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CBSE Class 11 Hindi (Antra) Chapter 2 Dopeher Ka Bhojan (दोपहर का भोजन) Important Questions

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FREE PDF of Important Questions for CBSE Class 11 Hindi (Antra) Chapter 2: Dopeher Ka Bhojan (दोपहर का भोजन)

In this chapter, दोपहर का भोजन (Dopeher Ka Bhojan), written by the renowned author प्रेमचंद, readers are introduced to a heartwarming story that highlights the significance of a simple meal shared among loved ones. The narrative focuses on the life of a poor farmer and his wife, showcasing their struggles and the value they place on their midday meal. Through vivid descriptions and relatable characters, the story emphasises how food can bring people together and strengthen familial bonds.


To aid your understanding and preparation, Vedantu offers a FREE PDF of Important Questions for Class 11 Hindi prepared as per the latest CBSE Class 11 Hindi Syllabus. This resource is designed to help you grasp the key themes, character dynamics, and moral lessons from the story. By engaging with these important questions, you can enhance your learning experience and prepare effectively for your exams. Download the PDF now to help you with your studies!

Access Important Questions for Class 11 Hindi Chapter 2- दोपहर का भोजन

अति लघु उत्तरीय प्रश्न (1 अंक)

1. खाना किसने बनाया था? 

उत्तर: सिद्धेश्वरी ने खाना बनाया था।


2. रामचंद्र कौन सा काम सीखता था?

उत्तर: एक स्थानीय दैनिक समाचार पत्र था जिसमें रामचंद्र स्वरूप रीडमी रीड री का काम सीखता था।


3. मोहन कौन था?

उत्तर: मोनिक 18 वर्ष का लड़का था जो सिद्धेश्वरी का मजला बेटा था।


4. तीनों भाइयों के क्या नाम नाम थे ?

उत्तर: तीनों भाइयों के नाम प्रमोद, मोहन और रामचंद्र थे।


5. मुंशी चंद्रिका प्रसाद कौन थे?

उत्तर: रामचंद्र के पिता और सिद्धेश्वरी के पति मुशी चंद्रिका प्रसाद थे।


लघु उत्तरीय प्रश्न (2 अंक) 

6. चंद्रिका प्रसाद के बारे में बताइए?

उत्तर: चंद्रिका प्रसाद सिद्धेश्वरी के पति थे और उनकी उम्र 45 वर्ष की थी। उनका मकान किराए का था वह नियंत्रण विभाग में क्लर्क थे मगर डेढ़ महीने पूर्व ही उन्हें विभाग से निकाल दिए गए थे।


7. बड़का के कसम देने पर चंद्रिका प्रसाद ने क्या खाया?

उत्तर: चंद्रिका प्रसाद ने कहा की मेरा पेट बहुत भर गया है अब मैं रोटी नहीं खाऊंगा पर तुमने कसम दी है इसलिए कसम रखने के लिए गुड़ का ठंडा रस बना लाओ।


8. मुंशी जी निश्चिंत होकर कोठरी में सोए थे। टिप्पणी करें।

उत्तर: मुंशी चंद्रिका प्रसाद के घर पर बहुत गरीबी थी और वह दाने-दाने के मोहताज हैं। उन्हें डेढ़ महीना पूर्व हुई छंटनी में से मकान किराया नियंत्रण विभाग से निकाल दिए गये थे क्योंकि वहाँ वे एक कलर्क थे। घर में अनाज की कमी थी। वह निश्चिंत होकर खाना खाकर ऐसे सो रहे थे जैसे घर की स्थिति बहुत अच्छी हो। अतः अनाज के भण्डार लगे हों।


9. सिद्धेश्वरी के मझलें लड़के के बारे में बताइए।

उत्तर: सिद्धेश्वरी के मझले लड़के का नाम मोहन था जो 18 वर्ष का था। वह इस साल हाईस्कूल का प्राइवेट इम्तिहान देने की तैयारी में लगा हुआ था और  घर से गायब था और इसके बारे में घरवालों को किसी को मालूम ना था।


10. आधे घंटे तक सिद्धेश्वरी जमीन पर क्यों लेटी रही? 

