर बैग)

  • बाँस या पत्तों से बने पारंपरिक थैले

  • नाइलॉन या मजबूत फाइबर से बने पुनः प्रयोज्य (बार-बार उपयोग वाले) बैग

(ख) सभी विद्यार्थी ‘पर्यावरण बचाओ’ विषय पर एक नुक्कड़ नाटक तैयार करें और उसकी प्रस्तुति विद्यालय प्रांगण में करें।


उत्तर: विद्यार्थी आपस में मिलकर ‘पर्यावरण बचाओ’ विषय पर एक सामूहिक नुक्कड़ नाटक तैयार करें और उसे विद्यालय में प्रस्तुत करें।


झरोखे से


कविता में पक्षियों के ‘सीमा हीन गगन में उड़ने’ की बात कही गई है। पक्षियों का आकाश में उड़ना उद्देश्यपूर्ण है। पक्षियों की उड़ान से जुड़ी एक रोचक जानकारी आगे दी गई है। इसे पढ़कर आप पक्षियों की उड़ान से जुड़े कुछ नए तथ्यों को जान पाएँगे।


पक्षियों की प्रवास यात्राएँ


पक्षियों की प्रवास यात्राएँ सब से विचित्र और रहस्यपूर्ण होती हैं। हर साल शरद ऋतु और शुरू जाड़ों में अनेक पक्षी एशिया, यूरोप तथा अमरीका के उत्तरी भागों में स्थित अपने स्थानों से चलकर गरम देशों में आ जाते हैं। वसंत तथा गरमियों में वे फिर वापस उत्तर में पहुँच जाते हैं।


वे समय के इतने पक्के होते हैं कि इनके आने-जाने के एक-एक दिन की ठीक गणना की जा सकती है। हाँ, प्रतिकूल मौसम के कारण कभी देर हो जाए तो बात दूसरी है। कुछ प्रजातियों के पक्षी थोड़े ही दूरी पर जाते हैं। हर पक्षी थोड़ा बहुत तो इधर-उधर जाता-आता है ही। कभी रहन-सहन के कष्टों के कारण तो कभी खाना कम हो जाने के कारण इस प्रकार का आवागमन मुख्यतः उत्तर भारत में देखने को मिलता है जहाँ पर मौसम भिन्न-भिन्न और तीव्रता लिए हुए होते हैं।


जो पक्षी ऊँचे पहाड़ों पर गरमियाँ बिताते हैं वे जाड़ों में निचली पहाड़ियों, तराई अथवा मैदानों में चले आते हैं। इस प्रकार का आवागमन भारत में बहुत अधिक पाया जाता है, जहाँ गंगा के क्षेत्र के बराबर ही विशाल हिमालय है।


जो पक्षी ऊँचे पहाड़ों पर गरमियाँ बिताते हैं वे जाड़ों में निचली पहाड़ियों, तराई अथवा मैदानों में चले आते हैं। इस प्रकार का आवागमन भारत में बहुत अधिक पाया जाता है, जहाँ गंगा के क्षेत्र के बराबर ही विशाल हिमालय है।


इन छोटे-छोटे वीर यात्रियों को अपनी समस्त लंबी-लंबी यात्राओं के बीच भारी कष्ट झेलने पड़ते हैं और बड़े-बड़े संकटों का सामना करना पड़ता है। कभी जंगलों, कभी मैदानों और कभी समुद्र के ऊपर से गुजरना होता है। कभी भयंकर तूफ़ान आ जाते हैं और वे अपने मार्ग से भटक जाते हैं। बहुधा वे आँधियों के थपेड़ों से समुद्र की ओर पहुँच जाते हैं और फिर एकदम नीचे पठारों में समा जाते हैं। रात को नगर का तीव्र प्रकाश इन्हें भटका देता है।


कुछ पक्षी बीच में रुक-रुक कर यात्रा करते हैं। ताकि थकान न हो। कुछ ऐसे पक्षी भी हैं जो खाने और आराम करने के लिए बिना रुके लगातार बहुत लंबी-लंबी यात्राएँ पूरी कर लेते हैं। कुछ पक्षी केवल दिन में उड़ते हैं तो कुछ दिन और रात दोनों समय किंतु अधिकतर पक्षी सूर्यास्त के बाद अपनी यात्रा पर बढ़ते जाते हैं।


