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Class 7 Hindi Veer Kunwar Singh Worksheets

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Class 7 Hindi Veer Kunwar Singh Worksheets

Class 7 Hindi Veer Kunwar Singh Worksheets takes you into the inspiring story of Veer Kunwar Singh, a true hero who fought bravely for his country. In this chapter, you'll read about courage, loyalty, and what it means to stand up for your nation—even during the toughest times. If big chapters seem confusing, don’t worry—these simple worksheets can help you make sense of it all.


Vedantu has put together extra questions and answers for this lesson, making it easier to understand the main ideas and prepare for your exam. These worksheets will guide you, clear up common doubts, and give you the confidence to do well in your tests. If you want to check the complete syllabus, you can refer the Class 7 Hindi Syllabus anytime.


Use the downloadable PDFs to practice more, and if you’d like extra revision, the Class 7 Hindi Important Questions can help you get ready for every test and quiz.


Access Worksheet for Class 7 Hindi Chapter 17 - वीर कुँवर सिंह

1.बहुविकल्पीय प्रश्न

(i) स्वतंत्रता संग्राम की क्रांति हुई l

  1. 1857 मे

  2. 1855 मे

  3. 1858 मे

  4. इनमे से कोई नहीं


(ii) विजय प्राप्ति के बाद भारत का शासक बना l

  1. शाहजहां

  2. बहादुरशाह जफर

  3. शेख बहादुर

  4. इनमे से कोई नहीं


(iii) कुँवर सिंह का जन्म हुआ था l

  1. मेरठ

  2. दिल्ली

  3. बिहार

  4. इनमे से कोई नहीं


(iv) बिहार का प्रसिद्ध मेला है l

  1. दानपुर

  2. सोनपुर

  3. भानपुर

  4. इनमे से कोई नहीं


(v) क्रांति का मुख्य केंद्र था l

  1. मारा

  2. सारा

  3. आरा

  4. इनमे से कोई नहीं


2. वीर कुँवर सिंह कौन थे ?


3. क्रांति का शाब्दिक अर्थ क्या है ?


4. मंगल पांडेय को फांसी देने का क्या कारण रहा ?


5. पशुमेले से क्या आशय है ?


6.  रिक्त स्थान भरो l

  1. ……….. को भारतीय सैनिकों ने दिल्ली पर कब्जा कर लिया था l

  2. वीर कुँवर सिंह का जन्म ………….  रियासत में हुआ था I

  3. कुँवर सिंह ……….. और ……….. थे l

  4. सैनिकों ने …………. नदी पार कर ली l

  5. क्रांति की शुरुआत ………….. से हुई थी l


7. सही एवं गलत को पहचानो l

  1. पाठ में स्वतंत्रता संग्राम के बारे में बताया गया है l 

  2. दिल्ली पर 10 मई को कब्जा किया गया था l

  3. कुँवर सिंह का निधन 23 अप्रैल 1858 को हुआ l

  4. कुँवर सिंह हिंदू और मुसलमान में भेद नहीं करते थे I

  5. कुँवर सिंह युद्ध कला में निपुण थे l


8. उचित मिलान करो I

उदार

सुंदर

अभिराम 

यश

विख्यात

हार

कीर्ति

प्रसिद्ध

परास्त

दयालु


9. मंगल पांडे को फांसी किस दिन दी गई थी ?


10.  वीर कुँवर सिंह का जन्म कब हुआ था ?


11. जगदीशपुर के जंगल में रहने वाले संत का क्या नाम था ?


12. उस समय दिल्ली का मुगल शासक किसे बनाया गया था ?


13. एशिया का सबसे बड़ा एवं प्रसिद्ध पशु मेला कहाँँ होता था ?


14. वीर कुँवर सिंह के पिता का क्या नाम था ?


15. कुँवर सिंह ने आजमगढ़ पर कब्जा कब किया था ?


16. 1857 की क्रांति का प्रारंभ कहां से हुआ ?


