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NCERT Solutions for Class 7 Hindi (Vasant) Chapter 2: Himalaya Ki Betiyaan

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NCERT Solutions for Class 7 Chapter 2 Hindi (Vasant) - FREE PDF Download

Vedantu provides NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2, "Himalaya Ki Betiyaan." This chapter explores the lives and challenges faced by the daughters of the Himalayas, highlighting their strength and resilience. Understanding this chapter is important as it reflects the beauty and struggles of nature and culture.


NCERT Solutions for Class 7 Hindi are designed to help students understand the key themes and ideas presented in the text. They provide clear explanations and insights that enhance comprehension, making it easier to connect with the story. Aligned with the CBSE Class 7 Hindi Syllabus, these resources support effective learning and exam preparation. With Vedantu’s help, students can master the chapter and build a strong foundation in Hindi literature.


Glance on Class 7 Hindi (Vasant)  Chapter 2 - Himalaya Ki Betiyaan

  • CBSE Class 7 Hindi Chapter 2 Himalaya Ki Betiyaan focuses on the lives and struggles of daughters living in the Himalayan region, showcasing their unique experiences and challenges. 

  • It shows how these girls, despite facing various difficulties, demonstrate remarkable strength and resilience, highlighting their ability to overcome obstacles in their lives.

  • The story vividly illustrates the beautiful natural surroundings of the Himalayas, emphasising how the stunning landscape plays a significant role in shaping the girls' lives.

  • It also explores the rich culture and traditions of the Himalayan people, showcasing their values, customs, and way of life.

  • Through the experiences of these girls, the chapter teaches important lessons about perseverance and the power of friendship, emphasising the importance of supporting one another during tough times.

  • Additionally, it illustrates the deep bond between the girls and their environment, showing how nature profoundly influences their identity and experiences.

Access NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2- हिमालय की बेटियां

लेख से

प्रश्न.1. नदियों को माँ मानने की परंपरा हमारे यहाँ काफ़ी पुरानी है। लेकिन लेखक नागार्जुन उन्हें और किन रूपों में देखते हैं?

उत्तर: नदियों को माँ मानने की परंपरा भारतीय संस्कृति में अत्यंत पुरानी है | नदियों को माँ का स्वरूप माना गया है , नदियाँ अपने जल से माँ के समान हमारा पालन - पोषण करती है, हमारे खेतों को सींचती है लेकिन लेखक नागार्जुन ने उन्हें बेटी , प्रेयसी व बहन के रूपों में भी देखते हैं | 


प्रश्न.2. सिंधु और ब्रह्मपुत्र की क्या विशेषताएँ बताई गई हैं?

उत्तर: सिंधु और ब्रह्मपुत्र हिमालय की दो ऐसी नदियाँ है जिन्हे ऐतिहासिकता एवं महत्व के आधार पर नद भी कहा गया है | इन्ही दो नदियों में सारी नदियों का संगम होता है | इनका रूप विशाल और विराट है | ये दो ऐसी नदियां है जो दयालु हिमालय के पिघले दिल की एक - एक बूँद से बनी है |


प्रश्न.3. काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता क्यों कहा है?

उत्तर: नदियाँ युगों तक मानव जीवन के लिए कल्याणकारी रही हैं |ये एक माँ के समान हमारा भरण - पोषण करती हैं | इसलिए नदियाँ माँ के तरह पवित्र , पूजनीय व कल्याणकारी है | मनुष्य नदी को दूषित करने में कोई कमी नहीं छोड़ता परन्तु इतना दुःख , गन्दगी सहकर भी हमारा कल्याण उसी प्रकार करती है जैसे एक कठोर पुत्र का कल्याण माँ चाहती है | अतः काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता कहा है| 


प्रश्न.4.हिमालय की यात्रा में लेखक ने किन-किन की प्रशंसा की है?

