Ramchandrachandrika Class 12 important questions with answers PDF download
FAQs on CBSE Important Questions for Class 12 Hindi Antra Ramchandrachandrika - 2025-26
1. सीबीएसई कक्षा 12 हिंदी की परीक्षा के लिए 'रामचंद्रचंद्रिका' कविता के मूल भाव से जुड़े कौन-से प्रश्न महत्वपूर्ण हैं?
CBSE Class 12 Hindi (Antra) के लिए 'रामचंद्रचंद्रिका' अध्याय से कई महत्वपूर्ण प्रश्न बनते हैं जो इसके मूल भाव पर केंद्रित होते हैं। परीक्षा के लिए इन प्रश्नों पर ध्यान दें:
- केशवदास की काव्य कला: यह प्रश्न पूछा जा सकता है कि केशवदास ने रामकथा का वर्णन भक्ति भाव से अधिक अपनी काव्य-कला के प्रदर्शन के लिए किया है। उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
- प्रसंग आधारित प्रश्न: 'सरस्वती वंदना', 'पंचवटी वर्णन' और 'अंगद-रावण संवाद' जैसे प्रसंगों का मूल भाव और काव्य सौंदर्य लिखने के लिए कहा जा सकता है।
- चरित्र-चित्रण: रावण के दरबार में अंगद के आत्मविश्वास और वाक्पटुता पर आधारित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं।
2. 'पंचवटी वर्णन' में केशवदास ने प्रकृति का चित्रण किस प्रकार किया है? इस पर आधारित 3-अंकीय प्रश्न की तैयारी कैसे करें?
कवि केशवदास ने 'पंचवटी वर्णन' में प्रकृति का एक पवित्र और मंगलकारी रूप प्रस्तुत किया है। 3-अंकीय प्रश्न के लिए, इन बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करें:
- पवित्रता का चित्रण: बताएं कि कैसे पंचवटी को सभी पापों का नाश करने वाली और पवित्रता प्रदान करने वाली भूमि के रूप में दिखाया गया है।
- अलंकारों का प्रयोग: उत्तर में उपमा और रूपक जैसे अलंकारों का उल्लेख करें, जिनके माध्यम से प्रकृति की सुंदरता का वर्णन किया गया है।
- प्रतीकात्मक महत्व: यह भी बताएं कि पंचवटी का शांत और निर्मल वातावरण, वहाँ रहने वाले साधुओं और तपस्वियों के चरित्र को दर्शाता है। एक अच्छा उत्तर लिखने के लिए पाठ से उदाहरण अवश्य दें।
3. 'रामचंद्रचंद्रिका' में प्रयुक्त अलंकारों और छंदों की जटिलता पर आधारित उच्च-स्तरीय (HOTS) प्रश्न किस प्रकार के हो सकते हैं?
केशवदास की कठिन काव्य-शैली के कारण, इस अध्याय से HOTS (Higher Order Thinking Skills) प्रश्न बनने की प्रबल संभावना है। ये प्रश्न आपकी विश्लेषणात्मक क्षमता का परीक्षण करते हैं, जैसे:
- 'रामचंद्रचंद्रिका' को 'कठिन काव्य का प्रेत' क्यों कहा जाता है? कविता के अंशों का उदाहरण देकर इसके भाषा-सौंदर्य और जटिलता को स्पष्ट करें।
- केशवदास की संवाद-योजना की तुलना तुलसीदास की संवाद-योजना से करने के लिए कहा जा सकता है।
- कविता में प्रयुक्त किसी विशिष्ट छंद या अलंकार (जैसे श्लेष, विरोधाभास) के प्रभाव का विश्लेषण करने के लिए भी कहा जा सकता है।
4. बोर्ड परीक्षा में 'अंगद' प्रसंग से अक्सर कौन-से महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे जाते हैं?
'अंगद' प्रसंग 'रामचंद्रचंद्रिका' का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे अक्सर बोर्ड परीक्षा में प्रश्न आते हैं। मुख्य रूप से इन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है:
- अंगद का चरित्र-चित्रण: अंगद की निर्भीकता, बुद्धिमत्ता, और वाक्पटुता (बातचीत की कला) पर प्रश्न पूछा जाता है।
- अंगद-रावण संवाद: इस संवाद के माध्यम से अंगद ने कैसे रावण के अहंकार को तोड़ा और उसे श्रीराम की शक्ति का एहसास कराया, इसका विश्लेषण करने को कहा जा सकता है।
- 'पग रोपण' प्रसंग: अंगद द्वारा रावण की सभा में अपना पैर जमाने की घटना के महत्व और उसके प्रतीकात्मक अर्थ पर प्रश्न बन सकता है।
5. कवि केशवदास की काव्य-शैली 'रामचंद्रचंद्रिका' के महत्वपूर्ण प्रश्नों को कैसे प्रभावित करती है?
कवि केशवदास की विशिष्ट काव्य-शैली सीधे तौर पर परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों की प्रकृति को निर्धारित करती है। उनकी शैली की मुख्य विशेषताएं और उनसे बनने वाले प्रश्न इस प्रकार हैं:
- अलंकार-प्रियता: केशवदास अलंकारों के प्रयोग में निपुण थे, इसलिए 'काव्य-सौंदर्य स्पष्ट करें' जैसे प्रश्न बहुत आम हैं, जिनमें आपको छंद, रस और अलंकारों की पहचान करनी होती है।
- संवाद-योजना: उनके काव्य में नाटकीय और चुस्त संवाद-योजना है। इसलिए, संवादों के महत्व और चरित्र को उभारने में उनकी भूमिका पर प्रश्न बनते हैं।
- पांडित्य-प्रदर्शन: उनकी भाषा में पांडित्य और क्लिष्टता है, जिससे 'भाव स्पष्ट करें' या 'कठिन शब्दों का अर्थ बताएं' जैसे प्रश्न भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं।
6. कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा 2025-26 के लिए 'रामचंद्रचंद्रिका' अध्याय से दीर्घ-उत्तरीय प्रश्नों का उत्तर लिखते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
'रामचंद्रचंद्रिका' जैसे काव्यात्मक अध्याय से दीर्घ-उत्तरीय प्रश्नों में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए, निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
- संदर्भ और प्रसंग: उत्तर की शुरुआत कवि (केशवदास) और कविता ('रामचंद्रचंद्रिका') का संक्षिप्त परिचय देते हुए करें।
- मुख्य बिंदुओं में उत्तर दें: अपने उत्तर को पैराग्राफ या बिंदुओं में विभाजित करें ताकि वह व्यवस्थित और पढ़ने में आसान लगे।
- काव्य-पंक्तियों का उद्धरण: अपने तर्कों को प्रमाणित करने के लिए कविता से संबंधित पंक्तियों का उद्धरण (quotes) अवश्य दें।
- काव्य-सौंदर्य का विश्लेषण: उत्तर के अंत में 'विशेष' या 'काव्य-सौंदर्य' लिखकर भाषा, शैली, रस, छंद, और अलंकारों पर टिप्पणी अवश्य करें। यह आपके उत्तर को दूसरों से बेहतर बनाता है।

















