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Important Questions Class 7 Hindi Durva Chapter 9

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Important Questions Class 7 Hindi Durva Chapter 9

Do you want to know more about Sir M. Visvesvaraya and his inspiring journey? In Important Questions Class 7 Hindi Durva Chapter 9, you’ll not only learn about his achievements in engineering, but also understand the values and life lessons that made him such a remarkable personality.

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This chapter explains how Visvesvaraya’s dedication and innovative thinking helped improve society, making these topics really useful for exams and real life. The important questions collected by Vedantu experts will help you focus on what matters most and clear any doubts. For more details on your syllabus, you can check the Class 7 Hindi Syllabus.


Practicing these questions makes studying simple and revision much easier. Plus, you can grab the free PDF and study anytime. If you want more important questions, just visit Class 7 Hindi Important Questions for helpful resources.


Access Important Questions for Class 7 Hindi Durva Chapter 9 – विश्वेश्वरैया

अति लघु उत्तरीय प्रश्न:-                                       (1 अंक)

1. विश्वेश्वरैया जी के पिता की मृत्यु कब हो गयी थी?

उत्तर: विश्वेश्वरैया जब केवल चौँदह वर्ष के थे ,तभी उनके पिता की मृत्यु हो गई थी।


2. विश्वेश्वरैया जी को हाईस्कूल में कौन सा गाना गाने के लिए कहा गया था ?

उत्तर: विश्वेश्वरैया जी को हाईस्कूल में ”गाड सेव द किंग”! नामक गाना गाने के लिए कहा गया था।


3. विश्वेश्वरैया जी का संदेश क्‍या था ?

उत्तर: विश्वेश्वरैया जी का संदेश था, कि पहले जानो, फिर करो।


4. विश्वेश्वरैया बड़े हो कर क्‍या बने?

उत्तर: विश्वेश्वरैया एक महान इंजीनियर बने।


5. दो वर्ष की आयु से ही विश्वेश्वरैया का परिचय किन कहानियों से हो गया |

उत्तर: दो वर्ष की आयु से ही विश्वेश्वरैया परिचय रामायण, महाभारत और पंचतंत्र की कहानियों से हो गया ।


लघु उत्तरीय प्रश्न:-                                        (2 अंक)

1. विश्वेश्वरैया कैसे एक व्यवहारिक व्यक्ति बन गए?

उत्तर: उनके पास हर प्रश्न का उत्तर था | समाधान ढूँढ़ने की क्षमता उनके पूरे जीवन में लगातार विकसित होती रही |और इस कारण वह एक व्यावहारिक व्यक्ति बन गए।


2. विश्वेश्वरैया के महानता की कुंजी क्या थी ?

उत्तर: विश्वेश्वरैया ने निश्चय किया, कि वह जीवनपर्यन्त तक छात्र बने रहेंगे। क्योंकि वह इस दुनिया से बहुत कुछ सीखना चाहते थे | यह संकल्प उनकी महानता की कुंजी थी|


3. विश्वेश्वैया को रामायण, महाभारत और पंचतंत्रा की कहानियों का ज्ञान कब हुआ?

उत्तर: दो वर्ष की आयु से ही उनका परिचय रामायण, महाभारत और पंचतंत्रा की कहानियों से हो गया था। | इन कहानियों से विश्वेश्वरैया ने ईमानदारी, दया और अनुशासन जैसे मूल मानवीय मूल्यों को ग्रहण किया |


4. विश्वेश्वरैया जी ने क्या संकल्प लिया था ?

उत्तर: विश्वेश्वरैया जी का मानना था, कि ज्ञान असिमित है। उन्होंने संकप्ल लिया जीवनपर्यत तक छात्र बने रहेंगे और सीखते रहेंगे।


5. विश्वेश्वरैया जी ने रामायण, महाभारत और पंचतंत्रा से क्या सीखा था?