उत्तर: हिमालय की यात्रा में लेखक ने हिमालय की अनुपम छटा की , नदियों की अठखेलियों की , बर्फ से ढँकी पहाड़ियों की , पेड़ - पौधों से भरी घाटियों की , चीर , देवदार , सरो , चिनार , कैल से भरे जंगलों की प्रशंसा की है|


लेख से आगे

प्रश्न.1 नदियों और हिमालय पर अनेक कवियों ने कविताएं लिखी हैं। उन कविताओं का चयन कर उनकी तुलना पाठ में निहित नदियों के वर्णन से कीजिए।

उत्तर: डॉ. परशुराम शुक्ल अपनी कविता “ नदी “ में  सहनशील , संघर्षशील , समर्पण भावना से प्रेरित , कठिनाइयों का डटकर सामना करने वाली स्त्री के रूप में देखते है | 

लेखक नागार्जुन इस पाठ में नदी को माँ , बेटी ,प्रेयसी व बहन के रूप में देखते है |  

सोहनलाल द्विवेदी जी ने अपनी कविता “ हिमालय “ में हिमालय का विवरण भारत के मुकुट व सम्मान के रूप में किया है | लेखक नागार्जुन ने इस पाठ में हिमालय को एक पिता के रूप में देखते हैं |

प्रश्न.2 गोपालसिंह नेपाली की कविता ‘हिमालय और हम’, रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता ‘हिमालय’ तथा जयशंकर प्रसाद की कविता ‘हिमालय के आँगन में’ पढ़िए और तुलना कीजिए।

उत्तर: रामधारी सिंह दिनकर की कविता “हिमालय “ में उन्होंने भारत व हिमालय के गहरे सम्बन्ध का, विशाल व शक्तिशाली रूप एवं हिमालय का मूल उत्तर से दक्षिण तक फैले होने का   विवरण किया है | 

लेखक नागार्जुन ने इस पाठ में हिमालय को पिता यानी नदियों के पिता के रूप में प्रस्तुत किया है

प्रश्न.3 यह लेख 1947 में लिखा गया था। तब से हिमालय से निकलने वाली नदियों में क्या-क्या बदलाव आए हैं?

उत्तर: हिमालय से निकलने वाली नदियाँ अब अपनी पवित्रता और मूल रूप को प्रदूषण व मानव हानि के कारण खो चुकी हैं | मैदानी क्षेत्रों में आते - आते शहरों की गंदगी इस तरह मिल जाती है कि स्वच्छता के नाम और निशान मिट जाते है |

प्रश्न.4 अपने संस्कृत शिक्षक से पूछिए कि कालिदास ने हिमालय को देवात्मा क्यों कहा है?

उत्तर: हिमालय पर्वत पर देवताओं का वास होने के कारण कालिदास ने हिमालय को देवात्मा कहा है| आज भी हिमालय भगवान शिव का वास स्थान के नाम से जाना जाता है |

अनुमान और कल्पना

प्रश्न.1 लेखक ने हिमालय से निकलनेवाली नदियों को ममता भरी आँखों से देखते हुए उन्हें हिमालय की बेटियाँ कहा है। आप उन्हें क्या कहना चाहेंगे? नदियों की सुरक्षा के लिए कौन-कौन से कार्य हो रहे हैं? जानकारी प्राप्त करें और अपना सुझाव दें।

उत्तर: नदियां हमारा एक पुत्र के समान पालन - पोषण करती हैं |हम नदियों को माँ कहना चाहेंगे | नदियों के संरक्षण के लिए भारत सरकार अनेक योजनाएं चला रही हैं | परन्तु यह पूरी तरह से सफल नहीं हो रहीं हैं | 

नदियों कप बचने के लिए हम सबको एकजुट होकर आगे कदम बढ़ने होंगे | हमें नदियों के पानी में कचरा , शवों को न बहाए , उद्योगों से निकले रासायनिक पदार्थ न छोड़े | सर्कार व हमे नदियों की स्वच्छ्ता के लिए ठोस कदम उठाने होंगे | 

प्रश्न.2 नदियों से होनेवाले लाभों के विषय में चर्चा कीजिए और इस विषय पर बीस पंक्तियों को एक निबंध लिखिए।

उत्तर: नदियां हमेशा से ही हमारे लिए महत्वपूर्ण रही है | नदियां मनुष्य , पशु , पक्षी सबके लिए लाभदायक है | नदियों का पानी खेतों की सिंचाई , जानवरों के लिए पानी आदि में उपयोग होता है | नदियों के पानी से हे बिजली बनाई जाती है जिसे हम “हाइड्रो इलेक्ट्रिसिटी “ कहते हैं | पानी में रहने वाले जीवों का घर है नदी | नदियों को पवित्र मन जाता है इसलिए हम इनकी पूजा भी करते हैं | इनके होने से वातावरण की खूबसूरती बढ़ती है जिससे पर्यटकों का रुझान बढ़ता है | 

