Courses
Courses for Kids
Free study material
Offline Centres
More
Store Icon
Store

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Chapter 5: (क्या निराश हुआ जाए) Kya Nirash Hua Jaye (Vasant)

ffImage
widget title icon
Latest Updates

NCERT Solutions for Class 8 Chapter 5 Hindi - FREE PDF Download

NCERT Solutions of Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye focuses on the themes of hope, resilience, and the importance of maintaining a positive outlook in the face of adversity. The author emphasises that while negative experiences and disappointments are a part of life, they should not overshadow good experiences. The narrative encourages readers to appreciate the kindness and support that exists in society, even amidst challenges.


Our solutions for Class 8 Hindi Vasant NCERT Solutions break the lesson into easy-to-understand explanations, making learning fun and interactive. Students will develop essential language skills with engaging activities and exercises. Check out the revised CBSE Class 8 Hindi Syllabus and start practising Hindi Class 8 Chapter 5. 


Glance on Class 8 Hindi Chapter 5 (Vasant) Kya Nirash Hua Jaye  

  • Chapter 5 highlights the author's journey through betrayal and disappointment while maintaining hope.

  • It explains the contrast between negativity and positivity in human relationships.

  • The narrative discusses how small acts of kindness can restore faith in humanity.

  • The author uses personal anecdotes to illustrate the impact of societal support.

  • It emphasises the significance of resilience and the ability to overcome adversities.

Access NCERT Solutions Class 8 Hindi Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye

1. लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं हैं। आपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है?

उत्तर: लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है लेकिन फिर भी वह निराश नहीं हैं क्योंकि लेखक का यह मानना है कि अगर वह उन धोखों को याद करेंगे तो उनका मन निराशा से भर जाएगा और तब उनके लिए किसी पर विश्वास करना मुश्किल हो जाएगा।धोखा देने के किस्से बहुत है जब लोगों ने उनकी सहायता नहीं की |लेकिन कई लोगों ने उनकी बिना कारण भी सहायता की है , जैसे बच्चों के लिए और अन्य बस के लिए बस कंडक्टर का दूध लाना, टिकट बाबू का लेखक को बचे हुए पैसे वापस देना, आदि |इनसे उन्हें भरोसा है कि लोगों में मनुष्यता व आपसी प्रेम अभी भी ज़िंदा है |    


2. दोषों का पर्दाफ़ाश करना कब बुरा रूप ले सकता है?

उत्तर: जब हम किसी व्यक्ति के दोषों का पर्दाफ़ाश करते हैं, तो कई बार वह व्यक्ति क्रोधित होकर बदला निकलने के प्रयास में हमें हानि पंहुचा सकता है | ऐसे में दोषों का पर्दाफ़ाश करना बुरा रूप ले सकता है |  


3. आजकल के बहुत से समाचार पत्र या समाचार चैनल ‘दोषों का पर्दाफ़ाश’ कर रहे हैं। इस प्रकार के समाचारों और कार्यक्रमों की सार्थकता पर तर्क सहित विचार लिखिए?

उत्तर: लोगों के गलत कर्मों का पर्दाफाश करना ज़रुरी है| समाज में किसी को किसी भी तरह  की हानि न पहुंचे इसलिए यह फ़ायदेमंद है | इससे लोग समय रहते सतर्क व् सावधान हो जाते हैं | 


4. निम्नलिखित के संभावित परिणाम क्या-क्या हो सकते हैं? आपस में चर्चा कीजिए, जैसे – ”ईमानदारी को मूर्खता का पर्याय समझा जाने लगा है।”परिणाम-भ्रष्टाचार बढ़ेगा।


1. ”सच्चाई केवल भीरु और बेबस लोगों के हिस्से पड़ी है।” …..

उत्तर:”सच्चाई केवल भीरु और बेबस लोगों के हिस्से पड़ी है।” - स्वेच्छाचारिता बढ़ेगी 

लोगों का सच्चाई पर से विश्वास उठ जाएगा | बेईमान और कपटी लोगों को आगे बढ़ते देख मेहनती , सच्चे और ईमानदार लोगों का श्रम और प्रयास पर से विश्वास उठ जाएगा |


2. ”झूठ और फरेब का रोज़गार करनेवाले फल-फूल रहे हैं।” …..

उत्तर:”झूठ और फरेब का रोज़गार करनेवाले फल-फूल रहे हैं।” - भ्रष्टाचार बढ़ेगा

जो लोग दिन - रात मेहनत करके पैसे कमा रहे हैं, वे आज दुखी है और जो छल , कपट करके धनवान बन रहे हैं , वे सबसे ज़्यादा खुश है | इससे भ्रष्टाचार बढ़ेगा | 


3. ”हर आदमी दोषी अधिक दिख रहा है, गुणी कम।” …..