उत्तर: रामायण, महाभारत और पंचतंत्रा इन कहानियों से विश्वेश्वरैया ने ईमानदारी, दया और अनुशासन जैसे मूल मानवीय मूल्यों को आत्मसात किया।


लघु उत्तरीय प्रश्न:-                                       (3 अंक)

1. लेखक को जल के शक्ति प्रभाव कब हुआ।

उत्तर: लेखक कहते है, कि जहाँ विश्वेश्वरैया खडे थे ,वहीं निकट की नाली का पानी उमड़-घुमड़ रहा था। उसमें भँवर भी उठ रहे थे। उसने एक जलप्रपात का रूप धारण कर लिया था। वह एक बहुत ही बड़े पत्थर को अपने साथ बहा कर ले जा रहा था जिससे जल अपने शक्ति का प्रदर्शन कर रहा था।


2. विश्वेश्वरैया का संक्षिप्त जीवन परिचय दीजिये।

उत्तर: मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म मैसूर में हुआ था। जो अब कर्नाटक में हैद्ध के मुद्देनाहलली नामक स्थान पर 15 सितंबर 1861 को हुआ था। उनके पिता एक वैद्य थे। वर्षों पहले उनके पूर्वज आंध्र प्रदेश के मोक्षगुंडम से यहाँ आए और मैसूर में बस गए थे।


3. विश्वेश्वरैया ने छह साल की उम्र में 'गरीबी क्या है' कैसे जाना?

उत्तर: जब प्रकृति अपने विभिन्‍न रूप के सामूहिक शक्तियों का प्रदर्शन कर रही थी। इस दृश्य को वह देख रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि ,थोड़ी दूर पर एक गरीब महिला बारिश में ताड़ की छतरी पकड़े खड़ी थी। वह बहुत गरीब थी। उसे देखते ही, विश्वेश्वरैया के मन में सवाल उठा कि लोग गरीब क्‍यों हैं। इस तरह, उन्हें गरीबी के बारे में पता चला।


4. विश्वेश्वरैया के मन में नौकरानी को लेकर क्या विचार था?

उत्तर: विश्वेश्वरैया नौकरानी के गरीबी को लेकर बहुत चिंतित रहते थे। उनका मन यह जानना चाहता था, कि नौकरानी इतनीं गरीब क्यों है? नौकरानी फटी साड़ी क्‍यों पहनती है? वह झोंपड़ी में क्‍यों रहती है? क्या, उसे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहिए? क्‍या नौकरानी विदेशी शासन के कारण गरीब है? यह प्रश्न विश्वेश्वरैया के मस्तिष्क में उमड़ता-घुमड़ता रहा।


5. विश्वेश्वरैया में क्या खूबियां थी?

उत्तर: विश्वेश्वरैया एक जिज्ञासु, विचारशील, मेहनती बच्चा था। जिज्ञासा के कारण वह सब कुछ जानने के लिए उत्सुक था। विचारशील होने के कारण वह अपने आस-पास होने वाली चीजों के बारे में गहराई से सोचते थे। परिश्रम इतना था ,कि वह अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत करने से भी पीछे नहीं हटते थे।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न:-                                        ( 5 अंक)               

1. लेखक द्वारा किये गए प्रकृति दृश्य का वर्णन कीजिये।

उत्तर: लेखक देखते है, कि आकाश में अँधेरा छाया हुआ था।बादल आकाश में मँडराते हुए एक-दूसरे से टकरा जाते तो बिजली चमक उठती और गर्जन होता। फिर मूसलाधार वर्षा होने लगी। कुछ ही देर में गड्ढे और नालियाँ पानी से भर गई। छः वर्षीय विश्वेश्वरैया अपने घर के बरामदे में खड़ा इस दृश्य को निहार रहा था। गली में पंक्तियों में खड़े पेड़ बारिश में धुल जाने के कारण साफ व सुंदर दिखाई दे रहे थे। पत्तियों और टहनियों से पानी की बूंदे टप-टप गिर रही थी। थोड़ी ही दूर पर हरे-भरे धान के खेत लहलहा रहे थे।


2. विश्वेश्वरैया का मन किन बातों से ब्याकुल रहता था ?

