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NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 1: (इस जल प्रलय में) Is Jal Pralay Mein (Kritika)

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NCERT Solutions for Hindi Class 9 Chapter 1 (इस जल प्रलय में) - FREE PDF Download

Phanishwar Nath Renu, documenting the catastrophic flood that struck Patna in 1975. The narrative unfolds in a region where vast barren land is often inundated by the Koshi, Panar, and Ganga rivers during the monsoon months. The author recounts the previous devastating floods, including the one in 1967, and describes how people sought refuge from the relentless waters.

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Table of Content
1. NCERT Solutions for Hindi Class 9 Chapter 1 (इस जल प्रलय में) - FREE PDF Download
2. Glance on Class 9 Hindi Kritika Chapter 1 Is Jal Pralay Mein (इस जल प्रलय में)
3. Access NCERT Solutions for Hindi Kritika Class 9 Chapter 1 - (इस जल प्रलय में)
4. Learnings of NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 1 Is Jal Pralay Mein
5. Important Study Material Links for Hindi Kritika Class 9 Chapter 1 (इस जल प्रलय में) 
6. Conclusion
7. Chapter-wise NCERT Solutions Class 9  Hindi - (Kritika)
8. NCERT Class 9 Hindi Other Books Solutions
9. Related Important Study Material Links for Class 9 Hindi
FAQs


Our solutions for Class 9 Hindi Kritika NCERT Solutions break the lesson into easy-to-understand explanations, making learning fun and interactive. Students will develop essential language skills with engaging activities and exercises. Check out the revised CBSE Class 9 Hindi Syllabus and practise Hindi Class 9 Chapter 1.


Glance on Class 9 Hindi Kritika Chapter 1 Is Jal Pralay Mein (इस जल प्रलय में)

  1. Chapter 1 narrates the firsthand account of the devastating flood in Patna and its impact on the people.

  2.  Accompanied by a poet friend, Renu ventures out to witness the aftermath of the flood, observing the reactions of people as they exchange news and share their experiences.

  3.  As the floodwaters rise, Renu reflects on past flood experiences, recalling how he assisted those in need during earlier calamities. 

  4. Through vivid descriptions and personal anecdotes, the chapter encapsulates the turmoil and resilience of the affected communities, making it a powerful narrative that highlights the impact of natural disasters.

  5. It was written by Phanishwar Nath Renu, a prominent writer known for his realistic portrayal of rural life and social issues.

  6. The central theme revolves around the human struggle against nature, emphasising resilience and community during disasters.

  7. The narrative includes personal observations of the flood's effects and memories from previous floods that shaped the author's perspective.

  8. Chapter 1 captures the emotional turmoil and chaos experienced by individuals and families affected by the flood.

Access NCERT Solutions for Hindi Kritika Class 9 Chapter 1 - (इस जल प्रलय में)

1.बाढ़ की खबर सुनकर लोग किस तरह की तैयारी करने लगे?

उत्तर: बाढ़ की खबर सुन कर लोग अत्यन्तावशकसामने को इकठ्ठा करने में जुट गए, उन्होंने आवश्यक ईंधन व खाने-पिने का सामान इकठ्ठा करने लग गए और कुछ कम्पोस की गोलियां भी इकट्ठी कर्ली ताकि बढ़ में घिर जाने पर कुछ का गुजरा आराम से हो जाए सभी ने अपनी दुकाने खाली करदी और बढ़ के आने का इंतजार करने लगे। 


2.बाढ़ की सही जानकारी लेने और बाढ़ का रूप देखने के लिए लेखक क्यों उत्सुक था?

उत्तर: मनुष्य होने के नाते लेखक भी जिज्ञासा से भरे थे। उन्होंने कभी बाढ़ का अनुभव न लिया लेकिन फिर भी वह बाढ़ पर कहानी, उपन्यास, व् रिपोर्ट लिख चुके थे। उनकी बाढ़ को देखने की बड़ी उत्सुकता थी।


3.सबकी जुबान पर एक ही जिज्ञासा-‘पानी कहाँ तक आ गया है?’-इस कथन से जनसमूह की कौन-सी भावनाएँ व्यक्त होती हैं?

उत्तर: सभी के मन में यह जिज्ञासा थी की पानी कहाँ तक आ गया है 'पानी कहाँ तक आ गया है यह सुन कर हमारी उत्सुकता, कौतुहल, और सुरक्षा की भावना उमड़ने लगी।


4.मृत्यु का तरल दूत’ किसे कहा गया है और क्यों?