उत्तर: ”हर आदमी दोषी अधिक दिख रहा है, गुणी कम।” - अविश्वास व संदेह बढ़ेगा

 एक दूसरे के प्रति अविश्वास बढ़ेगा और सब लोग एक दूसरे को शंका की नज़र से देखेंगे|  


5. लेखक ने लेख का शीर्षक ‘क्या निराश हुआ जाए’ क्यों रखा होगा? क्या आप इससे भी बेहतर शीर्षक सुझा सकते हैं?

उत्तर: लेखक ने लेख का शीर्षक ‘क्या निराश हुआ जाए’ उचित रखा है क्योंकि आजकल  समाज में नकारात्मकता और उनसे घटित घटनाओं के कारण हमारे अंदर निराशा भर जाती है | 

परन्तु लेखक हमें यह समझने की कोशिश कर रहे हैं की कुछ बुराइयों के कारण हमें अपने साथ हुई अच्छी और सकारात्मक चीज़ों को नहीं भूलना चाहिए और उनसे प्रेरित होना होना चाहिए |
इसका बेहतर शीर्षक “सकारात्मक हुआ जाए” हो सकता है |


6. यदि ‘क्या निराश हुआ जाए’ के बाद कोई विराम चिह्न लगाने के लिए कहा जाए तो आप दिए गए चिह्नों में से कौन-सा चिन्ह लगाएँगे? अपने चुनाव का कारण भी बताइए – , । . । ? ; – , …. ।

उत्तर: क्या निराश हुआ जाए’ के बाद प्रश्न चिह्न लगाना उपयुक्त है - ‘क्या निराश हुआ जाए?’ क्योंकि इस वाक्य में हमसे प्रश्न पूछा गया है व वाक्य के आगे “क्या” शब्द का प्रयोग हुआ है जो की एक प्रश्नवाचक शब्द है | प्रत्येक प्रश्नवाचक वाक्य के आखिर में प्रश्नसूचक चिह्न लगता है | 

जीवन में बुराइयों व कठिनाइयों के बीच निराश होने के बजाय सकारात्मक एवं निश्चयात्मक रहना ज़रूरी है |  


7. ”आदर्शों की बातें करना तो बहुत आसान है पर उन पर चलना बहुत कठिन है।” क्या आप इस बात से सहमत हैं? तर्क सहित उत्तर दीजिए।

उत्तर: ”आदर्शों की बातें करना तो बहुत आसान है पर उन पर चलना बहुत कठिन है।” - हम इस कथन से सहमत है क्योंकि व्यक्ति जब आदर्शों के मार्ग पर चलता है तब उसे कई परेशानियों  और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है | सामाजिक विरोधी तत्वों का डटकर सामना करना पड़ता है | 


भाषा की बात

8. दो शब्दों के मिलने से समास बनता है। समास का एक प्रकार है – द्वंद्व समास।

इसमें दोनों शब्द प्रधान होते हैं। जब दोनों भाग प्रधान होंगे तो एक-दूसरे में द्वंद्व (स्पर्धा, होड़) की संभावना होती है। कोई किसी से पीछे रहना नहीं चाहता,

जैसे – चरम और परम = चरम-परम, भीरु और बेबस = भीरू-बेबस। दिन और रात = दिन-रात।

‘और’ के साथ आए शब्दों के जोड़े को ‘और’ हटाकर (-) योजक चिह्न भी लगाया जाता है। कभी-कभी एक साथ भी लिखा जाता है।

द्वंद्व समास के बारह उदाहरण ढूँढ़कर लिखिए।

उत्तर: द्वंद्व समास के उदाहरण -


कायदे और क़ानून

कायदे - क़ानून

पाप और पुण्य

पाप - पुण्य

लेन और देन

लेन - देन

आना और जाना

आना - जाना

लोभ और मोह

लोभ - मोह

स्त्री और पुरुष

स्त्री - पुरुष

दया और माया

दया - माया

आरोप और प्रत्यारोप

आरोप - प्रत्यारोप

भोजन और पानी

भोजन - पानी

सच्चाई और ईमानदारी

सच्चाई - ईमानदारी

गुण और दोष

गुण - दोष

झूठ और फरेब 

झूठ - फरेब 

 

9. पाठ से तीनों प्रकार की संज्ञाओं के उदाहरण खोजकर लिखिए।

उत्तर: 

1.जातिवाचक संज्ञा - बस, यात्री , हिन्दू , मुस्लिम , आर्य आदि 

2.भाववाचक संज्ञा - ईमानदारी , डकैती , चोरी , सच्चाई , चोरी 

3.व्यक्तिवाचक संज्ञा - भारतवर्ष , तिलक, गांधी , मदन मोहन मालवीय 


Learnings of NCERT Solutions for Class 8 Hindi Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye   

  • Readers learn the importance of maintaining a positive perspective, even during difficult times.