17. विद्रोह में भाग लेने वाले किन्हीं चार नेताओं के नाम लिखो l


18. बसुरिया बाबा कौन थे ?


19. सोनपुर मेले की क्या खासियत थी ?


20. कुँवर सिंह को बचपन में क्या करना अच्छा लगता था ?


21. वीर कुँवर सिंह का आजमगढ़ की ओर जाने का क्या उद्देश्य था ?


22. 1857 की क्रांति के दौरान किस- किस स्थान पर युद्ध हुए ?


23. किस आधार पर पता चलता है कि कुँवर सिंह उदार और समाजसेवी भी थे ?


24. 1857 की क्रांति का क्या परिणाम रहा ?


25. चित्र में दिए गए व्यक्ति को पहचाकर चार वाक्य लिखो l

Mangal Pandey

मंगल पांडेय


प्रश्नों के उत्तर: 

1. 

(i) (a) 1857 मे

(ii) (b) बहादुरशाह जफर

(iii) (c) बिहार

(iv) (b) सोनपुर

(v) (c) आरा


2. वीर कुँवर सिंह 1857 की क्रांति के सिपाही और महानायक भी थे l


3. किसी भी क्षेत्र में होने वाले भारी परिवर्तन और बदलाव को क्रांति कहते हैं I


4. मंगल पांडे ने बैरकपुर में अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोह किया था, जिस कारण उन्हें दंड स्वरूप फांसी दी गई थी l


5. पशुमेला एक ऐसा मेला होता है जिसमें लोग अपने पशुओं की प्रदर्शनी करते हैं और उनके लिए प्रतियोगिताएं भी आयोजित करते हैं l


6.

  1. 11 मई

  2. जगदीशपुर

  3. वीर और साहसी

  4. सोन

  5. मेरठ


7.

  1. सही

  2. गलत

  3. गलत

  4. सही

  5. सही


8.

उदार

दयालु 

अभिराम 

सुंदर 

विख्यात

प्रसिद्ध 

कीर्ति

यश 

परास्त

हार


9. मंगल पांडे को 8 अप्रैल 1857 को फांसी दी गई थी l


10. वीर कुँवर सिंह का जन्म सन 1782 में हुआ था I


11. जगदीशपुर के जंगल में रहने वाले संत का नाम बसुरिया बाबा था l


12. उस समय दिल्ली का मुगल शासक बहादुर शाह जफर को बनाया गया था I


13. एशिया का सबसे बड़ा एवं प्रसिद्ध पशु मेला सोनपुर में होता था l


14. वीर कुँवर सिंह के पिता का नाम साहबजादा था l


15. कुँवर सिंह ने आजमगढ़ पर कब्जा 22 मार्च को किया था l


16. 1857 की क्रांति 10 मई को मेरठ से प्रारंभ की गई l


17. मंगल पांडे, नाना साहेब, तात्या टोपे, रानी लक्ष्मीबाई l


18. बसुरिया बाबा जगदीशपुर के जंगलों में रहने वाले एक संत थे l वह स्वाधीनता एवं देशभक्ति का पाठ पढ़ाने के लिए मशहूर थे l


19. सोनपुर मेला एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला था l यहां जानवरों का क्रय- विक्रय किया जाता था l


20. कुँवर सिंह को बचपन में पढ़ाई- लिखाई का बिल्कुल शौक नहीं था I उन्हें घुड़सवारी, तलवारबाजी और कुश्ती लड़ना अच्छा लगता था l


21. वीर कुँवर सिंह का उद्देश्य इलाहाबाद और बनारस पर आक्रमण करके और शत्रुओं को पराजित करके उस पर विजय प्राप्त करना था l


22. 1857 की क्रांति के दौरान दिल्ली, कानपुर, लखनऊ, आरा, बुंदेलखंड और बरेली मे युद्ध हुए l


23. कुँवर सिंह हिंदू और मुसलमान में भेद नहीं करते थे I उनकी सेना में उच्च पदों पर मुसलमानों को ही रखा गया था I उन्होंने कई पाठशाला और तालाबों का निर्माण भी करवाया था l वे निर्धनों की भी सहायता किया करते थे l इस आधार पर हम कह सकते हैं कि कुँवर सिंह उदार और समाजसेवी थे l


