An Overview of Important Questions Class 10 Hindi Kritika Chapter 3
FAQs on Important Questions Class 10 Hindi Kritika Chapter 3
1. मैं क्यों लिखता हूँ पाठ के महत्वपूर्ण प्रश्न 2025–26 परीक्षा के लिए कौन-कौन से हैं?
- ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ से अक्सर पूछे जाने वाले मुख्य प्रश्नों में लेखक की लेखन प्रेरणा, भीतरी-बाहरी लाचारी का अंतर, हिरोशिमा प्रसंग, अनुभूति बनाम बौद्धिकता तथा लेखक और रचनाकार में अंतर जैसी अवधारणाएँ शामिल हैं।
- CBSE 2025–26 सत्र के अनुसार, HOTS और विश्लेषणात्मक (3–5 अंकों वाले) प्रश्नों की तैयारी आवश्यक है।
2. ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ का केंद्रीय विचार क्या है? (Frequently Asked/Expected, CBSE 2025–26)
यह पाठ लेखक (अज्ञेय) की आंतरिक संवेदनाओं, अनुभूतियों और लेखन के मूल कारणों को उद्घाटित करता है। लेखक मानते हैं कि सच्चा लेखन बाहरी दबाव या बुद्धि से नहीं, बल्कि गहरी अनुभूति और आत्म-लाचारी से प्रेरित होकर जन्म लेता है।
3. बोर्ड परीक्षाओं में ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ से 5 अंकों के प्रश्न कैसे पूछे जा सकते हैं?
- CBSE 2025–26 में 5 अंकों के लिए प्रश्न आम तौर पर ‘अनुभव और अनुभूति के बीच संबंध’ अथवा ‘हिरोशिमा के अनुभव ने लेखक की सोच को कैसे बदला’ जैसे विषयों पर पूछे जा सकते हैं।
- इनका उत्तर विस्तार से, पाठ के आधार पर और उद्धरण सहित लिखना जरूरी है।
4. लेखक के अनुसार भीतरी और बाहरी लाचारी में क्या अंतर है? (High-utility, Concept Check)
- बाहरी लाचारी – आर्थिक, सामाजिक या संपादक के दबाव जैसी परिस्थितियों से लिखने की विवशता।
- भीतरी लाचारी – मन की आंतरिक बेचैनी, संवेदनात्मक आवश्यकता जिसके कारण लेखक लिखने को बाध्य होता है।
- सच्चा रचनाकार भीतरी लाचारी से प्रेरित होता है, न कि केवल बाहरी दबाव से।
5. अनुभव और अनुभूति में क्या फर्क है और CBSE परीक्षा दृष्टि से किसका महत्व अधिक है? (Frequently Unanswered Question/FUQ)
- अनुभव – किसी घटना, दृश्य या जानकारी का प्रत्यक्ष सामना।
- अनुभूति – उस अनुभव की आंतरिक भावनात्मक प्रतिक्रिया, जो लेखक को गहराई से आंदोलित करती है।
- CBSE मुख्य उत्तर लिखने में अनुभूति को अधिक महत्व दिया जाता है क्योंकि यह रचनात्मकता की जड़ है।
6. अज्ञेय के कथन ‘सभी लेखक रचनाकार नहीं होते’ का तात्पर्य क्या है? (Exam-Focused HOTS)
सिर्फ लिखना पर्याप्त नहीं; सच्चा रचनाकार वो है जिसकी रचनाएँ भीतरी संवेदनाओं, पीड़ा या अनुभव से जन्म लेती हैं। बाहरी कारणों से किया गया लेखन केवल कर्मगत होता है, रचनात्मक नहीं।
7. ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ में हिरोशिमा की घटना को उदाहरण के तौर पर क्यों लिया गया है?
- यह घटना लेखक के अनुभव और अनुभूति के अंतर को उजागर करती है।
- विज्ञान का विद्यार्थी होते हुए भी, लेखक को असली अनुभूति तभी प्राप्त हुई जब उसने त्रासदी को प्रत्यक्ष देखा।
8. कक्षा 10 हिंदी बोर्ड परीक्षा में इस अध्याय से पूछे जाने वाले संभावित अवधारणात्मक प्रश्न कौन से हो सकते हैं? (Predicted, 2025–26)
- भीतरी व बाहरी लाचारी समझाओ
- अनुभव और अनुभूति का महत्व
- हिरोशिमा प्रसंग का लेखक की सोच पर प्रभाव
- लेखन को आत्म-मुक्ति कैसे माना गया
9. लेखक ने ‘आलसी लेखक’ का उदाहरण क्यों दिया और इसका क्या महत्व है?
- लेखन के लिए केवल प्रतिभा काफी नहीं; आत्मानुशासन व भीतरी प्रेरणा भी जरूरी हैं।
- आलसी लेखक उदाहरण से समझाया गया कि केवल बाहरी दबाव से लिखी गई रचना सच्ची रचना नहीं बनती।
10. क्या NCERT/CBSE 2025–26 पैटर्न के अनुसार ये महत्वपूर्ण प्रश्न पर्याप्त हैं या अतिरिक्त अध्ययन भी जरूरी है? (Student Utility FUQ)
महत्वपूर्ण प्रश्न अच्छी तैयारी के लिए एक मार्गदर्शक हैं, लेकिन पूर्ण तैयारी हेतु पाठ्यपुस्तक, नोट्स व शिक्षक मार्गदर्शन के साथ अभ्यास करना भी जरूरी है।
11. लेखक के अनुसार ‘लेखन आत्म-मुक्ति का साधन’ कैसे है? (HOTS/Deep Learning)
लेखक मानते हैं कि लेखन के माध्यम से अपने मन की आंतरिक बेचैनी, संवेदना और द्वंद्व को शब्दों में ढालकर मन की शांति व संतुष्टि मिलती है, जिससे मन का भार हल्का होता है।
12. CBSE 3-अंकीय प्रश्न का संभावित प्रारूप ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ से क्या हो सकता है?
- ‘बेहतर रचनाकार कौन - जो अनुभूति से लिखे या जो जानकारी से?’
- ‘लेखन और रचना में क्या अंतर है?’
- ‘एक लेखक के लिए अनुभूति क्यों जरूरी है?’
13. अगर परीक्षा में प्रश्न आए कि “मैं क्यों लिखता हूँ” की भाषा-शैली कैसी है, तो उत्तर कैसे देंगे?
- इस पाठ की भाषा शैली आत्मविश्लेषणात्मक, गंभीर व संवेदनशील है।
- लेखक ने अपनी खुद की अनुभूतियों, द्वंद्व व गहरे भावों को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया है।
14. क्या ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ के उत्तर लिखते समय महत्वपूर्ण शब्द/अवधारणाएँ (keywords) अंकित करना चाहिए?
हाँ, आंतरिक लाचारी, अनुभूति, अनुभव, हिरोशिमा प्रसंग, रचनात्मकता आदि शब्दों का उल्लेख करना CBSE की मार्किंग स्कीम के अनुसार लाभकारी है।

