पक्षी प्रायः दल बनाकर उड़ते हैं। सारस और हंस जब आकाश में ‘वी’ (V) की आकृति में उड़ते जाते हैं तब तुरंत हमारा ध्यान उधर खिंचा चला जाता है। अबाबील, चकदिल, फुदकी, समुद्रतटीय पक्षी तथा जलपक्षी दलों में इकट्ठे हो जाते हैं। प्रत्येक दल में एक ही प्रकार के पक्षी होते हैं। हर दल में परों की तेज फड़फड़ाहट और चहचहाहट होती है। उसके बाद वे धरती से हवा में उठ जाते हैं और आकाश को चीरते हुए आगे ही आगे बढ़ते जाते हैं।


– पक्षी जगत, राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, दिल्ली

• कविता में पक्षियों के ‘सीमा – हीन गगन में उड़ने’ की बात कही गई है। पक्षियों का आकाश में उड़ना उद्देश्यपूर्ण है। पक्षियों की उड़ान से जुड़ी एक रोचक जानकारी आगे दी गई है। इसे पढ़कर आप पक्षियों की उड़ान से जुड़े कुछ नए तथ्यों को जान पाएँगे।

उत्तर: विद्यार्थी पाठ्यपुस्तक में दिए गए पक्षियों की उड़ान से संबंधित रोचक तथ्यों को पढ़ें और उनसे जुड़े नए ज्ञान व जानकारी प्राप्त करें।


साझी समझ


• आप इंटरनेट या किसी अन्य माध्यम की सहायता से अन्य प्रवासी पक्षियों के बारे में रोचक जानकारी एकत्रित कीजिए और प्रवासी पक्षियों पर लेख लिखिए ।

उत्तर: प्रवासी पक्षियों के बारे में रोचक जानकारी


  • प्रवासी पक्षी कभी रास्ता नहीं भूलते। वे दिशा पहचानने के लिए सूर्य की स्थिति, रात के तारों और पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का सहारा लेते हैं।

  • कुछ पक्षी लगातार 8 से 10 दिन तक बिना रुके उड़ सकते हैं। यात्रा के दौरान वे ऐसे स्थान ढूँढते हैं जहाँ उन्हें भोजन और पानी मिल सके और वे थोड़ा आराम कर सकें।

  • कई प्रवासी पक्षी झुंड में उड़ते हैं, जिससे उन्हें शिकारी जानवरों से सुरक्षा मिलती है और हवा में उड़ते समय ऊर्जा की बचत भी होती है।

  • कुछ प्रजातियाँ 10,000 से 15,000 किलोमीटर तक की लंबी दूरी तय करती हैं, जो उनकी अद्भुत सहनशक्ति को दर्शाता है।

प्रवासी पक्षियों पर लेख


प्रवासी पक्षी वे होते हैं जो बदलते मौसम, भोजन की तलाश या प्रजनन के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं और फिर वापस लौटते हैं। प्रवासी पक्षी मुख्यत: सर्दियों और गर्मियों में स्थान बदलते हैं। जब किसी क्षेत्र में बहुत ठंड या गर्मी हो जाती है और वहाँ भोजन मिलना मुश्किल हो जाता है, तो ये पक्षी ऐसे क्षेत्रों की ओर उड़ जाते हैं जहाँ मौसम अनुकूल हो और भोजन उपलब्ध हो। प्रवासी पक्षी प्रकृति का अद्भुत उपहार हैं। इनकी लंबी यात्राएँ हमें यह सिखाती हैं कि धैर्य, दिशा और उद्देश्य के साथ किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है। इन पक्षियों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी इनकी खूबसूरती और अद्भुत प्रवास को देख सके।


NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 9 चिड़िया (2025-26)

अगर आप NCERT Class 7 Hindi Chapter 9 चिड़िया के प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं, तो यहाँ सभी अभ्यास-आधारित समाधान सरल भाषा में उपलब्ध हैं। नियमित अभ्यास से विद्यार्थी कक्षा और बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक ला सकते हैं।


चिड़िया कविता के NCERT solutions से छात्र न सिर्फ कविता का अर्थ समझते हैं, बल्कि गीत में छिपे जीवन और प्रकृति के संदेश को भी महसूस कर पाते हैं। यह अध्याय मूल्य आधारित शिक्षण के लिए बेहद उपयोगी है।


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FAQs on NCERT Solutions For Class 7 Hindi (Malhar) Chapter 9 Chidiya 2025-26

1. What are NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 9 Chidiya?

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 9 Chidiya are stepwise, exam-focused answers to all textbook questions. These solutions help students understand key themes, question formats, and marking scheme to score better in school exams.

