Courses
Courses for Kids
Free study material
Offline Centres
More
Store Icon
Store

मीरा के पद (पद) Class 7 Hindi Chapter 10 CBSE Notes 2025-26

ffImage
banner

Hindi Notes for Chapter 10 मीरा के पद (पद) Class 7- FREE PDF Download

CBSE Class 7 Hindi Malhar Notes Chapter 10 offers a clear and simple explanation for students looking to strengthen their understanding for revision. These notes use the revision notes explanation approach, so students can revise quickly and efficiently before exams.


Chapter 10 from the Malhar book brings interesting stories and important topics together. With well-organized concepts and key points, these notes help you grasp the main ideas and details required for your exams.


Prepared by Vedantu experts, these concise revision notes are designed to make learning enjoyable and stress-free. Make the most of your preparation with these easy-to-understand insights and explanations for each topic in this chapter.


Access Revision Notes for Class 7 Hindi Chapter 10 मीरा के पद (पद)

‘मीरा के पद (पद)’ कक्षा 7 की हिंदी पाठ्यपुस्तक का दसवाँ अध्याय है, जिसमें प्रसिद्घ भक्त कवियत्री मीरा (लेखिका - मीरा) के चुनिंदा पद (कविताएँ) प्रस्तुत किए गए हैं। यह अध्याय भक्ति साहित्य की अमूल्य संपदा का संक्षिप्त दर्शन कराता है। यहाँ मीरा के दो महत्वपूर्ण पद शामिल हैं — “बसो मेरे नैनन में नंदलाल” और “बरसे बदरिया सावन की”, जिनके माध्यम से भक्त कवियत्री की श्रीकृष्ण भक्ति, प्रकृति चित्रण और काव्य सौंदर्य प्रस्फुटित होता है।

मीरा और उनकी काव्य-शैली

मीरा का जन्म लगभग 1498 ई. में हुआ था। वे राजस्थान के मेड़ता राज्य की राजकुमारी थीं, परंतु भक्ति मार्ग को ही उन्होंने अपने जीवन का ध्येय बनाया। श्रीकृष्ण के प्रति उनकी निष्कलंक भक्ति और प्रेम को उनके पदों में गहराई से अनुभव किया जा सकता है। मीरा के पद सहज भाषा में, छोटी-छोटी पंक्तियों में तथा गेयता के गुण के साथ लिखे गए हैं। वे प्रतिध्वनि (अनुप्रास), पुनरुक्ति, कल्पना और भावुकता से युक्त हैं।

प्रमुख पद एवं भावार्थ

पहले पद “बसो मेरे नैनन में नंदलाल” में मीरा श्रीकृष्ण (‘नंदलाल’) से प्रार्थना करती हैं कि वे उनकी आँखों में सदा के लिए बस जाएँ। वे कृष्ण की सांवली छवि, सुंदर बड़ी-बड़ी आँखें, मुख की मधुरता, मुरली की मनमोहक धुन, वक्षस्थल की वैजयंती माला, कमर पर घुंघरू और पैरों में नूपुर की आवाज का सुंदर चित्रण करती हैं। अंत में मीरा अपने आराध्य को सन्तों का सुखदाता और भक्तों पर सदैव कृपा करने वाला गोपाल कहती हैं।

दूसरे पद “बरसे बदरिया सावन की” में सावन (वर्षा ऋतु) के मनभावन वातावरण का चित्रण है। आकाश में बादल उमड़-घुमड़ कर आते हैं, बिजली चमकती है, नन्हीं-मोटी बूंदों के साथ शीतल पवन चलती है। इस मौसम में मीरा का मन उल्लासित हो उठता है और वे कृष्ण के आगमन की प्रतीक्षा करती हैं। यहाँ प्राकृतिक परिवेश के साथ ईश्वर के प्रति प्रेम को अभिव्यक्त किया गया है।