24. 1857 की क्रांति के परिणामस्वरूप लोगों के मन में राष्ट्रीय भावना जागृत हुई I लोगों में देश को आजाद कराने के प्रति जागरूकता फैलने लगी l इस क्रांति के दौरान लोगों में एकता और आपसी सौहार्द भी बढ़ गया था I जो देश को मजबूत करने में सहायक सिद्ध हुआ l


25. यह चित्र स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे का है l 

मंगल पांडे पर पांच वाक्य:

  1. 1857 की क्रांति का बिगुल मंगल पांडे ने ही फूंका था l

  2. उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ 'मारो फिरंगी' का नारा दिया था l

  3. सबसे पहले मंगल पांडे ने ही कारतूस के इस्तेमाल का विरोध किया था l

  4. उन्होंने देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया था l


Benefits of Veer Kunwar Singh Class 7 PDF

You will get several benefits from Veer Kuwar Singh Class 7 question and answer PDF; some of the important ones are:

  • Vedantu CBSE’s Veer Kunwar Singh Class 7 practice questions PDF answers all of the questions from Chapter 17 of the Class 7 Hindi Vasant textbook solutions. This will assist students in understanding the chapter's deeper meaning and make it simple for them to grasp the central idea that is covered inside the text.

  • Students should take their time to comprehend the chapter's numerous components. With our in-depth PDF instructions, the task might be made simpler.

 

Mostly Asked Questions Of Veer Kunwar Singh Class 7

Here are some commonly asked questions in Veer Kunwar Singh Class 7:

1. कुँवर सिंह को बचपन में किन कामों में मजा आता था ? क्या उन्हें उन कामों से स्वतंत्रता सेनानी बनने में कुछ मदद मिली थी? 

उत्तर: कुँवर सिंह को बचपन में कुछ कार्य में बहुत मजा आता था जैसे – घुड़सवारी, तलवारबाजी और कुश्ती लड़ने में। हां, उन्हें इन कामों को करने से स्वतंत्रता सेनानी बनने में बहुत मदद मिली। 

 

2. सांप्रदायिक सद्भाव में कुँवर सिंह की गहरी आस्था थी पाठ के आधार पर कथन की पुष्टि कीजिए।

उत्तर: कुँवर सिंह की सांप्रदायिक सद्भाव में गहरी आस्था थी जैसे उनकी सेना में धर्म के आधार पर नहीं बल्कि कार्यकुशलता और वीरता के आधार पर सैनिकों को उच्च पदों पर रखा जाता था, उदाहरण - इब्राहिम खान और किफायत हुसैन । कुँवर सिंह के राज्य में सभी त्यौहार एक साथ मनाए जाते थे और उन्होंने सभी के लिए पाठशाला और मकतबें भी बनवाई हुई थी।

 

3. पाठ के किन प्रसंगों से आपको पता चलता है कि कुँवर सिंह साहसी, उदार एवं स्वाभिमानी व्यक्ति थे ?

उत्तर: कुँवर सिंह बचपन से ही साहसी और उनके बचपन के शोक से यह जान पाना बहुत आसान है कि उन्हें उदार मनुष्य कहना उचित होगा क्योंकि उन्होंने सभी के लिए स्कूल, तालाब, रास्ते भी बनवाए और किसी के साथ भेदभाव नहीं किया । वह स्वाभिमानी व्यक्ति थे, वह बूढ़े शूरवीर की अवस्था में भी युद्ध के लिए तत्पर हो गए थे । 

 

4. आमतौर पर मेले मनोरंजन, खरीद-फरोख्त एवं मेल-जोल के लिए होते हैं लेकिन वीर कुँवर सिंह ने मेले का उपयोग किस रूप में किया ?