- Cover all intext and exercise questions
- Include definitions, diagrams, and long/short answers
- FollowCBSE syllabus 2025–26
- Designed for maximum marks and easy revision

2. How can I score full marks in Class 7 Hindi Chapter 9 Chidiya question answers?

To score full marks in Class 7 Hindi Chapter 9 Chidiya, write answers step-by-step, include keywords and structure as per CBSE marking scheme:

- Start with a direct answer or definition
- Use examples or explanations from the chapter
- Highlight main points and themes
- For long answers, use introduction–body–conclusion format
- Keep answers neat, concise, and avoid grammar errors
- Include diagrams or labels if asked or relevant

3. Where can I download the PDF for Class 7 Hindi Chapter 9 Chidiya question answers?

You can download the free PDF of NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 9 Chidiya from reliable educational websites. This allows for offline study and quick revision before exams.

- Check sites providing official NCERT chapterwise solutions
- Ensure the PDF is updated for the latest CBSE syllabus (2025–26)
- Look for PDFs that are teacher-reviewed and error-free

4. What are the important topics and key points in Hindi Chapter 9 Chidiya for Class 7?

The important topics in Class 7 Hindi Chapter 9 Chidiya focus on understanding the poem's summary and central ideas:

- Main theme of freedom and struggles faced by the bird (chidiya)
- Character traits of the bird and their significance
- Moral/message of the chapter
- Important words, definitions, and literary devices
- Exemplar and intext questions for practice

5. Is it necessary to include diagrams or definitions in Hindi Chapter 9 Chidiya answers?

While diagrams are usually not mandatory in Hindi literature answers, well-written definitions and keywords are important for Class 7 CBSE marking:

- If a question asks for a definition, provide it exactly
- Use neat, labeled diagrams only if the question mentions or if it enhances your answer
- Definitions and examples help you score step marks

6. How should I structure long answers for Hindi Chapter 9 Chidiya to get better marks?

For long answers in Class 7 Hindi Chapter 9 Chidiya, follow a clear three-part structure as per the CBSE guidelines:

1. Introduction: Brief context or background from the chapter
2. Main Body: Detailed explanation with examples, references, and key points
3. Conclusion: Summarise with the central message or your takeaway

7. Are NCERT Solutions enough for Class 7 Hindi exams?

NCERT Solutions for Class 7 Hindi are usually enough for scoring well in school exams because:

- They closely follow the textbook and CBSE marking scheme
- Provide model answers and key points
- Cover all question formats likely to be asked
However, regular revision, sample papers, and practicing important questions will further boost your performance.

8. Which questions from Chapter 9 Chidiya are most likely to appear in exams?

Teachers and examiners often ask:

- Summary of Chapter 9 Chidiya
- Main message or moral of the poem
- Short notes on chidiya's character traits
- Meanings or definitions of important words
- Intext and back exercise questions from the NCERT Hindi textbook

Reviewing previous year papers and important questions lists is highly recommended.

9. What common mistakes should I avoid while writing Hindi Chapter 9 Chidiya answers?

To score better, avoid these mistakes:

- Missing key points or writing too briefly
- Ignoring definitions or main ideas
- Poor handwriting or unstructured answers
- Not using examples from the chapter
- Skipping stepwise formats as per marking scheme

10. How to revise Hindi Chapter 9 Chidiya quickly before exams?

A quick revision for Class 7 Hindi Chapter 9 Chidiya should include:

- Reading chapter summary and key points
- Practicing NCERT Solutions and sample long/short answers
- Memorising important definitions and word meanings
- Reviewing common mistakes and answer formats
- Attempting quick mock tests or important questions for confidence