उत्तर: विश्वेश्वरैया का मन बहुत ब्याकुल था ,वह उनसे प्राकृतिक के बारे में पूछते ऊर्जा के प्रचलित स्रोत कौन से हैं? कैसे इस ऊर्जा को पकड़ कर इस्तेमाल में लाया जा सकता है? वह यह भी पूछते कि आखिर इतने लोग गरीब क्‍यों हैं? नौकरानी फटी साड़ी क्‍यों पहनती है? वह झोंपड़ी में क्‍यों रहती हे ? क्या उसे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहिए ? वह परिवार के बड़ों से इन बातों का उत्तर जानना चाहते थे। वह अपने अध्यापकों से भी पूछा करते थे।विश्वेश्वरैया का मन इन सब बातों से ब्याकुल रहता था।


3. "धीरे-धीरे इस लड़के को प्रकृति और जीवन के बारे में अंतर्दृष्टि प्राप्त होने लगी" लेखक का यह वाक्य किसको प्रभावित करता है।

उत्तर: लेखक का यह वाक्य विश्वेश्वरैया जी के लिए है। विश्वेश्वरैया बचपन से बहुत जिज्ञासु रहे हैं। उनके मन में तरह - तरह के बिचार उठते थे, जैसे कि 'ऊर्जा के कौन से प्रचलित स्रोत हैं? नौकरानी फटी साड़ी क्‍यों पहनती है? नौकरानी झोंपड़ी में क्‍यों रहती है? इतने लोग गरीब क्‍यों हैं? लेकिन जैसे - जैसे वह बड़े होते गए उनको उनके सवालों के जवाब मिलने लगे। उन्हें महसूस हुआ, कि ज्ञान असीमित है। उसे बिना रुके सीखते रहना होगा। तभी उन्हें उन प्रश्नों के उत्तर मिल सकते हैं जो उन्होंने उठाए थे।


4. विश्वेश्वरैया ने छह साल की उम्र में कौन सा प्राकृतिक दृश्य देखा था?

उत्तर: छह वर्षीय विश्वेश्वरैया ने अपने घर के बरामदे से देखा कि, बारिश के कारण वातावरण बहुत सुंदर हो गया। बारिश के कारण पेड़ धुल गए। पत्तियों और टहनियों से पानी टपक रहा था। कुछ दूरी पर धान के खेत हिल रहे थे। गली में नाले का पानी झरने की तरह हिल रहा था। उसमें इतनी शक्ति थी ,कि वह अपने साथ एक बहुत बड़ा पत्थर लेकर जा रहा था। यह देखा जाना, कि प्रकृति के ये विभिन्‍न रूप सामूहिक रूप से प्रकृति की शक्ति का प्रदर्शन कर रहे थे। थोड़ी दूर पर एक गरीब महिला बारिश में ताड़ की छतरी पकड़े खड़ी थी। वह बहुत गरीब थी। उसे देखते ही, विश्वेश्वरैया के मन में सवाल उठा ,कि लोग गरीब क्‍यों हैं। इस तरह, उन्होंने गरीबी और प्रकृति के बारे में बहुत कुछ सीखने की कोशिश की ।


5. "उनके पास हर प्रश्न का उत्तर था " यह वाक्य किसके  लिए और क्‍यों कहा गया है।

उत्तर: यह, वाक्य विश्वेश्वरैया जी के लिए कहा गया है। क्‍योंकी उन्हे बचपन से ही सिखने की लत थी, और अपने मन में आये हर प्रश्न का समाधान ढूँढ़ लेते थे। समाधान ढूँढ़ने की क्षमता उनके पूरे जीवन में लगातार विकसित होती रही और इस कारण वह एक व्यावहारिक व्यक्ति बन गए। एक बार ऐसा हुआ जब विश्वेश्वरैया जी अपने मामा के पास रह कर पढ़ने जाना चाहते थे। लेकिन माता बताती है ,कि उनके मामा बहुत गरीब है तुम उन पर बोझ बन जाओगे। विश्वेश्वरैया जी तर्क करते है, कि माँ मैं अपनी जरूरतों के लिए स्वयं कमाऊंगा । मैं बच्चों को ट्यूशन पढ़ा दूँगा। अपने फीस और किताबों का खुद ही इंतजाम कर लूंगा |और बचे हुए पैसे मामा को दे दूंगा जिससे उनकी कुछ मदद हो जायेगी।


Benefits of Important Questions Class 7 Hindi (Durva) Chapter 9 Visvesvaraya

  • By practising Important Questions Class 7 Hindi (Durva) Chapter 9 Visvesvaraya, students can concentrate on important topics, ensuring they are well-prepared for exams.