उत्तर: मेले मनोरंजन, खरीद-फरोख्त एवं मेलजोल के लिए होते हैं लेकिन वीर कुँवर सिंह ने मेले को अपने गुप्त बैठकों की योजना के लिए चुना था।

 

5. सन् 1857 के आंदोलन में भाग लेने वाले किन्हीं चार सेनानियों पर दो-दो वाक्य लिखिए।

उत्तर: सन् 1857 के आंदोलन में भाग लेने वाले सेनानियों के नाम :

क) मंगल पांडे : यह एक सिपाही थे एवं यह बंगाल आर्मी में शामिल थे। एक बार इन्होंने दूसरे सिपाहियों का आत्मबल बढ़ाने के लिए कहा था कि “बाहर आओ अंग्रेज यहां है”।

ख) नाना साहेब : इन्होंने कानपुर के कलेक्टर चार्ल्ज़ हिल्लेरी का विश्वास जीता था कि वह सिपाहियों को लेकर आएंगे उनकी रक्षा के लिए। लेकिन जब वह अंदर घुसे थे अपने 1500 सिपाहियों के साथ तो इनके खिलाफ आक्रमण बोल दिया था। 

ग) रानी लक्ष्मीबाई : इन्होंने अपने जिंदगी में काफी चुनौतियों का सामना किया और उन्होंने अन्य महिलाओं को भी यह विश्वास दिलवाया कि वह भी वीर हो सकती हैं।

 

Key Features of Class 7 Veer Kunwar Singh PDF 

  • The Vedantu experts' Veer Kunwar Singh Class 7 CBSE solutions are simple to grasp. All the questions and their answers are 100% correct and well-written.

  • Chapter 17 of Vasant Class 7 is intended to give the students a solid conceptual basis and help them achieve higher academic standings.

  • Vasant Chapter 17 Veer Kunwar Singh at Vedantu can be read for free online or downloaded for offline use later.

  • Students may answer all the problems, including Veer Kunwar Singh lesson summary that might trouble them in the test, with the aid of the Vedantu app and its Class 7 Vasant Chapter 17 solution.

Every student can readily understand the Veer Kunwar Singh lesson summary because they are provided in straightforward language. Vedantu's experienced teachers are well acquainted with students' learning habits; therefore, they are able to identify their reading preferences. The use of well-written, grammatically sound sentences will improve the student's writing abilities. There are also additional unrelated questions that will aid in their comprehension of the subject.

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FAQs on Class 7 Hindi Veer Kunwar Singh Worksheets

1. वीर कुँवर सिंह के व्यक्तित्व की कौन-सी विशेषताएँ थीं जो उन्हें एक महान स्वतंत्रता सेनानी बनाती हैं? यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न क्यों है?

वीर कुँवर सिंह के व्यक्तित्व में कई असाधारण गुण थे जो उन्हें एक महान स्वतंत्रता सेनानी बनाते हैं। यह प्रश्न परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अध्याय के केंद्रीय चरित्र का विश्लेषण करता है। उनकी प्रमुख विशेषताएँ थीं:

  • अदम्य साहस: वे अत्यंत वीर और साहसी थे और अंग्रेजों से अंत तक लड़े।
  • उदारता और सांप्रदायिक सद्भाव: वे एक उदार व्यक्ति थे और उनकी सेना में इब्राहिम खाँ और किफायत हुसैन जैसे मुसलमान भी उच्च पदों पर थे।
  • कुशल युद्धनीतिज्ञ: वे छापामार युद्ध (गुरिल्ला युद्ध) में निपुण थे, जिससे उन्होंने कई बार अंग्रेजी सेना को हराया।
  • स्वाभिमानी और त्यागी: जब एक गोली उनकी बाँह में लगी, तो उन्होंने संक्रमण से बचने के लिए अपनी बाँह स्वयं काटकर गंगा में समर्पित कर दी।

ये गुण उन्हें 1857 के संग्राम का एक अद्वितीय नायक बनाते हैं।

2. 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में वीर कुँवर सिंह की भूमिका पर प्रकाश डालिए। यह 5 अंकों के प्रश्न के रूप में क्यों पूछा जा सकता है?