नदियों को मनोरंजन व आनंद के रूप में उपयोग किया जाता है जैसे बोटिंग , राफ्टिंग आदि | इनसे शान्ति , सुख व पवित्रता की भावना आती है | नदियाँ मछुआरे , किसान , नाविक आदि अनेक लोगों की आजीविका का साधन है |

भाषा की बात

प्रश्न.1 अपनी बात कहते हुए लेखक ने अनेक समानताएँ प्रस्तुत की हैं। ऐसी तुलना से अर्थ अधिक स्पष्ट एवं सुंदर बन जाता है। उदाहरण

(क) संभ्रांत महिला की भाँति वे प्रतीत होती थीं।

(ख) माँ और दादी, मौसी और मामी की गोद की तरह उनकी धारा में डुबकियाँ लगाया करता।

  • अन्य पाठों से ऐसे पाँच तुलनात्मक प्रयोग निकालकर कक्षा में सुनाइए और उन सुंदर प्रयोगों को कॉपी में भी लिखिए।

उत्तर:

  • सचमुच दादी माँ शापभ्रष्ट देवी-सी लगी | 

  • हरी लकीर वाले सफ़ेद गोल कंचे | 

  • बच्चे ऐसे सुन्दर जैसे सोने के सजीव खिलौने |  

  • उन्होंने संदूक खोलकर एक चमकती-सी चीज़ निकाली।

  • लाल किरण-सी चोंच खोल, चुगते तारक अनार के दाने।

प्रश्न.2 निर्जीव वस्तुओं को मानव-संबंधी नाम देने से निर्जीव वस्तुएँ भी मानो जीवित हो उठती हैं। लेखक ने इस पाठ में कई स्थानों पर ऐसे प्रयोग किए हैं, जैसे

(क) परंतु इस बार जब मैं हिमालय के कंधे पर चढ़ा तो वे कुछ और रूप में सामने थीं।

(ख) काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता कहा है।

  • पाठ से इसी तरह के और उदाहरण ढूंढिए।

उत्तर:

  • माँ-बाप की गोद में नंग-धड़ंग होकर खेलने वाली इन बालिकाओं को रूप

  • बूढ़े हिमालय की गोद में बच्चियाँ बनकर ये कैसे खेला करती हैं।

  • संभ्रांत महिला की भाँति प्रतीत होती थी।

  • हिमालय को ससुर और समुद्र को उसका दामाद कहने में कुछ भी झिझक नहीं होती है।

  • इनका उछलना और कूदना, खिलखिला कर हँसते जाना, इनकी भाव-भंगी यह उल्लास कहाँ गायब हो जाता है।

प्रश्न.3 पिछली कक्षा में आप विशेषण और उसके भेदों से परिचय प्राप्त कर चुके हैं। नीचे दिए गए विशेषण और विशेष्य (संज्ञा) का मिलान कीजिए| 

विशेषण                 विशेष्य 

संभ्रांत                    वर्षा

चंचल       जंगल

समतल                  महिला

घना                       नदियां 

मूसलाधार             आंगन

उत्तर:       

विशेषण                 विशेष्य 

संभ्रांत                    महिला

चंचल       नदियाँ

समतल                  आंगन

घना                       जंगल 

मूसलाधार               वर्षा

प्रश्न.4 द्वंद्व समास के दोनों पद प्रधान होते हैं। इस समास में ‘और’ शब्द का लोप हो जाता है, जैसे- राजा-रानी द्वंद्व समास है जिसका अर्थ है राजा और रानी। पाठ में कई स्थानों पर द्वंद्व समासों का प्रयोग किया गया है। इन्हें खोजकर वर्णमाला क्रम (शब्दकोश-शैली) में लिखिए।

उत्तर: पाठ में निम्नलिखित द्वंद्व समासों का प्रयोग हुआ है -

  • छोटी - बड़ी 

  • माँ - बाप 

  • दुबली - पतली 

  • भाव - भंगी

प्रश्न.5 नदी को उलटा लिखने से दीन होता है जिसका अर्थ होता है गरीब। आप भी पाँच ऐसे शब्द लिखिए जिसे उलटा लिखने पर सार्थक शब्द बन जाए। प्रत्येक शब्द के आगे संज्ञा का नाम भी लिखिए, जैसे-नदी-दीन ( भाववाचक संज्ञा )।