उत्तर: सिद्धेश्वरी के घर में बहुत गरीबी थी जिसके कारण उसके घर में खाने की कमी थी और इसलिए उसने कुछ खाया भी नहीं था,जिस कारण उसे तेज भूख लगी थी। खाना बनाते बनाते हैं उसे बहुत ज्यादा प्यास लगी वह जल्दी से उठी और लोटा भर कर पानी पी लिया। पेट खाली होने के कारण पानी उसके कलेजे में लग गया था जिसके कारण वह जमीन पर लेटी हुई थी।


लघु उत्तरीय प्रश्न (3 अंक) 

11. सिद्धेश्वरी कहानी के और पात्रों से झूठ क्यों बोल रही है?

उत्तर: सिद्धेश्वरी कहानी के और पात्रों से झूठ इसलिए बोल रही है क्योंकि किसी के पास कोई काम ना होने के कारण सभी लोग टैंशन में है। इसलिए सब गुस्से में है और कोई किसी से सीधे मुंह बात नहीं कर रहा पर हर किसी को हर किसी की फिक्र है।सिद्देश्व नहीं चाहती कि घर में कोई झगड़ा हो और इसी कारण वह सभी पात्रों के साथ प्यार से और तारीफ से बात कर रही है।


12. मुंशी जी के रामचंद्र के बारे में पूछने पर सिद्धेश्वरी ने क्या कहा? 

उत्तर: मुंशी जी के रामचंद्र के बारे में पूछने पर सिद्धेश्वरी ने पंखे को जोर-जोर से घुमाते हुए कहा रामचंदर अभी- अभी खाना खाकर काम पर गया है और कहा की रामचंद्र की कुछ दिनों में ही नौकरी लग जाएगी। सिद्धेश्वरी ने झूठ - मूठ कहा कि रामचंद्र बोल रहा था कि बाबूजी देवता के समान हैं और रामचंद्र हमेशा बाबूजी - बाबूजी कीए रहता है। 


13. सिद्धेश्वरी के घर की दशा का वर्णन करिए।

उत्तर: मुंशी जी को डेढ़ माह पहले ही नौकरी से निकाल दिया गया था जिसके कारण उनके घर में बहुत गरीबी थी। और उनके तीनों बच्चे भी बहुत निकम्मे थे वह कोई कामकाज नहीं करते थे। घर में खाने के नाम पर थोड़ा सा भोजन था इसलिए कभी-कभी घर के लोग पानी पीकर अपना भूख मिटा लेते थे। उनके घर की स्थिति बहुत ही दयनीय थी। छः वर्षीय लड़का जिसका नाम प्रमोद था वह ओसारे में आधे टूटे खटोले पर सोया हुआ, अर्धनग्न मैले कपड़े पहने हुए था, उसके शरीर की हड्डियां निकली हुई थी चारों तरफ मक्खियां उड़ रही थी जो गंदगी की परिचायक थी। जिससे ह्में मालुम होता कि सिद्धेश्वरी के घर की दशा बहुत दायिनी थी। 


14. मोहन, रामचंद्र और मुंशी जी खाना खाते समय भूख ना होने का बहाना क्यों करते हैं?

उत्तर: मुंशी जी के घर की स्थिति बहुत खराब थी। घर में खाना खाने के लिए एक दाना भी ना था। मोहन रामचंद्र और मुंशी जी खाना खाते समय इसी कारण भूख ना होने का बहाना करते हैं हम अगर हम अपनी भूख मिटाने की कोशिश करेंगे ओर लोगों के लिए खाना नहीं बचेगा। 


15. गरीबी की विवशता पर टिप्पणी करें। 

उत्तर: सिद्धेश्वरी के घर की स्थिति बहुत की खस्ता हालत में है। उनके लिए गरीबी एक अभिशाप है पेट भरकर भोजन ना मिलने का नाम गरीबी है। गरीबी होने के कारण लोगों पहनने के लिए बस्त्र, रहने के लिए छ्त और तीन समय का भोजन नहीं मिलता। सिद्धेश्वरी के घर में भूख सभी को है पर मगर घर के हालात को समझते हुए घर के सभी लोगों ने रोटी खाना कम कर दिया है और भूख ना होने का बहाना किया है और सिद्धेश्वरी रसोई घर में पानी पीकर ही अपनी भूख को मिटाती हैं। 