  • The questions encourage students to think critically and express their thoughts clearly, improving their answer-writing skills.

  • Engaging with these questions promotes thoughtful reflection on Visvesvaraya's contributions to engineering and society.

  • This PDF can be accessed offline, allowing students to study at their own pace, whether at home or while travelling.

  • Developed by subject matter experts, the questions align with the CBSE syllabus, ensuring high-quality educational support.

  • The important questions serve as a helpful resource for quick revision, making it easier to review key points before exams.

  • Regular practice of these questions helps boost students' confidence in their knowledge, preparing them for assessments.


Conclusion

Vedantu’s FREE PDF of Important Questions for Class 7 Hindi (Durva) Chapter 9: Visvesvaraya is a valuable study material for students. It helps them grasp the chapter's themes and concepts while preparing effectively for exams. The carefully crafted questions make learning engaging and allow students to express their creativity. With the flexibility to study anytime and anywhere, this resource supports students in reinforcing their knowledge. Download the FREE PDF now to enhance your understanding and boost your confidence as you prepare for success in your studies!


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FAQs on Important Questions Class 7 Hindi Durva Chapter 9

1. कक्षा 7 की हिंदी परीक्षा 2025-26 के लिए 'विश्वेश्वरैया' पाठ से कौन-से लघु उत्तरीय प्रश्न महत्वपूर्ण हैं?

कक्षा 7 की परीक्षा के लिए 'विश्वेश्वरैया' पाठ से कुछ महत्वपूर्ण लघु उत्तरीय प्रश्न इस प्रकार हैं:

  • विश्वेश्वरैया का पूरा नाम क्या था और उनका जन्म कब और कहाँ हुआ था?

  • विश्वेश्वरैया ने अपनी इंजीनियरिंग की शिक्षा कहाँ से पूरी की?

  • उन्हें 'सर' की उपाधि क्यों और किसके द्वारा दी गई?

  • अपने जन्मदिन के बारे में विश्वेश्वरैया का क्या विचार था?

2. 'विश्वेश्वरैया' पाठ से परीक्षा में किस प्रकार के दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (3-5 अंक) पूछे जा सकते हैं?

इस पाठ से 3 से 5 अंकों के लिए अक्सर चरित्र-चित्रण, योगदानों का विश्लेषण और जीवन से मिलने वाली सीख पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। एक महत्वपूर्ण प्रश्न हो सकता है: “सर एम. विश्वेश्वरैया के जीवन से छात्रों को क्या प्रेरणा मिलती है? उनके किन्हीं तीन गुणों का वर्णन करें।" इस तरह के प्रश्नों में उनके अनुशासन, समय प्रबंधन और राष्ट्र-सेवा जैसे गुणों पर ध्यान केंद्रित करना होता है।

3. पाठ के अनुसार, एक इंजीनियर के रूप में सर एम. विश्वेश्वरैया के प्रमुख योगदान क्या थे?

एक इंजीनियर के रूप में सर एम. विश्वेश्वरैया के योगदान अमूल्य थे। पाठ के अनुसार, उनके कुछ प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं:

  • कृष्णराज सागर बाँध: मैसूर के पास कावेरी नदी पर इस विशाल बाँध का निर्माण उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।

  • स्वचालित फाटक प्रणाली: उन्होंने पुणे के खडकवासला जलाशय के लिए स्वचालित जल द्वारों (automatic floodgates) का आविष्कार और पेटेंट कराया।

  • हैदराबाद की बाढ़ सुरक्षा प्रणाली: उन्होंने मूसी नदी की विनाशकारी बाढ़ से हैदराबाद शहर को बचाने के लिए एक उन्नत जल निकासी और बाढ़ सुरक्षा प्रणाली तैयार की।

4. मैसूर के दीवान के रूप में विश्वेश्वरैया ने राज्य के विकास के लिए क्या कदम उठाए?