1857 के स्वतंत्रता संग्राम में वीर कुँवर सिंह की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी। यह एक विस्तृत प्रश्न है और अक्सर 5 अंकों के लिए पूछा जाता है क्योंकि इसमें कई घटनाओं का वर्णन करना होता है:

  • नेतृत्व संभालना: दानापुर के विद्रोही सैनिकों ने आरा पहुँचकर कुँवर सिंह को अपना नेता चुना।
  • प्रमुख केंद्र: उन्होंने जगदीशपुर को विद्रोह के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित किया।
  • व्यापक अभियान: उन्होंने आरा, आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर और रीवा जैसे कई स्थानों पर अंग्रेजों के खिलाफ अभियान चलाया और जीत हासिल की।
  • नाना साहब और तात्या टोपे से संपर्क: उन्होंने कानपुर जाकर नाना साहब और तात्या टोपे जैसे अन्य नेताओं से मिलकर विद्रोह की योजना को मजबूत किया।
  • अंतिम विजय: अपनी मृत्यु से कुछ दिन पहले, 23 अप्रैल 1858 को, उन्होंने जगदीशपुर में अंग्रेजों को बुरी तरह पराजित कर अपना किला वापस जीता।

3. वीर कुँवर सिंह को किन-किन सामाजिक कार्यों के लिए जाना जाता था?

वीर कुँवर सिंह केवल एक योद्धा ही नहीं, बल्कि एक समाज सुधारक भी थे। उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्य इस प्रकार हैं:

  • उन्होंने अपने क्षेत्र में निर्धनों की सहायता के लिए कई कार्य किए।
  • उन्होंने सड़कों का निर्माण करवाया और कुएँ खुदवाए।
  • उन्होंने कई तालाबों का निर्माण करवाया, जो सिंचाई और पानी की जरूरतों को पूरा करते थे।
  • वे शिक्षा को महत्व देते थे और उन्होंने अपने क्षेत्र में स्कूल भी बनवाए।
  • उनके शासन में सांप्रदायिक सद्भाव का विशेष ध्यान रखा जाता था।

4. वृद्ध होने के बावजूद वीर कुँवर सिंह ने 1857 के संग्राम का नेतृत्व कैसे सफलतापूर्वक किया? उनकी युद्धनीति की क्या विशेषताएँ थीं?

वृद्ध होने के बावजूद वीर कुँवर सिंह ने अपने अनुभव, साहस और कुशल रणनीति के बल पर संग्राम का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया। उनकी सफलता के पीछे उनकी युद्धनीति की कुछ खास बातें थीं:

  • आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प: उम्र उनके दृढ़ निश्चय के आड़े नहीं आई। वे युवाओं से भी अधिक उत्साही थे।
  • छापामार युद्ध कला: वे गुरिल्ला युद्ध में माहिर थे, जिससे वे छोटी सेना के साथ भी बड़ी अंग्रेजी सेना को चकमा दे देते थे।
  • स्थानीय ज्ञान: उन्हें अपने क्षेत्र के भूगोल का गहरा ज्ञान था, जिसका उन्होंने युद्ध के दौरान भरपूर लाभ उठाया।
  • प्रेरणादायक नेतृत्व: उनकी वीरता और त्याग ने सैनिकों और आम जनता में एक नया जोश भर दिया, जिससे वे एकजुट होकर लड़े।

5. उस घटना का वर्णन करें जब वीर कुँवर सिंह ने अपनी बाँह काटकर गंगा को समर्पित कर दी थी। यह घटना उनके किस गुण को दर्शाती है?