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (5 अंक) 

16. रसोई संभालने की जिम्मेदारी पर अपना व्यक्त्तव्य दे। 

उत्तर: रसोई घर संभालना कोई आसान काम नहीं है। यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी का काम है रसोईघर एक ऐसी जगह है जिसके जरिए घर के लोगों की भावनाएं एक-दूसरे से जुड़ी रहती हैं और स्त्री अपने बच्चों और अपने पति की पसंद की चीज बनाने की कोशिश करती है और अपनी भूख की चिंता ना करते हुए सबको प्रेम से भोजन परोसती है। इस तरह रसोई घर में खाना नहीं प्रेम परोसा जाता है। सिद्धेश्वरी अपने तीनों बेटों और पति को खाना परोस के वक्त बिल्कुल शांत और मुस्कुराहट से बात कर रही है जैसे कि घर में कोई लड़ाई झगड़ा ना हो। जबकि उसे पता है घर में अनाज की कमी है। घर की हालत बहुत खराब है  और वह घर के चारों सदस्यों से एक दूसरे के बारे में झूठ बोल रही है ताकि एक दूसरे के बीच किसी प्रकार का कोई तनाव ना हो। 


17. रामचंद्र ने अपनी मां की तरह तरफ आश्चर्य से क्यों देखा? 

उत्तर: रामचंद्र को अपनी मां के तरफ ऐसे देखने की वजह गरीबी की विवशता थी और वह घर वालों के लिए कुछ ना कर पाने में असमर्थ रहा था।इस कारण भी रामचन्द्र को शर्म महसूस हो रही थी। रामचंद्र ने जब प्रमोद के खाने के बारे में पूरी से पूछा तो सुद्देश्वरी ने रामचंद्र से झूठ बोला दिया कि बहुत होशियार हो गया है कहता है कि बड़े भैया के यहाँ जाऊंगा। ऐसा लड़का...... पर वे आगे कुछ ना बोल सकी जैसे उसके गले में कुछ अटक गया उसने प्रमोद के बारे में बताया कि कल रेवड़ी ना मिलने के कारण डेढ़ घंटे तक रोने रोने के बाद सोया था। इस पर रामचंद्र को अपने आप पर लाहनत महसूस हुई कि वह अपने परिवार के लिए कुछ नहीं कर पा रहा फिर सिर नीचा करके तेजी से खाने लगा।


18. "रोटी का पहला ग्रास मुंह में लेते समय ही आंखों से आंसू टपक पड़े" इस कथन को देखते हुए सिद्धेश्वरी की मनोदशा बताएं।

उत्तर:  मुंशी की नौकरी जाने के कारण और उसके बच्चे निकम्मे होने के कारण सिद्धेश्वरी के घर की हालत बहुत खस्ता थी। लड़कों के नौकरी ना होने कारण बच्चे भूखे पेट सोने को विवश थे। जब मुंशी जी ने खाना खा लिया सुद्धेश्वरी उनकी झूठी थाली लेकर जमीन पर बैठ गई दाल को कटोरी में उड़ेल दिया। थोड़ी सी चने की  सब्जी बची थी उसे अपने ने लिया रोटियों की थाली को भी उसने अपने पास खींच लिया।जिसमें केवल एक रोटी बची थी पहले वे उस रोटी को खाने लगी पर अचानक उसका ध्यान सोए हुए प्रमोद पर गया जो बिल्कुल भूखा था उसने रोटी के दो बराबर टुकड़ों में बांटा एक टुकड़े को अलग रखा दूसरे को अपनी झूठी थाली में रख लिया उसके पश्चात एक लोटा पानी लेकर खाने बैठ गई जैसे ही सिद्धेश्वरी ने पहला ग्रास अपने मुंह में रखा तो उसे अपनी गरीबी, लड़कों की नौकरी ना होना,  बच्चों के भूखे पेट सोने के कारण और पति की नौकरी जाने का गम शामिल होकर आँसू के रूप में से उसकी आंखों से बहने लगे। 


19. रामचंद्र से सिद्धेश्वरी ने क्या झूठ बोला?