  • Chapter 5 illustrates how kindness and support from others can have a profound effect on one’s outlook.

  • It encourages individuals to reflect on their own experiences and recognise the good amidst the bad.

  • The narrative emphasises that resilience is key to navigating life's challenges.

  • It teaches that it is essential to appreciate small gestures of goodwill that can uplift spirits.


Benefits of NCERT Solutions for Class 8 Hindi Chapter 5 (Vasant) 

  • Class 8 Chapter 5 Hindi NCERT Solutions provides detailed explanations and answers for all chapters, ensuring that students grasp the complete syllabus effectively.

  • The solutions are created according to the NCERT curriculum, making them ideal for exam preparation and ensuring that all important topics are covered.

  • The solutions simplify complex concepts, helping students understand difficult topics and themes.

  •  By studying the solutions, students can learn how to articulate their thoughts better and improve their writing skills in Hindi.

  • NCERT Solutions include various questions, helping students practise effectively and prepare thoroughly for their exams.


Important Study Material Links for Hindi Class 8 Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye

S. No 

Important Study Material Links for Class 8 Hindi Chapter 5

1.

Class 8 Kya Nirash Hua Jaye Questions

2.

Class 8 Kya Nirash Hua Jaye Notes


Conclusion

NCERT Solutions of Kya Nirash Hua Jaye is a powerful reminder that despite the disappointments and challenges in life, there is always hope and kindness to be found. The author’s reflections encourage readers to stay positive and resilient, recognising that every negative experience can lead to personal growth and a deeper appreciation for the supportive bonds within society. This chapter serves as an essential guide for cultivating a hopeful mindset in an often unpredictable world.


Chapter-wise NCERT Solutions Class 8 Hindi 

After familiarising yourself with the Class 8 Hindi Chapter 5 Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions from all Hindi  Class 8 Vasant textbook chapters.



NCERT  Class 8 Hindi Other Books Solutions

S. No

NCERT Other Books Solutions Links  Class 8 Hindi

1

NCERT Solutions for Class 8 Hindi - Durva  

2

NCERT Solutions for Class 8 Hindi - Sanshipt Budhcharit 

3

NCERT Solutions for Class 8 Hindi - Bharat Ki Khoj


Related Important Study Material Links for Class 8 Hindi 

You can also download additional study materials provided by Vedantu for Class 8 Hindi.


S. No

Important Links for Class 8 Hindi

1.

Class 8 Hindi NCERT Book

2.

Class 8 Hindi Revision Notes 

3.

Class 8 Hindi Important Questions

4.

Class 8 Hindi Sample Papers

5.

Class 8 Hindi Worksheets

6. 

Class 8 Hindi NCERT Solutions

FAQs on NCERT Solutions for Class 8 Hindi Chapter 5: (क्या निराश हुआ जाए) Kya Nirash Hua Jaye (Vasant)

1. What is the main focus of Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye in NCERT Solutions?

The main focus of Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye is on maintaining a positive outlook and resilience in the face of life's challenges and disappointments.

2. How does the author illustrate the theme of hope in NCERT Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye?

The author illustrates hope through personal experiences and anecdotes that highlight the kindness and support from others, emphasising the importance of focusing on the positive.

3. What examples of kindness are mentioned in Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye?

According to NCERT Solutions, Examples of kindness include simple acts of help from strangers, such as a bus conductor bringing milk for children and a ticket collector returning extra change.

4. Why does the author believe that remembering negative experiences can lead to despair in Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye?

The author believes that dwelling on negative experiences can fill one with despair, making it hard to trust others and appreciate the positive aspects of life.

5. How does Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye address the issue of betrayal?

The NCERT Solutions of Chapter 5 addresses betrayal by acknowledging the author's experiences with deceit while also recognising the presence of genuine support from others.

6. What message does the author convey about human nature in Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye?

The author conveys that, despite negative experiences, human nature has an inherent capacity for kindness and compassion, which should not be overlooked.

7. What is the significance of resilience as discussed in NCERT Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye?

Resilience is significant as it allows individuals to overcome adversity and maintain hope, reinforcing the idea that one can grow stronger through challenges.

8. How can readers apply the lessons from Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye in their lives?

According to NCERT Solutions, readers can apply the lessons by actively seeking positivity, appreciating small acts of kindness, and cultivating a hopeful mindset even during difficult times.

9. What does the author suggest about the role of societal support in Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye?

The author suggests that societal support plays a crucial role in helping individuals navigate challenges and can uplift spirits during tough times.

10. How does NCERT  Chapter 5 Kya Nirash Hua Jaye inspire readers to encourage a positive attitude?

The chapter inspires readers to enhance a positive attitude by highlighting the importance of focusing on the good in life and recognising the kindness that exists in society.