उत्तर:

  • राही - हीरा  ( द्रव्यवाचक संज्ञा ) 

  • नामी - मीना ( व्यक्तिवाचक संज्ञा ) 

  • धारा - राधा ( व्यक्तिवाचक संज्ञा ) 

  • राम - मरा (भाववाचक संज्ञा ) 

  • जाता - ताजा (भाववाचक संज्ञा )

प्रश्न.6 समय के साथ भाषा बदलती है, शब्द बदलते हैं और उनके रूप बदलते हैं, जैसे-बेतवा नदी के नाम का दूसरा रूप ‘वेत्रवती’ है। नीचे दिए गए शब्दों में से ढूँढ़कर इन नामों के अन्य रूप लिखिए ।

सतलुज

रोपड़

झेलम

चिनाब

अजमेर

बनारस

उत्तर:     

सतलुज - शतद्रुम 

रोपड़ - रूपपुर 

झेलम - वितस्ता 

चिनाब - विपाशा 

अजमेर - अजयमेरु 

बनारस - वाराणसी

प्रश्न.7.‘उनके खयाल में शायद ही यह बात आ सके कि बूढ़े हिमालय की गोद में बच्चियाँ बनकर ये कैसे खेला करती हैं।’

  • उपर्युक्त पंक्ति में ‘ही’ के प्रयोग की ओर ध्यान दीजिए। ‘ही’ वाला वाक्य नकारात्मक अर्थ दे रहा है। इसलिए ‘ही’ वाले वाक्य में कही गई बात को हम ऐसे भी कह सकते हैं-उनके खयाल में शायद यह बात न आ सके।

  • इसी प्रकार नकारात्मक प्रश्नवाचक वाक्य कई बार ‘नहीं’ के अर्थ में इस्तेमाल नहीं होते हैं, जैसे-महात्मा गांधी को कौन नहीं जानता? दोनों प्रकार के वाक्यों के समान तीन-तीन उदाहरण सोचिए और इस दृष्टि से उनका विश्लेषण कीजिए।

उत्तर:
                            वाक्य                                                                   विश्लेषण

  • वे शायद ही यह काम पूरा करें।                              वे शायद यह काम पूरा न करें।          

  • उन्हें शायद ही इस बात पर विश्वास हो।                  उन्हें शायद इस बात पर विश्वास न हो।

  • उन्हें कौन नहीं जानता।                                          हर कोई उन्हें जानता है।


Benefits of NCERT Solutions for Class 7 Hindi (Vasant) Chapter 2 Himalaya Ki Betiyaan

  • NCERT Solutions for Class 7 Hindi (Vasant) Chapter 2, "Himalaya Ki Betiyaan," provides clear and simple explanations, making it easier for students to understand the main themes and ideas of the chapter.

  • The solutions break down complex concepts into simple language, helping students understand difficult parts of the text without confusion.

  • By using these solutions, students can review important points and summaries, which aids in better retention of information.

  • The step-by-step answers encourage students to think critically and develop their analytical skills while engaging with the story.

  • These solutions align with the CBSE syllabus, ensuring that students are well-prepared for exams and can confidently answer questions related to the chapter.

  • They also provide practice exercises that reinforce learning, helping students improve their writing and comprehension skills in Hindi.

  • Overall, NCERT Solutions serves as a valuable resource that supports effective study habits and boosts students' confidence in their Hindi language abilities.


Important Study Material Links for Hindi (Vasant) Chapter 2 Class 7 - Himalaya Ki Betiyaan

S.No.

Important Study Material Links for Chapter 2 Himalaya Ki Betiyaan

1.

Class 7 Himalaya Ki Betiyaan Important Questions

2.

Class 7  Himalaya Ki Betiyaan Revision Notes



Conclusion

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2, "Himalaya Ki Betiyaan," are helpful for students learning about the lives and challenges of the daughters in the Himalayas. These solutions make difficult ideas simple and easy to understand. By looking at the main points and themes, students can improve their grasp of the chapter. Using these solutions helps students get ready for exams and builds their confidence in Hindi. With Vedantu's support, students can connect with the story better, think critically, and appreciate the rich culture and nature of the Himalayan region. This leads to a better learning experience and helps them do well in their studies.


NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant - All Chapterwise Solutions

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FAQs on NCERT Solutions for Class 7 Hindi (Vasant) Chapter 2: Himalaya Ki Betiyaan

1. What benefits can one get from NCERT Solutions for Class 7 Hindi Ch 2 online class?

Having access to Class 7 PDF will enable the learning abilities of children a step more. Along with the assessment questions, the answers provided will help students understand and educate themselves. As Hindi could be tougher, a comprehensive study guide like this is a must for every student to form a strong foundation in the language. Having a correct guide for studying could make learning much easier for students. One can refer Class 7 Hindi Chapter 2 Himalaya ki Betiyan to see how students can reap benefits.

2. How is Vedantu’s NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2 different from textbook learning?

This is one of the best ways of learning Hindi. While textbook learning can provide students with the base for learning, for more understanding conceptually and theoretically, this guide is a must. Post every learning concept explanation; a self-assessment topic tests student's ability on their understanding. A wide variety of assessment covering all the topics along with detailed and guided answers that helps students to self-learn.

3. Will Vedantu’s Solutions for Class 7 Hindi Ch 2 Himalaya Ki Betiyaan help students learn Hindi better?

When Chapter 2 Himalaya ki Betiyan Class 7 course is complete, students can realise they learn the language better than just textbook studies. Since each session is meticulously planned for students to follow and understand, students get to know the language very well post every section.

4. What is Chapter 2 of Class 7th Hindi textbook Vasant about?

The title of the Chapter is Himalaya Ki Betiyaan. The name of the author of the chapter is Nagarjun. The chapter talks about the daughters of the Himalayan mountain chain. The daughters are the rivers that originate from Himalayan mountain ranges and satisfy various needs of the people inhabiting the Asia continent. The chapter mentions the meandering of the rivers. The author has beautifully captured the various features of the mountain system and the various rivers of the region.

5. Who is the author of the Chapter-Himalaya ki Betiyan in Class 7th Hindi textbook Vasant?

The name of the author is Vaidyanath Mishra. He is known across the world by his pen name Nagarjuna. He was born on 30th June 1911 in the state of Bihar. He is well known for his various short stories, poems, novels, biographies, and even travelogues. He writes in Hindi and Maithili languages. He was admired by the people and was known as Janakavi, which means the People’s Poet. The subjects of his writings vary immensely.

6. How important is the Chapter Himalaya ki Betiyan in Class 7th Hindi textbook Vasant?

The chapter is extremely important because it enhances our knowledge of the Himalayan mountain system which supports the population of our country as well as the subcontinent. The chapter provides us with knowledge of the river system that has sustained mankind throughout human history. The chapter also holds value because the questions from the chapter will feature in the final exam. Hence, knowledge and understanding of the chapter are crucial.

7. Where can I find important questions for Chapter 2 of Class 7th Hindi textbook?

You can find the important questions of the chapter Himalaya ki Betiyan on the website as well as the application of Vedantu. The questions are available in PDF format thereby enhancing accessibility. You can download the important questions and practise them at your own pace. The resources provided by Vedantu are available FREE of cost and can be utilised efficiently to consolidate your understanding and evaluate yourself.

8. Are the NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2 Himalaya Ki Betiyaan aligned with the syllabus?

Yes, the NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2, "Himalaya Ki Betiyaan," are aligned with the CBSE syllabus. This ensures that students cover all the necessary topics and concepts required for their exams. Following these solutions helps students stay on track with their studies and meet their curriculum goals.

9. Can I find practice questions in the NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2 Himalaya Ki Betiyaan?

Yes, the NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2, "Himalaya Ki Betiyaan," include practice questions along with detailed answers. These questions help students test their understanding of the chapter and reinforce their learning. Practising these questions prepares students for the types of questions they may encounter in exams.

10. What topics are covered in NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2 Himalaya Ki Betiyaan?

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2, "Himalaya Ki Betiyaan," cover various topics such as the lives of the daughters in the Himalayas, their challenges, and the importance of nature and culture. The solutions address the key themes and ideas presented in the chapter, helping students gain a comprehensive understanding of the content.