यह घटना वीर कुँवर सिंह के असाधारण साहस, त्याग और दृढ़ निश्चय को दर्शाती है। जब वे अपनी सेना के साथ गंगा नदी पार कर रहे थे, तो अंग्रेजी सेनापति डगलस ने उन पर गोलियाँ चलानी शुरू कर दीं। एक गोली कुँवर सिंह की दाहिनी बाँह में लग गई। उन्हें लगा कि गोली का जहर पूरे शरीर में फैल जाएगा। क्षण भर भी सोचे बिना, उन्होंने अपनी ही तलवार से अपनी घायल बाँह को काटकर गंगा नदी को 'माँ' कहकर समर्पित कर दिया। यह उनके अदम्य साहस और मातृभूमि के प्रति सर्वोच्च त्याग का प्रतीक है।

6. वीर कुँवर सिंह को 'सबके नेता' क्यों कहा गया? पाठ के आधार पर उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।

वीर कुँवर सिंह को 'सबके नेता' इसलिए कहा गया क्योंकि वे जाति, धर्म या वर्ग के आधार पर भेदभाव नहीं करते थे और सभी को साथ लेकर चलते थे। पाठ में इसके कई उदाहरण हैं:

  • सांप्रदायिक सद्भाव: उनकी सेना में इब्राहिम खाँ और किफायत हुसैन जैसे मुसलमान उच्च पदों पर थे। यह दर्शाता है कि वे धर्म के आधार पर कोई भेद नहीं करते थे।
  • सभी वर्गों का समर्थन: वे जमींदार होते हुए भी आम जनता, किसानों और सैनिकों के बीच समान रूप से लोकप्रिय थे।
  • लोक कल्याण के कार्य: उन्होंने बिना किसी भेदभाव के सभी के लिए सड़कें बनवाईं, कुएँ खुदवाए और तालाब बनवाए, जिससे सभी को लाभ हुआ।

इन्हीं गुणों के कारण वे सही अर्थों में एक लोकनायक और 'सबके नेता' थे।

7. कुँवर सिंह की वीरता और त्याग से आज के विद्यार्थियों को क्या प्रेरणा मिलती है? यह प्रश्न मूल्य-आधारित (value-based) क्यों माना जाता है?

कुँवर सिंह के जीवन से आज के विद्यार्थियों को अनेक प्रेरणाएँ मिलती हैं। यह एक मूल्य-आधारित प्रश्न है क्योंकि यह छात्रों को नैतिक और चारित्रिक मूल्यों को समझने में मदद करता है।

  • देशभक्ति: मातृभूमि के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने की प्रेरणा मिलती है।
  • साहस और दृढ़ संकल्प: उम्र या किसी भी बाधा को अपने लक्ष्य के रास्ते में न आने देने का साहस मिलता है।
  • सांप्रदायिक एकता: सभी धर्मों और वर्गों का सम्मान करने और एकजुट रहने का महत्व सीखते हैं।
  • आत्म-बलिदान: बड़े लक्ष्य के लिए व्यक्तिगत सुख और आराम का त्याग करने की प्रेरणा मिलती है।

ये मूल्य आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने 1857 में थे।

8. क्या वीर कुँवर सिंह केवल एक योद्धा थे या एक कुशल प्रशासक और समाज सुधारक भी? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दीजिए।

नहीं, वीर कुँवर सिंह केवल एक योद्धा नहीं थे, बल्कि वे एक कुशल प्रशासक और दूरदर्शी समाज सुधारक भी थे।

  • योद्धा के रूप में: उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ अनेक लड़ाइयाँ जीतीं और अपनी वीरता का परिचय दिया।
  • कुशल प्रशासक के रूप में: उन्होंने अपनी रियासत में सुशासन स्थापित किया। लोक कल्याण के लिए सड़कों और तालाबों का निर्माण करवाना उनकी प्रशासनिक कुशलता को दर्शाता है।
  • समाज सुधारक के रूप में: उन्होंने सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा दिया और अपनी सेना में सभी धर्मों के लोगों को समान अवसर दिए। उन्होंने शिक्षा के लिए स्कूल भी स्थापित किए।

इस प्रकार, उनका व्यक्तित्व बहुआयामी था, जिसमें वीरता के साथ-साथ प्रशासनिक और सामाजिक गुण भी शामिल थे।