उत्तर: बाढ़ के निरंतन बढ़ते गए त्रोत को 'मृत्यु' का तरल दूत कहा गया है। बढ़ते हुए जल ने भयानक संकट का संकेत दिया गया था। बाढ़ के इस बढ़ते जल त्रोत ने ना जाने कितने प्राणियों को उजाड़ दिया था और बेघर कर के मौत के नींद सुला दिया था इस तरल जल के कारन काफी लोगो को मरना पड़ा इसलिए इसे 'मृत्यु का तरल दूत' कहा जाता है।


5.आपदाओं से निपटने के लिए अपनी तरफ़ से कुछ सुझाव दीजिए।

उत्तर: आपदाओं से निपटने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जाने चाहिए

  • सरकार को सभी प्रकार के संभावित खतरों से निपटने के लिए साधन तैयार रखने चाहिए। उस सामान की लगातार देखरेख होनी चाहिए ताकि आपदा के समय उनका सदुपयोग किया जा सके।

  • आपदाए किसी को बता कर या संकेत दे कर नहीं आती 

  • आपदाओं से निपटने के लिए सभी को तैयार रहना चाहिए।  

  • जनता व सरकार दोनों को संकट की घडी में शान्ति से काम लेना चाहिए।


6.‘ईह! जब दानापुर डूब रहा था तो पटनियाँ बाबू लोग उलटकर देखने भी नहीं गए…अब बूझो!’-इस कथन द्वारा लोगों की किस मानसिकता पर चोट की गई है?

उत्तर: उक्त कथन द्वारा लोगो में पाई जाने वाली इर्षा जो किसी दूसरे को दुखी देख कर मिलने वाली ख़ुशी की और इशारा कर रही है।  यहाँ लोगो की मानसिकता को दिखाया जा रहा है की लोग किस प्रकार दूसरे की तरक्की से दुखी होते है। लोग संकट में एक दूसरे की मदद करने की बजाए अपने निजी स्वार्थ के बारे में पहले सोचते है।


7.खरीद-बिक्री बंद हो चुकने पर भी पान की बिक्री अचानक क्यों बढ़ गई थी?

उत्तर: उक्त लोग बाढ़ को देखने कके लिए बड़ी संख्या में इकट्ठे हो रहे थे। वह बाढ़ के आने से दुखी नहीं थे बल्कि वह ख़ुशी-ख़ुशी बाढ़ को देखना चाहते थे। ऐसे समय में पान उनके लिए समय काटने का एक साधन था जिसे वह बाढ़ आते देखते समय खाना चाहते थे। इसलिए अन्य सामने की दुकाने बंद होने लगी लेकिन पान की दुकान पर सब से ज्यादा बिक्री होने लगी थी।


8.जब लेखक को यह अहसास हुआ कि उसके इलाके में भी पानी घुसने की संभावना है तो उसने क्या-क्या प्रबंध किए?

उत्तर: जब लेखक को एहसास होने लगा की उसके यहाँ भी बाढ़ का पानी घुसने की संभावना है तो वह रोज मर्रा की चीजों को इकठ्ठा करने लगा उन्होंने आवश्यक सामान जैसे मोमबत्ती, आलू, ईंधन, आदि चीजों को इकठ्ठा करना शुरू कर दिया और पिने का पानी भी उन्होंने किताबे भी खरीद ली और यह भी सोच रखा था की बाढ़ का पानी ज्यादा भरने पर वह छत पर जा कर इनको पढ़ेंगे।


9.बाढ़ पीड़ित क्षेत्र में कौन-कौन सी बीमारियों के फैलने की आशंका रहती है?

उत्तर: बाढ़ पीड़ित जगहों पर कई बीमारिया जन्म लेने लगती है जैसे मलेरिया, हैजा, टाइफाइड, उल्टी, पेचिश, बुखार, डायरिया, कालरा आदि बीमारियों के फैलने की संभावना होती है साथ-साथ पानी का बार-बार पैरो पर लगने से घाव होने के आसार बन जाते है।


10.नौजवान के पानी में उतरते ही कुत्ता भी पानी में कूद गया। दोनों ने किन भावनाओं के वशीभूत होकर ऐसा किया?

उत्तर: वह नौजवान और कुत्ता एक दूसरे को बेहद पसंद करते थे दोनों ही एक-दूसरे के सच्चे साथी थे दोनों में ही बहुत गहरा लगाव था। दोस्त होने के नाते वह एक दूसरे को मानव और पशु की तरह नहीं देखते थे वह एक दूसरे के बिना नहीं जी सकते थे। यहाँ तक की नौजवान को कुत्ते के बिना मृत्यु भी बर्दाश नहीं थी और इसी प्यार व् लगाव के कारण कुत्ता भी पानी में कूद गया था।


11.‘अच्छा है, कुछ भी नहीं। कलम थी, वह भी चोरी चली गई। अच्छा है, कुछ भी नहीं- मेरे पास।’-मूवी कैमरा, टेप रिकॉर्डर आदि की तीव्र उत्कंठा होते हुए भी लेखक ने अंत में उपर्युक्त कथन क्यों कहा?