शब्दार्थ व अर्थ
  • नंदलाल – नंद जी के पुत्र, अर्थात् श्रीकृष्ण
  • मूरित – प्रतिमा, स्वरूप
  • वैजंती माल – वैजयंती पुष्प से बनी माला, श्रीकृष्ण का प्रिय आभूषण
  • सावन – श्रावण मास, वर्षा ऋतु का समय
  • नूपुर – पैरों में पहना जाने वाला घुंघरू
  • घंटिका – छोटी घंटी
  • उमड़-घुमड़ – बादलों की घनी आवाज और मात्रा में आना
  • दामिन – बिजली
मुख्य विशेषताएँ
  • मीरा के पदों में भक्त और भगवान के बीच एक आत्मीय संबंध दिखता है।
  • सरल-भावपूर्ण भाषा, अनुप्रास अलंकार, बार-बार अक्षरों की पुनरावृत्ति जैसे “बरसे बदरिया” में ‘ब’ का अनुप्रास।
  • प्राकृतिक दृश्यों के माध्यम से मनोभावों की अभिव्यक्ति – जैसे सावन, बूँदें, पवन, बिजली।
  • संगीतात्मकता: नूपुर, घंटिका, मुरली, ध्वनि और लय का प्रयोग।
  • ‘मीरा के प्रभु संतन सुखदाई’ जैसे भाव– मीरा ने गेयता के साथ अपने लिए संबोधन रचा।
  • भक्तिरस तथा सौंदर्यबोध का सुन्दर समन्वय।
परीक्षा हेतु महत्त्वपूर्ण प्रश्न
  1. मीरा ने ‘नंदलाल’ से क्या विनती की है?
  2. ‘बरसे बदरिया सावन की’ पद में वर्षा ऋतु के कौन-कौन से चित्र उकेरे गए हैं?
  3. अनुप्रास अलंकार के उदाहरण पद से छाँटिए।
  4. श्रीकृष्ण के किन-किन रूपों का उल्लेख इन पदों में हुआ है?
  5. मीरा ने अपने किस भाव को ‘संतों का सुखदाता’ कहकर प्रकट किया?
पंक्तियों का भाव
  • “बसो मेरे नैनन में नंदलाल”: मीरा अपने आराध्य को अपने नेत्रों में हमेशा बसाए रखना चाहती हैं।
  • “मोहिन मूरित सांवर सूरित, नैना बने विशाल”: श्रीकृष्ण की सांवली छवि और बड़े-बड़े नेत्रों का प्रभुत्व।
  • “अधर सुधा रस मुरली राजित, उर वैजंती माल”: श्रीकृष्ण के होंठों पर मुरली और गले में वैजयंती माला का चित्रण।
  • “बरसे बदरिया सावन की, सावन की मन भावन की”: सावन के रिमझिम बादलों, आनंददायी माहौल का चित्रण।
कविता की संरचना
  • छोटी, स्पष्ट पंक्तियाँ जो स्मरण और गायन में सहज होती हैं।
  • हर पद के अंत में मीरा द्वारा भक्ति भाव को दोहराया गया है।
  • मीरा ने स्थान-स्थान पर श्रीकृष्ण के पारंपरिक नाम जैसे ‘नंदलाल’, ‘गिरधर’, ‘गोपाल’ आदि का प्रयोग किया है।
मिलान के प्रश्न
काव्य पंक्ति सार्थक अर्थ/विश्लेषण
अधर सुधा रस मुरली राजित, उर वैजंती माल होंठों पर रसपूर्ण मुरली हैं, गले में वैजयंती माला सजी है।
क्षुद्र घंटिका किटतट सोभित, नूपुर शब्द रसाल कमर पर छोटी घंटियाँ हैं, पैरों में मीठी ध्वनि करने वाले नूपुर हैं।
मीरा के प्रभु संतन सुखदाई, भक्त वछल गोपाल मीरा के भगवान संतों को सुख, भक्तों को प्रेम देने वाले हैं।
सावन में उमग्यो मेरो मनवा, भनक सुनी हर आवन की सावन में मीरा का मन आनंदित हुआ है, श्रीकृष्ण के आने की आहट सुनी है।
उमड़ घुमड़ चहँ दिश से आया, दामिन दमकै झर लावन की चारों दिशाओं से बादल घिर आए हैं, बिजली चमक रही है।
भक्ति व प्रकृति के चित्र
  • कवियत्री का कृष्ण के प्रति अखंड प्रेम और समर्पण।
  • बादल, वर्षा, शीतल पवन, बिजली, बूंदें – प्रकृति चित्रण।
  • संवेदना और आनंद का अद्भुत मेल।
मुख्य शब्दों के दो रूप
  • सांव‌र – सांवली
  • नन्हीं – नन्हा
  • मीरा – मीराबाई
वाद्ययंत्र एवं मधुर ध्वनि
  • मुरली (बाँसुरी)
  • नूपुर
  • घंटिका
उपयुक्त मुहावरे
  • आँखों का तारा
  • आँखों पर पर्दा पड़ना
  • आँखों से उतारना
संक्षिप्त कड़ी जानकारियाँ
  • मीरा के पद हिन्दी भक्ति आंदोलन एवं संत काव्य का महत्वपूर्ण अंग हैं।
  • कक्षा 7 हिंदी वास्तव में सरल भाषा समझने व परीक्षा-पूर्व त्वरित पुनरावृत्ति के लिए उपयुक्त है।
प्रश्नोत्तर
  1. “मीरा के प्रभु संतन सुखदाई” – इसका क्या भावार्थ है?
    उत्तर: इसमें मीरा अपने प्रभु को सन्तों को सुख देने वाला और भक्तों का संरक्षक बताती हैं।
  2. “नन्हीं-नन्हीं बूँदन मेहा बरसे” – पंक्ति में किस दृश्य का चित्रण है?
    उत्तर: हल्की-फुहार की वर्षा और मनोरम प्राकृतिक वातावरण का वर्णन।
मीरा का जीवन (चित्र विवरण सहित)