मैसूर के दीवान के रूप में, विश्वेश्वरैया ने राज्य के औद्योगिकीकरण और आधुनिकीकरण पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षा, उद्योग, और कृषि के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधार किए। उन्होंने मैसूर बैंक (अब स्टेट बैंक ऑफ मैसूर), मैसूर सोप फैक्ट्री, और भद्रावती में आयरन एंड स्टील प्लांट की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी दूरदर्शी योजनाओं ने मैसूर को एक प्रगतिशील और मॉडल राज्य बना दिया।

5. विश्वेश्वरैया को 'भारत रत्न' से क्यों सम्मानित किया गया? उनके किन गुणों ने उन्हें यह सम्मान दिलाया?

सर एम. विश्वेश्वरैया को वर्ष 1955 में 'भारत रत्न', भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें राष्ट्र निर्माण में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया गया था। उनके निम्नलिखित गुणों ने उन्हें इस सम्मान का पात्र बनाया:

  • अद्वितीय इंजीनियरिंग कौशल: बाँधों, पुलों और शहरी नियोजन में उनके क्रांतिकारी कार्यों ने देश को नई दिशा दी।

  • दूरदर्शिता और योजना: उन्होंने भारत के आर्थिक और औद्योगिक भविष्य की एक मजबूत नींव रखी।

  • अखंडता और अनुशासन: उनका जीवन सार्वजनिक सेवा और ईमानदारी का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

6. 'विश्वेश्वरैया' पाठ छात्रों को समय के सदुपयोग और अनुशासन के बारे में क्या सिखाता है?

यह पाठ सिखाता है कि सफलता के लिए अनुशासन और समय का सदुपयोग अत्यंत आवश्यक है। विश्वेश्वरैया अपनी समय की पाबंदी के लिए प्रसिद्ध थे; वे हर काम निश्चित समय पर करते थे। उनकी घड़ी हमेशा सही समय बताती थी। यह अध्याय छात्रों को यह समझने में मदद करता है कि समय का सम्मान करके और एक अनुशासित जीवन शैली अपनाकर वे भी अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं और जीवन में सफल हो सकते हैं।

7. परीक्षा की तैयारी के लिए 'विश्वेश्वरैया' अध्याय को क्यों महत्वपूर्ण माना जाता है?

यह अध्याय केवल एक जीवनी नहीं है, बल्कि यह चरित्र-निर्माण, देशभक्ति और दृढ़ संकल्प जैसे मूल्यों पर प्रकाश डालता है। परीक्षा में इस पाठ से प्रश्न पूछकर छात्रों की तथ्यात्मक जानकारी के साथ-साथ उनके नैतिक और विश्लेषणात्मक कौशल का भी मूल्यांकन किया जाता है। इससे अक्सर मूल्य-आधारित प्रश्न (Value-Based Questions) बनते हैं, जो अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।

8. विश्वेश्वरैया के जीवन की कौन-सी घटना यह दर्शाती है कि वे सादगी और स्वाभिमान को महत्व देते थे?

पाठ में वर्णित एक घटना उनके स्वाभिमान को दर्शाती है जब वे एक ट्रेन में यात्रा कर रहे थे और एक अंग्रेज ने उन्हें अशिक्षित समझकर उनका अपमान करने की कोशिश की। विश्वेश्वरैया ने अपनी इंजीनियरिंग विशेषज्ञता का उपयोग करके ट्रेन को दुर्घटना से बचाया, जिससे उस अंग्रेज को अपनी गलती का एहसास हुआ। यह घटना दिखाती है कि वे अपने ज्ञान पर विश्वास करते थे और सादगीपूर्ण जीवन जीते हुए भी अपने आत्म-सम्मान से समझौता नहीं करते थे।