उत्तर: सिद्धेश्वरी के मँझला लड़के का नाम मोहन है। उसकी उम्र 18 वर्ष की थी और इसी साल हाईस्कूल का प्राइवेट इम्तिहान देने की तैयारी कर रहा था। वह घर से गायब था। जब रामचंद्र ने सिद्धेश्वरी से पूछा कि मोहन कहां है तो उस सिदेश्वरी सिद्धेश्वरी पता नहीं था कि वह कहां गया परंतु सच बोलने की उसमें हिम्मत ना थी। तो उसने झूठ बोल दिया  यहां किसी लड़के के पढ़ने गया है आता ही होगा। उसका दिमाग बड़ा तेज है और उसका मन हमेशा पढ़ाई में ही लगा रहता है। 


20. अमरकांत जी का जीवन परिचय लिखिए।

उत्तर: सन् 1925 में अमरकांत जी का जन्म हुआ।  उनका जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के नगरा गांव में हुआ था। श्री राम वर्मा उनका मूल नाम था। उन  बलिया में उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई। उसके बाद बीए की डिग्री उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से प्राप्त की। आपने साहित्यिक जीवन की शुरुआत अमरकांत जी ने पत्रकारिता से की। उन्होंने आगरा से प्रकाशित होने वाले दैनिक पत्र सैनिक से संपादकीय विभाग में सबसे पहले कार्य करना आरंभ किया और यही से वे प्रगतिशील लेखक संघ से भी जुड़े। अमरकांत जी ने अपनी कहानियों में ग्रामीण और शहरी जीवन का चित्रण किया है।इनकी मुख्य रचनाएं हैं-  देश के लोग, मौत का नगर, मित्र - मिलन, कुहासा आदि। 2007 मेंअमरकांत जी को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें "इन्हीं हथियारों से" नामक उपन्यास पर मिला। सन् 2009 में श्रीलाल शुक्ल के साथ संयुक्त रूप से उन्हें भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार भी मिला। सन् 2014 में उनका निधन हो गया।


Benefits of Important Questions Class 11 Hindi (Antra) Chapter 2 Dopeher Ka Bhojan

  • The important questions help students grasp the main themes and messages of दोपहर का भोजन, leading to a deeper understanding of the story's context and significance.

  • Practising these questions allows students to focus on essential topics, ensuring they are well-prepared for their exams and can tackle a variety of question types.

  • The questions encourage students to articulate their thoughts clearly and organise their answers logically, which helps improve their overall writing abilities.

  • Engaging with the questions promotes critical thinking, allowing students to analyse the characters' emotions and the social issues presented in the story.

  • Studying दोपहर का भोजन through these questions helps students appreciate the cultural context and values reflected in the story, especially concerning family and simplicity.

  • This resource can be accessed offline, allowing students to study at their convenience, whether at home or while on the go.

  • Developed by expert teachers, the questions are aligned with the CBSE syllabus, ensuring that students receive high-quality educational support.

  • The important questions serve as a helpful resource for quick revision, making it easier for students to review key points before exams.

  • Regular practice of these questions builds students' confidence in their knowledge and prepares them for discussions and assessments.


Conclusion

The Important Questions for Class 11 Hindi on दोपहर का भोजन (Dopeher Ka Bhojan) are a valuable resource for students. They help you understand the main ideas, characters, and messages of the story. By practising these questions, you can prepare well for your exams and improve your writing skills. The questions also encourage you to think critically about the story and its themes, enhancing your appreciation for its cultural context. Overall, this resource supports your learning and boosts your confidence, helping you succeed in your studies!


