Important Questions Class 6 Hindi Durva Chapter 17
FAQs on Important Questions Class 6 Hindi Durva Chapter 17
1. कक्षा 6 की हिंदी परीक्षा के लिए 'तितली' कविता से किस प्रकार के महत्वपूर्ण प्रश्न तैयार करने चाहिए?
सीबीएसई 2025-26 के पाठ्यक्रम के अनुसार, 'तितली' कविता से कई प्रकार के प्रश्न महत्वपूर्ण हैं। छात्रों को इन पर ध्यान देना चाहिए:
अति लघु उत्तरीय प्रश्न (1 अंक): ये सीधे कविता की पंक्तियों पर आधारित होते हैं, जैसे तितली के पंखों का रंग कैसा है।
लघु उत्तरीय प्रश्न (2-3 अंक): इनमें कविता का भावार्थ पूछा जाता है, जैसे कवयित्री ने तितली को 'नंदन वन की रानी' क्यों कहा है।
पद्यांश आधारित प्रश्न: कविता का एक अंश देकर उस पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं, जिससे आपकी समझ का परीक्षण होता है।
HOTS (उच्च स्तरीय चिंतन कौशल) प्रश्न: ये प्रश्न आपकी कल्पना और विश्लेषण क्षमता का परीक्षण करते हैं।
2. 'तितली' कविता से कौन-सा 3-अंकीय प्रश्न परीक्षा में आने की सबसे अधिक संभावना है?
एक संभावित महत्वपूर्ण 3-अंकीय प्रश्न है: "कवयित्री ने तितली के जीवन और उसकी यात्रा का वर्णन कैसे किया है?" इस प्रश्न का उत्तर देते समय, आपको इन बिंदुओं को शामिल करना चाहिए:
तितली के रंग-बिरंगे पंखों और उसकी सुंदरता का उल्लेख करें।
उसके एक फूल से दूसरे फूल पर घूमने की आदत का वर्णन करें।
बताएं कि कैसे वह किसी के हाथ नहीं आती और अपनी स्वतंत्रता का आनंद लेती है।
कविता की कुछ पंक्तियों का उदाहरण देकर अपने उत्तर को और प्रभावशाली बनाएं।
3. 'तितली' कविता के प्रश्नों का उत्तर लिखते समय पूरे अंक प्राप्त करने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
परीक्षा में 'तितली' अध्याय से पूरे अंक प्राप्त करने के लिए, इन बातों का विशेष ध्यान रखें:
स्पष्ट और सटीक भाषा: अपने उत्तर सरल और स्पष्ट हिंदी में लिखें।
कविता का संदर्भ: उत्तर लिखते समय कविता की पंक्तियों या मुख्य भावों का उल्लेख अवश्य करें। यह आपके उत्तर को प्रमाणिक बनाता है।
शब्दार्थ का सही प्रयोग: कविता में आए कठिन शब्दों (जैसे - नंदन वन, छबीली) का अर्थ समझें और सही संदर्भ में उनका प्रयोग करें।
प्रश्नानुसार उत्तर दें: जितना पूछा गया है, उतना ही लिखें। अनावश्यक विस्तार से बचें, खासकर 1 या 2 अंक वाले प्रश्नों में।
4. कवयित्री ने इस कविता में तितली के माध्यम से प्रकृति के बारे में क्या मुख्य संदेश देने का प्रयास किया है?
यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है। कवयित्री ने तितली के माध्यम से केवल उसकी सुंदरता का वर्णन नहीं किया है, बल्कि प्रकृति के गहरे संदेश भी दिए हैं। मुख्य संदेश यह है कि प्रकृति की सुंदरता उसकी स्वतंत्रता में निहित है। तितली जब आज़ादी से घूमती है, तभी वह सुंदर लगती है। उसे पकड़ने या कैद करने की कोशिश उसकी स्वाभाविकता को नष्ट कर देती है। यह कविता हमें सिखाती है कि हमें प्रकृति के सभी जीवों का सम्मान करना चाहिए और उनकी स्वतंत्रता को बनाए रखना चाहिए।
5. इस कविता में तितली को 'दूर देश से आई' क्यों कहा गया है? इसका प्रतीकात्मक अर्थ क्या है?
तितली को 'दूर देश से आई' कहने का एक गहरा प्रतीकात्मक अर्थ है। यह केवल यह नहीं बताता कि तितली उड़कर कहीं दूर से आई है, बल्कि यह उसकी रहस्यमयी और अनोखी प्रकृति को दर्शाता है। जैसे कोई अनजाना मेहमान आता है और खुशी फैलाकर चला जाता है, वैसे ही तितली भी हमारे बगीचे में आती है, क्षण भर के लिए आनंद देती है और फिर उड़ जाती है। यह वाक्यांश तितली के चंचल, स्वतंत्र और मायावी स्वभाव को और भी प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करता है।
6. क्या यह मानना सही है कि 'तितली' कविता सिर्फ तितली के बाहरी सौंदर्य का वर्णन है?
नहीं, यह एक आम ग़लतफ़हमी है। यह कविता केवल तितली के रंग-रूप और पंखों के बाहरी सौंदर्य तक सीमित नहीं है। यह कविता उससे कहीं गहरी है। यह जीवन के महत्वपूर्ण मूल्यों को छूती है, जैसे:
स्वतंत्रता का महत्व: तितली का किसी के हाथ न आना उसकी आज़ादी का प्रतीक है।
खुशी और चंचलता: उसका एक फूल से दूसरे पर जाना जीवन के उल्लास को दर्शाता है।
प्रकृति का संतुलन: यह हमें सिखाती है कि प्रकृति के हर जीव का अपना स्थान और महत्व है।
इसलिए, यह कविता सौंदर्य के साथ-साथ गहरे जीवन-दर्शन को भी प्रस्तुत करती है।
7. 'तितली' कविता में आए 'नंदन वन की रानी' और 'परियों की रानी' जैसे वाक्यांशों का प्रयोग क्यों महत्वपूर्ण है?
इन वाक्यांशों का प्रयोग कविता को और भी सुंदर और कल्पनाशील बनाने के लिए किया गया है। यह एक महत्वपूर्ण काव्य तकनीक है। 'नंदन वन' को देवताओं का बगीचा माना जाता है, और तितली को उसकी 'रानी' कहकर कवयित्री ने उसे असाधारण और दिव्य सौंदर्य प्रदान किया है। इसी तरह 'परियों की रानी' कहना तितली के जादुई और मनमोहक रूप को दर्शाता है। ये तुलनाएँ बच्चों की कल्पना को उड़ान देती हैं और तितली के साधारण रूप को एक असाधारण पहचान देती हैं, जो परीक्षा में उत्तर लिखते समय एक महत्वपूर्ण बिंदु हो सकता है।