उत्तर: लेखक का कलाकार प्रवर्त्ती का होने के कारण उन्हें कैमरे, टेप रेकॉर्डर की आवश्यकता महसूस हुई ताकि वह इस बाढ़ का चित्रण कर सकते परन्तु अगर वह ऐसा करते तो वह केवल दर्शक बन जाते और बाढ़ को साक्षात् अनुभव करने का मौका उनके हाथ से निकल जाता इसलिए उन्होंने उपर्युक्त कथन कहा की अच्छा हुआ मेरे पास कुछ नहीं है।


12.आपने भी देखा होगा कि मीडिया द्वारा प्रस्तुत की गई घटनाएँ कई बार समस्याएँ बन जाती हैं, ऐसी किसी घटना को उल्लेख कीजिए।

उत्तर: जहाँ मीडिया प्रचार प्रसार कर समाज को जाग्रत करता है वही कुछ समस्याए बढ़ा भी देता है उदाहरण स्वरुप अभी का किसानो वाला किस्सा ही ले लीजिए इस घटना को मीडिया ने इतना तोड़-मरोड़ कर दिखाया की लोग सरदारों को गलत नज़र से देखने लगे। जिसके कारण सरदारों को काफी कुछ देखना पड़ा।


13.अपनी देखी-सुनी किसी आपदा का वर्णन कीजिए।

उत्तर: जब भारत की प्रधान मंत्री इंदिरा गाँधी को उन्ही के गार्ड ने गोली मार कर उनकी हत्या करदी जिसके कारण भारत के सभी सरदारों को मारा गया सिर्फ इस कारण की इंदिरा गाँधी को मारने वाला उनका गार्ड सरदार था इसलिए लोगो ने उनकी कॉम को ही ख़त्म करने की ठान ली।


Learnings of NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 1 Is Jal Pralay Mein

  • Readers gain insight into the causes and effects of floods, highlighting their impact on communities and individuals.

  • The chapter emphasises the strength and solidarity exhibited by people during crises, showcasing their ability to cope with adversity.

  • It teaches the significance of being aware of natural disaster risks and the need for preparedness.

  • The narrative underscores the importance of helping others in times of need and developing a sense of community.

  • Readers are encouraged to reflect on their own experiences and the lessons learned from past disasters.


Important Study Material Links for Hindi Kritika Class 9 Chapter 1 (इस जल प्रलय में) 

S.No.

Important Study Material Links for Class 9 Hindi Chapter 1

1.

Class 9 Is Jal Pralay Mein Questions

2.

Class 9 Is Jal Pralay Mein Notes



Conclusion

Chapter 1 Is Jal Pralay Mein provides a heartfelt and realistic depiction of the devastating flood in Patna, reflecting on the chaos, emotions, and resilience of the affected individuals. Phanishwar Nath Renu's vivid storytelling and personal anecdotes allow readers to connect deeply with the experiences shared. The chapter serves as a poignant reminder of the impact of natural disasters on communities while also emphasising the strength and solidarity that emerge in the face of adversity. This powerful narrative not only informs but also inspires readers to appreciate the human spirit and the importance of compassion during challenging times.


Chapter-wise NCERT Solutions Class 9  Hindi - (Kritika)

After familiarising yourself with the Class 9 Hindi Chapter 1 Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions from all Hindi Class 9 Kritika textbook chapters.


S.No

Class 9 Hindi NCERT Solutions Chapterswise Links (Kritika)

1

Chapter 2 - Mere Sang Ki Auratein Solutions

2

Chapter 3 - Reed Ki Haddi Solutions



NCERT Class 9 Hindi Other Books Solutions



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Important Links for Class 9  Hindi

1.

Class 9 Hindi NCERT Book

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Class 9 Hindi Revision Notes

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Class 9 Hindi Important Questions

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Class 9 Hindi Sample Papers

5.

Class 9 Hindi NCERT Solutions

FAQs on NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 1: (इस जल प्रलय में) Is Jal Pralay Mein (Kritika)

1. What is the title of chapter 1 of Class 9 and which class is it for?

The chapter is titled "Is Jal Pralay Mein" and it is part of NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 1.

2. Who is the author of Is Jal Pralay Mein?

The chapter is authored by Phanishwar Nath Renu, known for his realistic portrayal of social issues.

3. What is the main theme of Is Jal Pralay Mein in NCERT Solutions Class 9 Chapter 1?

The main theme revolves around the human struggle against nature and the resilience displayed during natural disasters.

4. What key events are described in Chapter 1 of Class 9 Hindi?

The narrative recounts personal observations of the 1975 flood and reflections on past floods that impacted the community.

5. How does Chapter 1 emphasise the resilience of communities?

It highlights the solidarity and strength exhibited by people as they cope with the challenges brought by the flood.

6. What important lessons can readers learn from Is Jal Pralay Mein?

Readers learn about the significance of disaster awareness, preparedness, and the value of compassion.

7. How does the author evoke emotional resonance in the narrative?

The author captures the turmoil and chaos experienced by families, allowing readers to connect with their struggles.

8. What reflection does Chapter 1 encourage regarding past experiences?

It invites readers to reflect on their own experiences with natural disasters and the lessons they learned.

9. How do Vedantu’s NCERT Solutions enhance understanding of Is Jal Pralay Mein?

Vedantu’s NCERT Solutions provides essential questions and activities that reinforce key concepts discussed in the chapter.

10. What overall message does Chapter 1 of  Class 9 Hindi  Is Jal Pralay Mein convey?

Chapter 1 conveys the profound impact of natural disasters on communities and highlights the strength and compassion that arise in difficult times.