मीरा का जीवन त्याग, प्रेम और भक्ति से भरा रहा। उन्होंने महलों का जीवन छोड़कर साधना, भजन-कीर्तन और भक्ति को अपनाया। कान्हा-कृष्ण के प्रति उनका लगाव इतना प्रबल था कि वह सामाजिक बंधनों की भी परवाह नहीं करती थीं। चित्र में मीरा को एक स्थान पर भक्ति रस में डूबी, काँगड़ा शैली के वस्त्रा-आभूषणों तथा हाथ में करताल अथवा मजीरा रखते हुए चित्रित किया गया है।

पाठ्यांश का पुनरावृत्ति सारांश
  • मीरा के पदों में सहजता, भक्ति, कल्पना और प्रकृति चित्रण का सुंदर समन्वय मिलता है।
  • सावन और श्रीकृष्ण के भावों के साथ कविता में सजीवता आती है।
  • कहानी, काव्य, शब्दार्थ, प्रश्नोत्तर, वाद्ययंत्र, मुहावरे आदि परीक्षा की दृष्टि से भी उपयोगी हैं।

Class 7 Hindi Chapter 10 Notes – मीरा के पद (पद) For Quick Revision


These revision notes for Class 7 Hindi Chapter 10 – मीरा के पद (पद) are structured in easy-to-read format for last-minute preparation. Key concepts, word meanings, important questions, and summaries are neatly arranged to help students grasp essential points efficiently.


With comprehensive coverage of the original NCERT Hindi text and thoughtful explanations, these notes enable quick revision for exams.

FAQs on मीरा के पद (पद) Class 7 Hindi Chapter 10 CBSE Notes 2025-26

1. What are the main points to cover in CBSE Class 7 Hindi Malhar Chapter 10 revision notes?

Focus your revision notes on key themes, important definitions, NCERT exercise solutions, and exam-relevant short and long answer formats. Bullet essential points and highlight the summary of the chapter to aid last-minute revision.

2. How can stepwise answers in revision notes help score higher in CBSE Class 7 Hindi exams?

Stepwise answers make your solutions clear and logical, matching the CBSE marking scheme. Examiners give marks for every correct step, so lay out each part in order using simple language and relevant keywords from the chapter for better marks.

3. Do CBSE Class 7 Hindi Chapter 10 revision notes include diagrams or definitions?

Yes, include clear definitions and any relevant diagrams that the chapter covers. These help in understanding and remembering tough concepts. Definitions are expected in short answers, and neat diagrams or labels fetch extra marks if asked in exams.

4. What is the best way to write long answers for this chapter in Hindi exams?

Structure long answers by:

  • Beginning with an introduction
  • Explaining points step by step
  • Using chapter terms and keywords
  • Concluding with a short summary

This helps you follow CBSE evaluation criteria closely.

5. Where can I get a free downloadable PDF of CBSE Class 7 Hindi Malhar Chapter 10 revision notes?

You can download a free PDF of the CBSE Class 7 Hindi Chapter 10 revision notes directly from Vedantu. The PDF covers step-by-step solutions, exam tips, and all exercise answers for hassle-free offline study and quick revision before exams.

6. Which types of questions from Chapter 10 are commonly asked in CBSE Class 7 Hindi exams?

Usually, you’ll see:

  • Short answer and long answer questions
  • Important definitions and intext questions
  • Questions from chapter summary or main events

Practice these types in your revision notes to prepare well for exams!

7. What are some common mistakes to avoid when using CBSE Class 7 Hindi Chapter 10 revision notes?

Common mistakes include missing definitions, skipping steps in answers, and neglecting map or diagram labels (if required). Always review:

  • Including key points
  • Writing answers step by step
  • Highlighting important terms

Check your notes for these before final preparation.