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FAQs on CBSE Class 11 Hindi (Antra) Chapter 2 Dopeher Ka Bhojan (दोपहर का भोजन) Important Questions

1. What was the condition of Siddheshwari’s house according to the writer?

Munshiji had lost his job. All his three sons were not doing any jobs. The house was in very bad condition. The surroundings were so dirty that the flies, mosquitoes were all around. The youngest son was sleeping in dirty clothes, there was not much to eat. It was very limited, so sometimes they used to drink only water and sleep. The important questions of the chapter “Dopahar ka Bhojan” can be referred to from Vedantu website, for a simplified explanation that is easy to understand.

2. What is the character of Siddheshwari in the Chapter 2 of Class 11 Hindi textbook Antra?

In Class 11 Hindi Chapter 2, Siddeshwari takes care of the kitchen in a well-defined way. She serves the food to her three children and her husband always with a smile. She never shows that there is anything less in the house or the condition is very bad. She never thinks about her hunger. She always makes sure that her family members are fed properly and they should not know that there is not enough food in the house. She herself drinks water and sleeps.

3. What is the description of poverty according to Chapter 2 of Class 11 Hindi textbook Antra?

Poverty is the dream of an individual that cannot be fulfilled. It can be anything, maybe longing to eat some savouries, a dream to study in a good school and so on. Each one of us has different dreams which won't be fulfilled. Similarly, in this chapter, Siddeshwari used to just drink the water due to limited food which she fed to her children and her husband. Each family member never showed that they were hungry as they knew the condition of the house very well.

4. What is the concept of the Chapter 2 of Class 11 Hindi textbook Antra?

This is an interesting chapter to read and understand. This is the reality of many families like the one of Siddeshwari who has to struggle every day for the morsel of food and still not does not show any pain. When Siddeshwari’s husband had lost his job and there was no way of income in the house they had to face difficult times and also had very limited food in the house. Siddeshwari never complained about this. She would feed her children and her husband. She just had water. The sacrifice of a housewife is well shown in this chapter. To know more about the chapter students can download the PDF of important questions free of cost.

5. How can I prepare the Chapter Dopahar ka Bhojan thoroughly?

The first step is to read and understand. When you read you will be familiar with words and sentences and the usage of the same. Try to read the chapter at least twice. This will help you to understand and know the concept accurately. Once you are clear with the concept and the storyline you can try to answer the questions from the exercises. Once you are comfortable with the answers verbally you can practise writing which helps in the improvement of your writing skills.

6. What is the central theme of ‘Dopeher Ka Bhojan’?

The story captures the subtle details of a family’s daily life, focusing on the relationships, social interactions, and emotions around a mid-day meal.

7. Why is the meal significant in the story?

The meal represents a time for bonding, where family members come together, share experiences, and connect emotionally, highlighting traditional family values.

8. What moral lesson can be learned from ‘Dopeher Ka Bhojan’?

The story teaches us the importance of family time and shared moments, showing how such interactions build strong relationships.

9. How does the author portray family relationships in this chapter?

The author uses simple, daily events to show the affection, care, and sometimes misunderstandings within a family, making the story relatable.

10. How can ‘Dopeher Ka Bhojan’ be relevant for today’s students?

The story reminds students of the value of family time, encouraging them to appreciate small moments with loved ones amidst their busy schedules.

11. What message does the author convey about social bonds?

The author emphasises that social and family bonds are built through regular, meaningful interactions, not just formal occasions.

12. Why does the author focus on a simple meal to discuss complex relationships?

Through a simple setting, the author effectively highlights the emotional layers in relationships, making it easier for readers to connect with the story.

13. How does ‘Dopeher Ka Bhojan’ reflect traditional Indian values?

The story reflects traditional values like togetherness, respect for elders, and sharing, which are fundamental to Indian culture.

14. What are the key highlights of the chapter ‘Dopeher Ka Bhojan’?

प्रमुख बिंदु परिवार की एकता, दैनिक जीवन और साधारण बातचीत की सूक्ष्म सुंदरता को दर्शाते हैं।

15. How can students use Vedantu's Important Questions PDF for better understanding?

वेदांतु का मुफ्त पीडीएफ महत्वपूर्ण प्रश्नों के लिए विशेषज्ञों द्वारा बनाया गया है जो पाठ्यक्रम को कवर करता है और छात्रों को कभी भी लचीले ढंग से पढ़ाई करने में सहायक है।